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राजसमंद. राज नोबल्स एवं मेवाड़ के तीर्थ की पहल पर नगरपरिषद स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से दो दिवसीय राजसमंद प्रतिष्ठा महोत्सव का आगाज शुक्रवार को बीएन गर्ल्स कॉलेज राजसमंद में रंगोली व दीप प्रज्जवलन से हुआ। अब 24 फरवरी काे ऐतिहासिक नौचोकी पाल पर नौ कुंडीय हवन एवं दीपांजलि कार्यक्रम होगा। साथ ही राज मंदिर में जय राजपूताना संघ द्वारा धार्मिक अनुष्ठान होगा।

बीएन गर्ल्स कॉलेज परिसर में राज नोबल्स संस्थान अध्यक्ष सत्यपालसिंह चुण्डावत व आयोजन समिति संयोजक शैतानसिंह चुंडावत के सानिध्य में छात्राओं द्वारा विविध रंगों व पुष्पों से आकर्षक रंगोली बनाई गई। कार्यक्रम में राज नोबल्स अध्यक्ष सत्यपालसिंह चुंडावत ने कहा कि विक्रम संवत 1732 के माघ माह की नवमी से पूर्णिमा तक पहला प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित हुआ। जिसमें नगर की स्थापना, राजसिंह महल, झील की परिक्रमा आदि कार्यक्रम हुए थे। राजसमन्द स्थापना एवं निर्माण के समय रणछोडदास भट्‌ट द्वारा राज प्रशस्ति एवं नौचौकी निर्माण में लसानी के दलपतसिंह चुंडावत का विशेष मार्गदर्शन रहा। आयोजन समिति संयोजक शैतानसिंह चुण्डावत ने बताया कि नौचोकी पाल पर 24 फरवरी अपराह्न 3 बजे से नौ कुंडी हवन होगा। गायत्री शक्तिपीठ के आचार्यों के सानिध्य में अनुष्ठान होगा, जिसमें जोड़े आहुतियां देंगे। कार्यक्रम संयोजिका डॉ मन्जु बोहरा के निर्देशन में छात्राओं ने राजसमन्द प्राण प्रतिष्ठा की रचनात्मक रंगोली बनाकर फूलों व रगों से सजाया। इस दौरान एसएमबी कॉलेज नाथद्वारा के सह आचार्य डॉ. चक्रपाणि उपाध्याय, एसएमबी नाथद्वारा सह आचार्य भौतिक विज्ञान डॉ. नीरा तलेसरा,डॉ. अनुसुया उपाध्याय, डॉ. ललिता राठौड, डॉ. विनिता पालीवाल, डॉ. सान्त्वना बापना, डॉ. सगीता मालपानी, डॉ. कमलेश पालीवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सम्पतलाल रेगर ने किया।

राजसमंद के नामकरण पर हुआ था महोत्सव

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राज नोबल्स अध्यक्ष चुंडावत ने बताया कि महाराणा प्रताप के लड़पड़ पौत्र राजसिंह ने विश्व में पहला अकाल राहत कार्य करवा जन जन के साथ खेती,उद्योग के लिए जल व्यवस्था के साथ धार्मिक, सामाजिक,आर्थिक पहलुओं का समन्वय कर राजसमंद झील का निर्माण करवाया। संवत 1732 माघ शुक्ल नवमी से पूर्णिमा तक राजसमंद प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन कर राजसमंद का नामकरण किया। राजनगर, राजमहल का भी नामकरण किया। राज नोबल्स भी महाराणा राजसिंहजी के धार्मिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक कार्यो को समर्पित भाव का ही एक नाम है।

राजपूताना संघ करेगा अनुष्ठान

जय राजपूताना संघ द्वारा राजसमंद प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में राजमहल स्थित अन्नपूर्णा माता मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्ठान करेंगे। साथ ही महाराणा राज सिंह को याद करते हुए उनके आदर्श से भावी पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा।

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