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Rajsamand : राजसमंद जिले के राजनगर स्थित श्री बाटेश्वर महादेव मंदिर में इस वर्ष महाशिवरात्रि महोत्सव को अत्यंत धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार यह भव्य आयोजन तीन दिवसीय होगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। श्री बाटेश्वर महादेव सेवा समिति ने पूरे महोत्सव की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली है, और श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
श्री बाटेश्वर महादेव सेवा समिति के प्रमुख मधुसूदन सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि महाशिवरात्रि महोत्सव को भव्य रूप से मनाने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। तीन दिवसीय इस उत्सव में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, भजन संध्या, सुंदरकांड पाठ एवं भगवान शिव की दिव्य बारात का आयोजन किया जाएगा। महाशिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ 24 फरवरी की रात्रि में भजन संध्या से होगा। इस विशेष संध्या में मातृशक्ति की ओर से भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। श्रद्धालु मां पार्वती और भगवान शिव की स्तुति में डूबकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति करेंगे। महिलाओं द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली भजन संध्या आयोजन का प्रमुख आकर्षण रहेगी। यह संध्या भक्तों को अध्यात्म और भक्ति की अद्भुत अनुभूति कराएगी। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या, यानी 25 फरवरी को मंदिर परिसर में संतजनों के सान्निध्य में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। सुंदरकांड का पाठ रामचरितमानस का अत्यंत महत्वपूर्ण भाग माना जाता है और यह भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। इस आयोजन में प्रख्यात संतजनों का प्रवचन और आशीर्वचन भी श्रद्धालुओं को प्राप्त होंगे, जिससे भक्तों को सकारात्मक ऊर्जा एवं अध्यात्म की गहराई में उतरने का अवसर मिलेगा।
Mahashivratri : शिव विवाह एवं अनूठी बारात
Mahashivratri : महाशिवरात्रि के मुख्य दिन 26 फरवरी को दोपहर 2:30 बजे मानक चौक चौमुखा महादेव से भगवान शिव की दिव्य और अनूठी बारात निकाली जाएगी। यह बारात न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगी, बल्कि इसमें विभिन्न पारंपरिक झांकियां भी सम्मिलित की जाएंगी। बारात की विशेषताएं निम्नलिखित होंगी:
- बैलगाड़ी में भगवान शिव दूल्हे के रूप में विराजित होंगे।
- भस्म रमाए हुए भूत-प्रेतों की टोली स्वाभाविक भाव-भंगिमा में उपस्थित होगी, जो बारात का विशेष आकर्षण होगी।
- बैंड-बाजों, ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक संगीत की धुनों के बीच यह बारात पूरे नगर में भ्रमण करेगी।
- यह बारात मालीवाड़ा, नायकवाड़ी, दाणी चबूतरा, फव्वारा सर्कल होते हुए बाटेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी, जहां इसका भव्य स्वागत किया जाएगा।
शिव-पार्वती विवाह की रस्में भी पूरी धार्मिक विधि-विधान से संपन्न कराई जाएंगी। विवाह मंडप में भगवान शिव और माता पार्वती का वरमाला और विवाह संस्कार संपन्न होगा। इस आयोजन को देखने के लिए श्रद्धालुओं का विशाल जनसमूह उमड़ने की संभावना है।
सेवा समिति द्वारा की जा रही विशेष तैयारियां
श्री बाटेश्वर महादेव सेवा समिति इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। समिति के सदस्य विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं और हर गतिविधि को सुचारू रूप से आयोजित करने में जुटे हुए हैं। इस उत्सव को सफल बनाने के लिए सुनील साहू, गिनीश साहू, यशवंत रेगर, गोपाल, प्रकाश माली, कपिल यादव, दीपक सहलोत, अजय साहू, सोनू सालवी, रवित सोनी, अनुज सिंह राव, देवेश लष्कार, आशुतोष वैष्णव, राहुल साहू, भूपेंद्र बैरवा, मुरली साहू, आनंद यादव, पवन सिंह, जयेश साहू सहित कई अन्य सदस्य पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं।