Rajsamand जिले के आमेट ब्लॉक में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल दोवड़ा में बुधवार को शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। तीन शिक्षकों को एपीओ कर दिया, जिससे अन्य शिक्षकों की कार्यशैली और कथित तौर पर छात्राओं के साथ हुई अश्लील हरकतों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। प्रथम दृष्टया शिक्षा विभाग ने लापरवाही के चलते एपीओ करना बताया और विस्तृत जांच रिपोर्ट अधीनस्थ शिक्षा अधिकारियों से तलब की है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग आमेट के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरेंद्र सिंह चुंडावत ने आदेश जारी कर दोवड़ा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के 3 शिक्षकों को एपीओ कर दिया है। इन शिक्षकों पर लापरवाही और अनुशासनहीनता का आरोप है। दोवड़ा स्कूल में एक छात्रा के लापता होने, शिक्षक के साथ जाने और उसके बाद एक छात्रा द्वारा शिक्षक इन्द्रजीत सिंह के खिलाफ यौन शोषण, ब्लैकमेल करने के आरोप को लेकर रिपोर्ट दी। इस पर आमेट थाना पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है। इसे माध्यमिक शिक्षा विभाग आमेट के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरेंद्रसिंह चुंडावत ने भी गंभीर माना है और प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि दोवड़ा के ग्रामीणों ने 13 मई को तहसीलदार को दी शिकायत की गई थी। इस पर शिकायत के आधार पर शिक्षा विभाग ने गोपी लाल रेगर, वरिष्ठ अध्यापक, गुरुप्रीत सिंह, वरिष्ठ अध्यापक (गणित) और अध्यापक (अंग्रेजी -2) धर्मवीर सिंह को तत्काल दोवड़ा स्कूल से हटा दिया गया है। ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि इन शिक्षकों की गतिविधि भी संदिग्ध है, जिसकी निष्पक्ष तरीके से जांच की जाए और आरोपी शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके तहत शिक्षा विभाग ने यह कदम उठाया है। इसके अलावा कथित तौर पर छात्रा को भगा ले जाने के मामले में इन्द्रजीतसिंह को पहले ही निलंबित कर दिया था और निलंबन अवधि के दौरान कोटा जिले के खेराबाद मुख्यालय तय कर दिया गया।
Teacher Sexual Harassment : 3 दिन से गांव में असमंजस के हालात
Teacher Sexual Harassment : एक छात्रा के घर पर बताए बिना कहीं चले जाने और शक के आधार पर दोवड़ा स्कूल के शिक्षक पर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। बाद में वह छात्रा एसपी मनीष त्रिपाठी के पास पहुंच गई और हाईकोर्ट के आदेश की प्रति बताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की। इस पर एसपी ने तत्काल पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवा दी। इस तरह वह छात्रा शिक्षक इन्द्रजीत सिंह के साथ लीव इन रिलेशनशिप में रहना चाहती है। वह छात्रा 18 वर्ष की होकर बालिग होने से अपने जीवन संबंधी निर्णय लेकर स्वतंत्र है। उसके बाद ग्रामीण राजसमंद पहुंचे, जहां पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समझाइश भी की गई। उसके बाद एक नाबालिग किशोरी जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची और उसी शिक्षक इन्द्रजीतसिंह पर ब्लैकमेल कर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए। इस पर एसपी के आदेश पर आमेट थाना पुलिस ने तत्काल पॉक्सो एक्ट में प्रकरण देर रात को ही दर्ज कर लिया। उसके बाद बुधवार को तीन और शिक्षकों को दोवड़ा स्कूल से हटा दिया। इस तरह दोवड़ा स्कूल से 4 शिक्षकों को हटा दिया गया।
Rajsamand Police : पुलिस व शिक्षा विभाग की अलग अलग जांच
Rajsamand Police दोवड़ा स्कूल में छात्रा को भगा ले जाने, यौन शोषण के गंभीर आरोप लगने के बाद अब पुलिस के अलावा माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा भी अलग से पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग ने चार शिक्षकों को हटाया है, जिनकी कार्यशैली और उन पर ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। इसके अलावा एक छात्रा द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, जिसको लेकर भी अन्य छात्राओं व ग्रामीणों से पूछताछ की जाएगी। दूसरी तरफ आमेट थाने में देर रात शिक्षक इन्द्रजीतसिंह के खिलाफ यौन शोषण, छेड़छाड़ व पॉक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया। इस तरह आमेट थाना पुलिस द्वारा एफआईआर के आधार पर अलग से जांच की जा रही है।
छात्रा ने लिखा- हैवान शिक्षकों ने कई लड़कियों की जिन्दगी बर्बाद की
पन्द्रह साल की छात्रा की रिपोर्ट पर आमेट थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। इसमें शिक्षक इन्द्रजीतसिंह पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज कर लिया और अब इस प्रकरण की जांच कुंभलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक ज्ञानेन्द्रसिंह द्वारा की जाएगी। छात्रा का आरोप है कि शिक्षक द्वारा काफी डराया व धमकाया गया था कि अगर वह शिक्षक की किसी भी हरकत का विरोध करेगी और भागकर चली जाएगी, तो वह उसे 10वीं में फेल कर देंगे। दसवीं बोर्ड परीक्षा में फेल होने के डर से विरोध नहीं किया। साथ ही शिक्षक ने यह बात किसी को भी बताने पर जान से मारने तक की धमकी देने का आरोप है।
छात्रा ने शिक्षक इन्द्रजीत पर ये आरोप भी लगाए
- फरवरी 2024 में कॉपी चैक करने के दौरान जबरन शरीर को छुने का प्रयास किया व अश्लील हरकतें की।
- स्कूल में मध्यान्तर के दौरान वह शिक्षक जबरन उसे रोक लेते। सभी छात्र कक्षा से चले जाते, तब वह उसके प्राइवेट पार्ट पर हाथ फेरता था।
- शिक्षक की अश्लील हरकतों से तंग आकर जब वह एक दो बार भाग गई, तो उसे दसवीं में फेल करने की धमकी दी।
- अश्लील हरकतों के बारे में परिवार या किसी अन्य को बताने की स्थिति उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई।
- दसवीं बोर्ड परीक्षा में फेल होने के डर से अब तक उसने शिक्षक की शिकायत नहीं की थी और अब परीक्षा हो चुकी है। इसलिए शिक्षक के खिलाफ देरी से रिपोर्ट दी गई।