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मेवाड़ राजवंश में महाराणा प्रताप के साथ राणा राजसिंह जी का जीवन और व्यक्तित्व सदैव अनुकरणीय और प्रेरणादायक रहा हैं। जिला प्रमुख रतनी देवी चौधरी ने साकेत साहित्य संस्थान द्वारा प्रकाशित राणा राजसिंह राजसमंद पुस्तक के जिला परिषद में राजसमंद में विमोचन किया।

Rajsamand जिला प्रमुख रतनी देवी चौधरी ने कहा कि Rana Rajsingh का ने जनता वत्सल जननायक के रूप में किए गए ऐतिहासिक अमिट जनहित कार्यों की श्रृंखला में राजसमंद झील का निर्माण जीवन दायिनी गंगा के समान हैं। राणा राजसिंह और राजसमंद के बारे में यह पुस्तक आने वाले पीढ़ी के लिए ज्ञान का स्त्रोत साबित होगी। साथ ही कहा कि राणा राजसिंह का जीवन अनुकरणीय है। साकेत के महासचिव कमल अग्रवाल ने बताया कि राणा राजसिंह एवं राजसमंद जिले पर केंद्रित इस पुस्तक में जिले के भौगोलिक धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के साथ राणा राजसिंह के जीवन को वर्णित किया हैं।

पुस्तक से युवा पीढ़ी होगी जागरूक

अध्यक्ष पूरण शर्मा ने संस्थान के संगठनात्मक स्वरूप की जानकारी देते हुए इसके विस्तारित स्वरूप से सभी को अवगत कराया। संपादिका कुसुम अग्रवाल ने कहा कि पुस्तक की प्रासंगिकता को इंगित करते हुए युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करने में Rana Rajsingh के जीवन से सीख मिलेगी। सह संपादक साकेत उपाध्यक्ष नारायणसिंह राव ने साकेत साहित्य संस्थान के विभिन्न सामाजिक समसामयिक विषयों के साथ पर्यावरण शिक्षा चिकित्सा मतदान जागरूकता पर किए गए प्रकाशन की जानकारी प्रदान की। शिक्षाविद् दिनेश श्रीमाली ने राजसमंद जिले में साहित्य के माध्यम से यहां के धरोहर को स्थापित करने प्रचार प्रसार करने में साकेत साहित्य संस्थान द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए संतोष व्यक्त किया।

Rajsamand : कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

इस अवसर पर साकेत साहित्यकार सदस्य दिनेश श्रीमाली, वीणा वैष्णव, कमलेश जोशी, माधवलाल जटिया, चंद्रशेखर शर्मा बख्तावरसिंह चुंडावत, नारायणसिंह राव उपस्थित थे। आभार चंद्रशेखर शर्मा ने ज्ञापित किया।