Rajsamand : खमनोर ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल सतलेवा में शिक्षकों की भारी कमी के चलते ग्रामीणों और छात्रों ने आज सुबह विद्यालय के गेट पर ताला लगा दिया। शिक्षकों की कमी से परेशान ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति की जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
School Closed in rajsamand : ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में वर्तमान में केवल तीन शिक्षक ही कार्यरत हैं, जबकि यहां 320 छात्र पढ़ते हैं। इस स्थिति में छात्रों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। निराश होकर ग्रामीणों ने आज सुबह स्कूल का मुख्य गेट बंद कर दिया। ग्रामीणों द्वारा तालाबंदी और प्रदर्शन की सूचना मिलने पर खमनोर सीबीईओ जमना लाल माली मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी और उच्च अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी।
Villagers Protest on School : 320 छात्राें पर 3 शिक्षक, छात्रों का भविष्य अंधकार में
Villagers Protest on School : शिशोदा के सरपंच भगवान सिंह ने राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल सतलेवा में शिक्षकों की भारी कमी की ओर ध्यान दिलाया है। उन्होंने बताया कि स्कूल में 320 विद्यार्थी पढ़ते हैं, लेकिन इनकी देखरेख के लिए मात्र तीन शिक्षक ही तैनात हैं। इस गंभीर स्थिति के कारण ग्रामीणों ने स्कूल का ताला बंद कर दिया है और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सरपंच ने बताया कि कुछ समय पहले विभाग ने इस समस्या को देखते हुए 5 शिक्षकों को डेप्युटीशन पर भेजा था, लेकिन 16 जुलाई को अचानक तीन शिक्षकों को वापस बुला लिया गया। इससे स्थिति और बिगड़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह शिक्षकों की कमी से छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है और अभिभावक बेहद चिंतित हैं। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द स्कूल में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की व्यवस्था की जाए। Rajsamand news today
Nathdwara news : आश्वासन के बाद खोला ताला
Nathdwara news : खमनोर सीबीईओ जमना लाल माली ने स्कूल में शिक्षकों की कमी से नाराज ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया। लगभग 3 घंटे तक चली इस समझाइश के बाद ग्रामीण मानने को तैयार हुए। सीबीईओ ने पीईईओ शिशोदा को निर्देश दिए कि वे स्कूल में 4 अतिरिक्त शिक्षकों को डेप्युटीशन पर लगाएँ। इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने स्कूल का ताला खोल दिया।