राजसमंद. पंचायत समिति राजसमंद के उप प्रधान सुरेश कुमावत व निर्मल ग्राम पंचायत एमड़ी के सरपंच मांगीलाल का कथित तौर पर वायरल ऑडियो से विकास कार्यों में सरपंच, सचिव की कमीशनखोरी उजागर हो गई। उप प्रधान द्वारा ठेकेदार, सचिव से बातचीत होने व रूटीन लेन-देन यानि कमीशन दे देने की बात की जा रही है। उप प्रधान द्वारा राजसमंद बीडीओ के भी साथ में होने का जिक्र किया जा रहा है। इससे सरपंच, सचिव से लेकर ठेकेदार व बीडीओ तक की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है।

जानकारी के अनुसार वायरल ऑडियो में कथित तौर पर राजसमंद पंचायत समिति के उप प्रधान सुरेश कुमावत और एमड़ी सरपंच मांगीलाल सालवी का बताया जा रहा है। वायरल ऑडियो को लेकर उप प्रधान द्वारा गलत बताया जा रहा है, जबकि सरपंच सालवी का कहना है कि यह ऑडियो उनका ही है, जिसमें उप प्रधान कुमावत द्वारा जबरन सरपंच के अधिकार क्षेत्र में दखल करने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह वायरल ऑडियो को लेकर ग्राम पंचायत एमड़ी से लेकर पंचायत समिति राजसमंद तक के तमाम कार्मिक, अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े होने लगे हैं। साथ ही सवाल उठ रहे हैं कि क्या इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में होने वाले प्रत्येक विकास कार्य में सरपंच, सचिव का लेन-देन होता है, यानि कमीशन तय है। वायरल ऑडियो में उप प्रधान द्वारा निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण होने का दावा किया जा रहा है, मगर ठेकेदार व सचिव से बात होने व बीडीओ साहब के साथ में होने, सरपंच- सचिव के सिस्टम में जो भी लेन-देन है, वह मैं कर दूंगा। उप प्रधान द्वारा बोला गया कि म्हाणे पैसा नहीं मिले तो चलेगा, पण थाणे जो भी सिस्टम वे, वो कर देवा।

श्रेय लेने की होड़ का है झगड़ा

नौगामा में स्वीकृत सडक़ के निर्माण में श्रेय लेने की होड़ को लेकर उप प्रधान सुरेश कुमावत और सरपंच मांगीलाल सालवी के बीच ठन गई है। सरपंच यह कार्य अपने हस्ते करवाना चाहते हैं, जबकि उप प्रधान खुद कार्य करके लोगों में अपनी पेठ कायम करना चाहते हैं। इसी झगड़े में यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और पंचायतीराज में कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ गया।

