Rajput Samaj Big Decision : गुजरात के राजकोट में BJP प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला के समाज विरोधी बयान को लेकर उपजे विवाद के बाद क्षत्रिय राजपूत समाज ने बड़ा ऐलान कर दिया है। इससे भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है और चुनाव में कई चुनौतियां खड़ी हो सकती है। राजपूत समाज की महिलाओं ने क्षत्रिय समाज की महिलाओं को लोकसभा चुनाव लड़वाने की तैयारी कर ली है। गुजरात में अब तक 150 से ज्यादा आवेदन ले लिए हैं और बताया जा रहा है कि अगर भाजपा द्वारा परषोत्तम रूपाला का टिकट नहीं काटा जाता है, तो महिलाएं विरोध स्वरूप चुनावी मैदान में उतरेंगी और चुनाव लड़ेगी। इस तरह चुनाव में वोटो का ध्रुवीकरण कर भाजपा को शिकस्त देंगे। राजपूत समाज व महिलाओं के इस तरह के निर्णय के बाद भाजपा में खलबली मच गई है। क्षत्रिय समाज की 400 से अधिक महिलाएं विरोध स्वरूप चुनाव मैदान में उतरेंगी। जानकारों का कहना है कि अगर कुल कैंडिडेट की संख्या 385 से ज्यादा होने पर चुनाव ईवीएम से नहीं होगा, बल्कि बैलेट पेपर से चुनाव करवाना ही एकमात्र विकल्प चुनाव आयोग के पास रहेगा। कलेक्ट्रेट में नामांकन का फॉर्म लेने वाली महिलाओं ने कहा उनका विरोध रूपाला की क्षत्रिय समाज के लिए की गई टिप्पणी से है। ऐसे में उनकी मांग है बीजेपी उनका टिकट निरस्त करें। भाजपा प्रत्याशी के तौर परषोत्तम रूपाला नामांकन भरेंगे और चुनाव लड़े, तो समाज भी अपना बड़ा निर्णय लेकर सबक सिखाएगा।
Election 2024 : लोकसभा चुनाव को लेकर राजकोट में बीजेपी प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला दिल्ली से लौटने के बाद चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं, जिन्होंने वाल्मीकि के एक कार्यक्रम में 23 मार्च को राजपूत समाज के प्रति विवादित बयान दिया। इस बयान को लेकर राजपूत समाज आक्रोशित हो गया और गुजरात के बाद विरोध की आग महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के बाद दिल्ली तक पहुंच चुकी है। रूपाला के राजकोट से प्रत्याशी बनाने के बाद कांग्रेस द्वारा परेश धनानी को प्रत्याशी बनाने की कवायदे चल रही है। इस बीच क्षत्रिय राजपूत समाज ने बड़ा ऐलान कर दिया, जिससे राजकोट के साथ ही गुजरात और देश की राजनीति में भूचाल आ गया है। राजपूत समाज का विरोध प्रदर्शन, ज्ञापन और रैली का दौर पिछले एक पखवाड़े से भी ज्यादा समय से जारी है, लेकिन अभी तक न तो भाजपा द्वारा कोई निर्णय लिया गया और न ही राजपूत समाज के लोगों से कोई वार्ता की है। हालांकि रूपाला ने जरूर अपने बयान को लेकर माफी मांगी, मगर क्षत्रिय राजपूत समाज का कहना है कि बार बार राजपूत समाज के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना और बाद में माफी मांगना, यह कहां तक उचित है। ऐसे लोगों सबक मिलना ही चाहिए। इसलिए क्षत्रिय राजपूत समाज ने इस बार ऐलान कर दिया है कि माफी नहीं, परषोत्तम रूपाला का टिकट कटना चाहिए, यही एकमात्र मांग है।
Lok Sabha election : 100 महिलाओं को मैदान में उतारने की चर्चा
राजपूत समाज द्वारा पहले 100 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी की जा रही है। अब तक करीब डेढ़ सौ से ज्यादा महिलाओं ने नामांकन के आवेदन खरीदे हैं और उन्हें भरने के प्रयास किए जा रहे हैं। समाज का ऐलान है कि 400 पार यानि 400 से ज्यादा राजपूत समाज की महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरेगी। ऐसी स्थित में चुनाव आयोग को चार ईवीएम देनी पड़ेगी। उम्मीदवार को खोजने में अधिक समय लगेगा ऐसे में सिर्फ 35 फीसदी मतदान ही संभव होगा। अब बैलेट से चुनाव की कोशिश ने नई चर्चा छेड़ दी है। नामांकन फॉर्म खरीदने वाली महिलाओं ने कहा कि रूपाला की टिकट रद्द हो और फॉर्म भरने की नौबत न आए।
अस्मिता महासम्मेलन के बाद राजनीति माहौल गरमाया
Rajput Samaj के विभिन्न संगठनों ने मिलकर गुजरात के रतनपुर में अस्मिता महासम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन के बाद गुजरात के साथ ही देशभर की राजनीति गरमा गई है। आंदोलन की अगुआई कर रहे राजपूत समाज संकलन समिति के अध्यक्ष करण सिंह चावड़ा, गोहिलवाड राजपूत समाज अध्यक्ष वासुदेवसिंह गोहिल, राजपूत समाज समन्वय समिति अध्यक्ष गोवुभा दादा, समन्वय समिति के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष तृप्तिबा राउल, करनिसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपालसिंह मकराना, वीरभद्र सिंह, रामजुभा जाडेजा आदि ने संबोधित किया। सभी राजपूत संगठन एकजुट हो गए और वक्ताओं द्वारा तमाम राजपूत समाज को एकजुट होकर खुला ऐलान किया कि अगर भाजपा द्वारा परषोत्तम रूपाला का टिकट नहीं काटा जाता है तो राजपूत समाज बड़ा ऐलान करेगा। इसमें क्षत्रिय अस्मिता महासम्मेलन में तमाम क्षत्रिय समाज के लोग शामिल हुए।
गुजरात में ऑपरेशन रूपाला अभियान चलाने पर चर्चा
राजपूत संकलन समिति के प्रमुख करण सिंह चावडा का कहना है कि अगर बीजेपी की तरफ से राजकोट में रूपाला की उम्मीदवारी बरकरार रहेगी तो गुजरात की सभी 26 सीटों पर ऑपरेशन रूपाला चलाएंगे। चावडा ने परशोत्तम रूपाला की उस बयान पर भी आपत्ति व्यक्त की है। जिसमें रूपाला ने कहा था कि हवाएं उस चिराग का क्या बिगाड़ेंगी जिस हिफाजत खुदा करे। चावडा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रूपाला शेरो शायारी में ललकारना बंद करें। राजपूत समाज एकजुट हो चुका है और अब पीछे हटने वाला नहीं है। भाजपा को स्पष्ट तौर पर चेतावनी दे दी और अस्मिता महासम्मेलन में तमाम राजपूत समाज को संकल्प दिलाया कि वे भाजपा का बहिष्कार करेंगे और गुजरात के साथ अन्य राज्यों में भी भाजपा के किसी भी प्रत्याशी का साथ नहीं देंगे और न ही उन्हें वोट दिलाएंगे।