भीम प्रधान वीरमसिंह द्वारा पूर्व विधायक हरिसिंह रावत को 27 लाख रुपए देकर प्रधान बनाने के आरोप के बाद राजसमंद के साथ प्रदेश स्तर पर भाजपा में आए भूचाल ने मंगलवार शाम को नया मोड़ ले लिया। प्रधान वीरमसिंह ने प्रदेशाध्यक्ष को भेजी शिकायत और सोशल मीडिया पर किए खुद के वीडियो को भी झूठा बता दिया। प्रधान के आरोप के बाद पूर्व विधायक हरिसिंह रावत ने मौजूदा विधायक सुदर्शनसिंह की साजिश बताई और दोनों में जुबानी जंग भी हुई। फिर प्रधान वीरमसिंह द्वारा खुद के बयान को झुठलाने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। इससे सवाल उठ रहा है कि आखिर भीम व राजसमंद की राजनीतिक ड्रामे में आखिर सच्चा कौन है और झूठा कौन। इधर, भीम पूर्व विधायक हरिसिंह ने कहा कि- इस पूरे ड्रामे का असली विलेन तो भीम पंचायत समिति के बीडीओ डॉ. रमेशचंद्र मीणा है, जबकि बीडीओ डॉ. मीणा ने सारे आरोप झूठे बताए। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर सच्चा कौन है और झूठा कौन ?
06.07.2021 : राजसमंद में राजनीतिक ड्रामा : 27 लाख लेकर प्रधान बनाने के आरोप को खुद वीरमसिंह ने बताया झूठा
प्रधान वीरमसिंह राजसमंद के नौचोकी पाल मीडिया से मुखातिब हुए। बताया कि उनके लेटरपेड का गलत इस्तेमाल किया। बीडीओ पर विधायक सुदर्शन सिंह रावत से मिलने का दबाव बनाने और ब्यावर ले जाकर नशीला पदार्थ खिलाकर बेसुध करने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा कि बीडीओ रमेश चंद्र मीणा ने डिजिटल हस्ताक्षर के बहाने खाली लेटर हेड पर हस्ताक्षर करवाए। इसके बाद इस पर पूर्व विधायक हरिसिंह रावत से 27 लाख रुपए लेकर प्रधान बनाने वाली बात लिखी, जबकि इसके बारे में उन्हें कुछ भी जानकारी नहीं है। बीडीओ रमेश चंद्र मीणा एक कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं। जो लगातार मौजूदा विधायक सुदर्शन सिंह रावत से मिलकर काम करने का दबाव बना रहे थे।
बीडीओ ने नशीला पदार्थ खिलाकर बेसुध कर दिया
प्रधान ने बताया कि बीडीओ चार माह में तीन बार उन्हें विधायक से मिलवाने लेकर गए। चौथी बार मिलवाने के लिए 3 जुलाई को अपनी निजी कार से ब्यावर ले गए। ब्यावर में एक होटल पर नाश्ता करने के लिए रूके थे। नाश्ते में नशीला पदार्थ खाने के बाद उन्हें कुछ भी सुध.बुध नहीं रही। ब्यावर से अन्य लोग उन्हें जयपुर लेकर गए। जयपुर होश आयाए तब वे एक होटल के कमरे में थे। जयपुर से मंगलवार सुबह बस से रवाना हुआ। दोपहर में ब्यावर अपनी बेटी के ससुराल गया। बेटी के ससुर जफरु उन्हें भीम लेकर आए। यहां पूर्व विधायक हरिसिंह से मिला। प्रधान ने कहा कि बीडीओ ने पिछले सात महीने में कभी उनकी बात नहीं सुनी। लगातार विधायक सुदर्शन सिंह मिलकर काम करने का दबाव बनाते रहे हैं।
इधर, भाजपा में ही अन्तर्कलह
भाजपा के पूर्व देवगढ़ नगर अध्यक्ष अजय सोनी एवं पूर्व ओबीसी युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष जयेंद्रसिंह रावत ने प्रेसवार्ता कर कहा कि पूर्व विधायक हरिसिंह रावत आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा पार्टी के ही अजय सोनी एवं जयेंद्रसिंह ने प्रधान को गुमराह किया है। जबकि भीम प्रधान से कोई संपर्क नहीं रहा है। पूर्व विधायक पर लगे आरोप की जांच होनी चाहिए। प्रेस वार्ता केे दौरान पूर्व प्रदेश प्रतिनिधि हुकमसिंह आपावत, पूर्व पार्षद बस्तीमल मेवाड़ा, भगवतसिंह राठौड़, बाबूलाल कलवाड़ी, हिम्मतसिंह पंवार, सुरेश जोशी, किशनलाल सालवी, कन्हैयालाल सेन, लादूलाल सालवी आदि मौजूद थे।