वायरल ऑडियो में यह हुई बातचीत

सरपंच- हेलो, आईसीयू में हो, तीन चार फोन आई ग्या। फिर उप प्रधान बोले कि मुं एक आप ऊ निवेदन करी रो हूं के आपां अबाणु पंचायत समिति ऊं सब सेंक्शनां निकलवाई, रोडा री। वणी में पवनजी है, कॉन्ट्रेक्टर, आपां अबाणु वणाऊ वात करी लीदी। अबाणु मल्या, बीडीओ साहब और म्हां लारे हा। वणाने मैं कीयो के यो काम है, जो मैं खुद करवाई रीयो हूं। आपरे जो भी बिल वील वे, मैं वणाई देऊं, वा कोई समस्या नीं वे। जणे टेम्प पेमेंट आई, वणी पेलां बिल देई देऊं। म्हारे क्लीयर वात वेई गी। वणां कियो- म्हारे कोई समस्या नी। कॉन्ट्रेक्टर ने कहा कि म्हारे जीएसटी न जोई लागतो वेई जो लागे, वो देणा पड़ी, तो वो मुं देई देऊं, काई दिक्कत नी। और मेडम (ग्राम विकास अधिकारी) नेई मैं केई दीदो कि जनरली जो भी आपरे रूटीन में काम करवावा में जो भी लेओ- देओ, आपरे व सरपंच साहब रे, वो करी देवा। वणी में म्हारे काई दिक्कत नी। इस पर सरपंच बोले कि मैं तो मेडम ने पेलाई नटी ग्यो कि काम तो आपे पंचायत ऊं ईज करवावा। इसपर उप प्रधान बोले कि म्हारी वात तो हुणो, सरपंच साहब आप तो खड़ा रीजो, काम में काई समस्या नी है। मटेरियल आपां नकाई रिया और काम आपणे करनो एक नम्बर। म्हारे दो पीया वंचे नी वंचे तोई चाली, ठीक है। म्हाणे पीया नी मली तोई चाली, पण थाणे जो भी सिस्टम में वेई जो कर देवा, जणी में काई समस्या नी, पण काम ऊंए के नौगामा में काम री स्थिति आप ऊं छीपी थकी कोनी। वटे कांकरा व गिट्टी निकळी गी। वस्यो काम म्हारे नी करनो, वात खतम है। इस पर सरपंच बोले कि मैं वटे ऊबो रेई काम करवाऊं, तो उप प्रधान बोले- म्हारी वात तो हुणो सरपंच साब। काम मुं दोड़ी- भागीन, लड़ाई करीन, माथाफोड़ी करीन पंचायत समिति ऊं सेक्शन करायो। अबे मुं चावतो तो कार्यकारी एजेंसी पंचायत समिति लेई लेतो, पण मैं ग्राम पंचायत एमड़ी लीदी। पण मेडम मने कीयो, जणी कारण पंचायत ने यो काम दीदो। मेडम कियो के- सर आप तो कराई दो, कोई दिक्कत कोनी।

ऑडियो तोड़मरोड़ किया वायरल

मैंने गुणवत्तापूर्ण सडक़ निर्माण की बात कही है। घटिया निर्माण मुझे बर्दाश्त नहीं। ऑडियो को तोड़मरोड़ कर वायरल कर मुझे बदनाम करने की साजिश है। मैं आईटी एक्ट में केस दर्ज करवाऊंगा, जिसमें दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा।

सुरेश कुमावत, उप प्रधान पंचायत समिति राजसमंद

उप प्रधान कर रहे जबरन दखल

ऑडियो तो बिल्कुल सही है। पंचायत के कार्य में उप प्रधान द्वारा श्रेय लेने के चक्कर में जबरन दखल करने का प्रयास किया जा रहा है। पंचायत का काम है, तो पंचायत ही करवाएगी। मैं भी ईमानदारी से सेवा के लिए सरपंच बना हूं। मुझे कोई कमीशन नहीं चाहिए और न ही मैं कोई कमीशन लेता हूं। जबरन उप प्रधान द्वारा दबाव बनाया जा रहा है, जो गलत है।

मांगीलाल सालवी, सरपंच ग्राम पंचायत एमड़ी

पंचायतीराज का कार्य पारदर्शी

पंचायत समिति व पंचायतों का कार्य पूर्ण रूप से पारदर्शी है, जिसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं होता। अगर कोई ऑडियो वायरल हुआ है, तो उसकी जांच होगी और जांच होने पर स्पष्ट हो जाएगा।

अरविंदसिंह राठौड़, प्रधान पंचायत समिति राजसमंद

भ्रष्टाचार के आरोप बेबुनियाद

वायरल ऑडियो की क्या सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। विकास कार्य में गुणवत्तापूर्ण करने के लिए सभी बाध्य है। सडक़ का कार्यादेश जिसे हुआ है, वही कार्य भी करेगा। जो भी आरोप है, वह बेबुनियाद व झूठे है।

भुवनेश्वरसिंह चौहान, कार्यवाहक बीडीओ पंचायत समिति राजसमंद