भीम प्रधान वीरमसिंह द्वारा भाजपा नेता व पूर्व विधायक हरिसिंह रावत पर 27 लाख रुपए लेकर प्रधान बनाने का आरोप लगाने के बाद भाजपा में भूचाल आ गया। भाजपा ने भीम पंचायत समिति के सभी पंचायत समिति सदस्यों को एकजुट कर लिया। साथ ही पंचायत समिति सदस्यों के साथ पूर्व विधायक हरिसिंह रावत राजसमंद पहुंचे और मीडिया से मुखातिब हुए। हरिसिंह ने कहा कि मैं चोर नहीं हूं, इसीलिए मीडिया के सामने पेश हुआ हूं। वह सच्चा होता है, तो सामने आता। मैंने कोई पैसा लिया हो और उसका प्रूफ दे देवे, तो मैं राजनीति छोड़ दूं। इस दौरान भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा, करणसिंह राव, देवगढ़ मंडल अध्यक्ष अमरसिंह आदि मौजूद थे।
पूर्व विधायक रावत ने कहा कि मेरे 20 वर्ष के राजनीतिक कॅरियर में कोई 1 रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते। अभी प्रधान वीरमसिंह ने जो आरोप लगाया है, वह भी मौजूदा विधायक सुदर्शनसिंह रावत व उनके पिताजी लक्ष्मणसिंह रावत के दबाव में राजनीतिक षडय़ंत्र के तहत लगाया है। यह पूरी साजिश के चलते वीडियो बनाया गया है और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को पत्र भेजकर शिकायत की गई, जो गलत व बुबेनियाद है। चुनाव हुए 7 माह हो गए और अब कैसे आरोप लगाए गए। इससे स्पष्ट है कि विधायक सुदर्शनसिंह द्वारा उस पर अनैतिक दबाव बनाया गया है। प्रधान वीरमसिंह भोला व गरीब, अनपढ़ व नासमझ है। उससे यह बयान दिलवाया गया है। अगर वह सच्चा और सही होता, तो सामने आता, अब कहां गया। मेरा दावा है कि विधायक सुदर्शनसिंह रावत द्वारा ही उसका किडनैप किया है। मेरा मतलब उसे विधायक की सुरक्षा घेरे में रखा हुआ है और प्रधान का मोबाइल भी स्वीच ऑफ है। घर पर प्रधान की पत्नी बताया कि वे बोलकर गए कि 10 दिन घर नहीं आएंगे।
Video : BJP के वीरमसिंह का आरोप- पूर्व MLA हरिसिंह ने 27 लाख रिश्वत लेकर बनाया भीम प्रधान
भीम बीडीओ ने प्रधान को किया टॉर्चर
भीम पूर्व विधायक हरिसिंह का आरोप है कि पंचायत समिति भीम के बीडीओ, विधायक व उनके पिताश्री ने मिलकर प्रधान को टॉर्चर किया। प्रधान के ऑफिस में बैठने की जगह तक नहीं रखी। उसके कार नहीं दी और न ही ड्रॉइंग पावर दिए। बीडीओ, विधायक ने मजबूर कर दिया कि अगर प्रधान बनकर काम करना है, तो हमारी शरण में आना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री की खुली छूट- खाओ और खिलाओ
पूर्व विधायक हरिसिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को खुली छूट दे रखी है कि कह रखा है कि खाओ और खिलाओ। यहां अवैध खनन हो या अवैध शराब दुकान जैसी कोई भी इलिगल एक्टीविक्टी के लिए बोलो, तो अधिकारी बोलते हैं कि ये तो विधायक साब का आदमी है। अफसरो बोलते हैं कि ऊपर से आदेश है कि विधायक कहते हैं, वह करो। चाहे किसी का गला काटना है, तो काट दो। नाजायज कब्जा कर रहे, उसके बारे में शिकायत करते हैं, तो कहते हैं ये विधायक का आदमी है। ऐसा तो पिछले 70 साल के राज में भी ऐसा नहीं हुआ, जैसा इस कार्यकाल में हो रहा है।
ढाई करोड़ का माल चोरी, पुलिस मौन
पूर्व विधायक हरिसिंह रावत ने कहा कि गोमती से ब्यावर फोरलेन निर्माण करने वाली गुजरात की कंपनी का ढाई करोड़ का माल चुरा लिया। इसकी एफआईआर के लिए एसपी को रिपोर्ट दी, मगर आज दिन तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई। दिन दहाड़े माल चोरी कर रहे। ठेकेदार ने गिट्टी ले जाने वाले की ऑडियो भी है, जिसमें स्पष्ट बोला जा रहा है कि यह गिट्टी तो विधायक साहब के भाई अनुरागसिंहजी ने गिट्टी ले जाने के लिए बोला। यह गिट्टी किसकी है, यह तो मुझे नहीं पता। खुलेआम चोरी कर रहे हैं। मैंने कलक्टर व एसपी को शिकायत की, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई।
मैंने प्रधान नहीं बनाया, पार्टी का निर्णय था
हरिसिंह ने कहा कि वीरमसिंह को प्रधान बनाने का निर्णय पार्टी का है। यह सामूहिक निर्णय होता है। भाजपा के करणसिंहजी के साथ ब्लॉक के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं ने मिलकर वीरमसिंह को प्रधान बनाने का निर्णय लिया था। पैसो की तो कोई बात ही नहीं थी और अगर पैसा लेने की बात प्रूफ हो जाए, तो उसी दिन राजनीति छोड़ दूं।
चेयरमैन बनाने के लिए भी पैसे लेने का आरोप झूठा
देवगढ़ नगरपालिका में एक पार्षद को चेयरमैन बनाने को लेकर भी पूर्व विधायक हरिसिंह रावत पर कथित तौर पर 8 लाख रुपए लेने का आरोप था। इस पर हरिसिंह ने कहा कि ये सभी आरोप मनगढ़त व झूठे हैं। बदनाम करने के झूठे आरोप लगा रहे हैं। मेरा जनाधार बढ़ रहा है और मौजूदा विधायक का जनाधार घट रहा है। इसलिए इस तरह के झूठे आरोप सुदर्शनसिंह रावत द्वारा ही लगवाए जा रहे हैं।
Video : BJP के वीरमसिंह का आरोप- पूर्व MLA हरिसिंह ने 27 लाख रिश्वत लेकर बनाया भीम प्रधान
नोटिस के बाद मानहान का दर्ज कराऊंगा मुकदमा
27 लाख रिश्वत लेने के झूठे आरोप लगाकर मुझे बदनाम किया है। इसके लिए मैं पहले एडवोकेट के जरिये प्रधान वीरमसिंह को नोटिस भेजूंगा और उसके बार थाने में मानहानि करने का मुदकमा दर्ज करवाऊंगा।
हरिसिंह ने कहा- टिकट कटवाने की साजिश
हरिसिंह ने कहा कि विधायक सुदर्शनसिंह का जनाधार घट रहा है। इसलिए मुझे बदनाम किया जा रहा है और इसके पीछे उनकी मंशा यह है कि ऐसा बदनाम कर देवे, ताकि पार्टी हरिसिंह का टिकट कट जाए और फिर हर किसी को टिकट मिल जाए और वह दोबारा आसानी से विधायक बन सकें।