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Rajsamand Loksabha : इस बार 1 लाख 51 हजार 567 नए वोटर, 20.64 लाख मतदाता चुनेंगे अपना सांसद

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Rajsamand Loksabha सीट पर अपना सांसद चुनने के लिए इस बार 20.64 लाख मतदाता ईवीएम पर बटन दबा सकेंगे। राजसमंद लोकसभा में दुसरे चरण में 26 अप्रेल को मतदान होगा। निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2019 के चुनाव के नाम) मुकाबले इस बार करीब डेढ़ लाख मतदाता ज्यादा हैं। इनमें अधिकांश युवा मतदाता हैं। राजसमंद सीट पर एक भी अप्रवासी भारतीय मतदाता नहीं हैं, जबकि इस बार 25 ट्रांसजेंडर भी मतदान कर सकेंगे।

आंकड़ों का विश्लेषण करें तो पता चलता है कि मतदान का अधिकार पाने वालों में महिलाओं की संख्या इस बार ज्यादा हो गई है, जबकि पिछले चुनाव में पुरुष मतदाताओं की संख्या ज्यादा थी। Rajsamand Loksabha क्षेत्र के भीम, कुम्भलगढ़, राजसमंद, नाथद्वारा, ब्यावर, जैतारण, मेड़ता व डेगाणा विधानसभा क्षेत्रों में वोटर्स की बढ़ी संख्या के मद्देनजर सभी जगह कुल 35 नए पोलिंग बूथ भी बनाए गए हैं। आठ में से सबसे मतदाता जैतारण विधानसभा क्षेत्र में हैं, जिनकी संख्या तीन लाख से अधिक है। सबसे कम मतदाता कुम्भलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में करीब सवा दो लाख हैं।

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आठ विधानसभा में जैतारण में सबसे ज्यादा वोटर

विधानसभाबूथपुरूषमहिलाट्रांसजेंडरकार्मिककुल
ब्यावर2861327561287323682262173
मेड़ता 2731486951391542729288580
डेगाना2691371121295160919267547
जैतारण 3061602331499453573310754
भीम2621183151141184467230904
कुंभलगढ़242116573110612441227230
राजसमंद248118391115465168233925
नाथद्वारा239123656117644857241365
कुल2125105573110051862535362064478

फाइल अनुसार

71738 : पुरूष मतदाता बढ़े 2019 से 2024 के बीच में
76283 : महिला वोटर्स का इजाफा हुआ पांच साल में
1912911 : कुल मतदाता थे 2019 के चुनाव में
4545 : महिला मतदाता ज्यादा बढ़ीं इस बार
983993 : पुरुष मतदाता थे पिछले चुनाव में
928903 : महिला मतदाता थीं
15 : थर्ड जेंडर थे पिछली बार इस बार 25

लोकसभा चुनाव में व्यय लगातार बढ़ा

पिछले 67 साल में हुए 17 लोकसभा चुनावों में मतदाताओं का खर्च 69 पैसों से बढ़कर अब 32 रुपए से ज्यादा हो गया है। हालांकि यह आंकड़ा केवल निर्वाचन आयोग के पास मौजूद हिसाब-किताब का है। वास्तविकता में यह और ज्यादा हो सकता है। वर्ष 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में राज्य में 20 सीटें थीं। 1957 में 22 हो गई, जबकि 1967 में 23 और 1967 में 25 कर दी गई। पहले चुनाव में करीब 51 लाख रुपए खर्च किए गए थे, जबकि पिछले 2019 के चुनाव में चुनावी बजट करीब 32 करोड़ का रहा।

राज्य में लोकसभा सीटों पर मतदान व मतदाताओं पर खर्च

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