Cyber police rajsamand 1 https://jaivardhannews.com/rajsamand-cyber-fraudster-arrested-from-jharkhand/

क्रेडिट कार्ड से हेल्थ इंश्योरेंस को कन्फर्म के बहाने कॉल कर एक शिक्षकों बातों में ऐसा फंसाया कि बातों ही बातों में उसके आईसीआईसीआई बैंक खाते से डेढ़ लाख रुपए पार हो गए। इसमें ओटीपी नहीं लिया, मगर आरोपी ने उस शिक्षक के पूरे मोबाइल को एक्सेज करते हुए बैंक खाते को ही साफ कर दिया। पीड़ित शिक्षक की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद साइबर थाना पुलिस राजसमंद ने त्वरित कार्रवाई करते हुए झारखंड के झामताड़ा से शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ठगी की कुछ राशि के साथ आरोपी को पकड़ लिया।

साइबर थाना प्रभारी एवं पुलिस उप अधीक्षक पार्थ शर्मा ने बताया कि जगनपुरा, रावल, कंडेरा, जिला सवाई माधोपुर हाल राजसमंद जिले में खमनोर के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल पासुनिया के शिक्षक देशराज पुत्र बत्तीलाल मीणा ने साइबर थाने में 13 जनवरी 2024 को रिपोर्ट दी। बताया कि 10 जनवरी को उसके मोबाइल पर कॉल आया और अज्ञात व्यक्ति ने आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड शाखा का कर्मचारी बताते हुए कहा कि आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चालू हो गई। इस पर शिक्षक ने कहा कि मैंने तो कोई पॉलिसी चालू ही नहीं करवाई। सामने से युवक ने कहा कि अगर आप नहीं चाहते हैं, तो आपके मोबाइल में बैंक का एक एप इंस्टॉल करके आप खुद पॉलिसी को बंद कर सकते हैं। इस पर आरोपी वाट्सएप पर एक एक्सेज एप भेज दिया। फिर शिक्षक उस एप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर दिया। इसके साथ ही शिक्षक के मोबाइल का कंट्रोल आरोपी के पास चला गया। फिर आरोपी उसके बैंक खाते से 9 हजार, फिर 49 हजार व अलग अलग किश्तों में उसके क्रेडिट कार्ड से पैसा निकाल लिया। इस बीच शिक्षक के मोबाइल पर ओटीपी आए और बताने के लिए कहा भी, मगर आरोपी बोला कि बैंक द्वारा कभी ओटीपी नहीं मांगे जाते और किसी को ओटीपी कभी मत बताना। इस बात से शिक्षक को उस आरोपी पर विश्वास हो गया। इस तरह आरोपी उसके बैंक खाते से सारा पैसा निकाल लिया।

एपीके एप से मोबाइल का ले लिया एक्सेज

साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि आरोपी ने शिक्षक देशराज मीणा के मोबाइल में एपीके एप इंस्टॉल करवाया। इससे शिक्षक के मोबाइल का एक्सेज आरोपी ने ले लिया, जिससे शिक्षक को जो जो मैसेज OTP मिल रहे हैं, वहीं मैसेज आरोपी को उसके मोबाइल पर ही मिल गए और वह तत्काल ओटीपी के जरिए शिक्षक के खाते से पैसा निकाल लिया। इस तरह किसी भी व्यक्ति को अगर वाट्सएप पर कोई एप इंस्टॉल करने का लिंक देता है, तो किसी को भी इंस्टॉल नहीं करना चाहिए, वरना आपके मोबाइल का एक्सेज सामने वाले व्यक्ति के पास चला जाएगा और आरोपी आपके मोबाइल का दुरुपयोग कर सकता है।

15 दिन की मशक्कत के बाद आरोपी को पकड़ा

डीएसपी पार्थ शर्मा ने बताया कि शिक्षक से ठगी के बाद पुलिस ने गहन तहकीकात करते हुए झारखड़ के झामताड़ा जिले में पहुंची, जहां पर पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर झारखंड पुलिस की मदद ली गई। इस तरह पुलिस ने झामताड़ा जिले के सुपाईडीह निवासी 25 वर्षीय विनोद मंडल पुत्र गिरधारी मंडल को गिरफ्तार कर लिया।

इस पुलिस टीम ने की कार्रवाई

एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के शातिर आरोपी विनोद मंडल को पकड़ने में साइबर थाना प्रभारी पार्थ शर्मा के साथ विशेष टीम का गठन किया गया। उप निरीक्षक सुरेन्द्रसिंह शक्तावत, उप निरीक्षक सुवालाल, कांस्टेबल तिलकेश, मिन्टू, सीता व इन्द्रचंद आदि शामिल है। पुलिस टीम एक पखवाड़े तक झारखंड रही और आरोपी को पकड़कर ले आए।

साइबर ठगी हो जाए तो तत्काल डायल करें 1930

किसी भी व्यक्ति के साथ ऑनलाइन ठगी या धोखाधड़ी हो जाए तो तत्काल राष्ट्रीय साइबर अपराध रोकथाम हेल्पलाइन नम्बर 1930 डायल किया जा सकता है। जिसके साथ ठगी हो, वह तत्काल उक्त नंबर पर सूचना देकर रुपयों को फ्रीज करवा सकते हैं और कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के बाद रुपए वापस प्राप्त किए जा सकते हैं।