Rajsamand : प्रदेश के शिक्षामंत्री मदन दिलावर के राजसमन्द दौरे के दौरान जिला मुख्यालय के समीपवर्ती तरसिंगड़ा गांव में आदिवासी के घर पर भोजन करने के सन्दर्भ में आदिवासी को दलित बताए जाने पर स्थानीय आदिवासी समाज में रोष व्याप्त हो गया है तथा इसे लेकर रविवार को विरोध प्रदर्शन किया गया।
Rajsamand News : आदिवासी एकता परिषद के जिलाध्यक्ष इन्द्रलाल गमेती एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष रामलाल मीणा ने बताया कि शनिवार को राजसमन्द प्रवास पर आए शिक्षामंत्री दिलावर भावा पंचायत के तरसिंगड़ा गांव में रूपलाल गमेती के घर गए। वहां उन्होंने आदिवासी समुदाय के रूपलाल गमेती के घर भोजन किया तथा इस सम्बन्ध में जो सूचना प्रसारित हुई उसमें आदिवासी को दलित बता दिया गया जिसे लेकर क्षेत्र के आदिवासी समाज में रोष व्याप्त हो गया है। इस घटना से आहत होकर रविवार को आदिवासी एकता परिषद के जिलाध्यक्ष इन्द्रलाल गमेती एवं युवा अध्यक्ष एडवोकेट वेणीराम गमेती के नेतृत्व में स्थानीय व आसपास के क्षेत्रों से समाजजन तरसिंगड़ा गांव में एकत्र हुए जहां विरोध प्रदर्शन किया गया तथा सभी ने आदिवासी को दलित बताए जाने पर शिक्षामंत्री से माफी की मांग की। Education Minister Protest
Madan Dilawar : दलित व आदिवासी समुदाय दोनों अलग
Madan Dilawar : इस अवसर पर पदाधिकारियों ने कहा कि दलित एवं आदिवासी समुदाय दोनों अलग-अलग है। दोनों की प्रथाएं एवं रीति रिवाज अलग-अलग है। ऐसे में आदिवासी को दलित कहकर आदिवासी समाज को अपमानित किया गया है जो अनुचित है। इसके चलते आदिवासी समाज शिक्षामंत्री से मांग करता है कि आदिवासी समाज से माफी मांगे। यह भी कहा कि ऐसा नहीं होने पर पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान नारेबाजी भी की गई वहीं प्रदेश कोषाध्यक्ष रामलाल मीणा ने निंदा प्रस्ताव भी रखा। समाजजनों का कहना है कि आदिवासी समाज गरीब हो सकता है परन्तु स्वाभिमानी है। इस दौरान आसोटिया चौखला के मंत्री हुक्मीचंद भील, एडवोकेट रोशनलाल भील, कमलेश, लेहरीलाल, रमेशचन्द्र, हुक्मीचंद, पूर्व वार्डपंच जमनाबाई सहित क्षेत्र से आए आदिवासी समाजजन उपस्थित थे। Adiwasi Samaj Protest