एक पांच माह की गर्भवती महिला से बलात्कार के मामले में दो माह बाद भी पुलिस की अग्रिम कार्रवाई नहीं होने व आरोपियों द्वारा बार बार धमकाने से तंग महिला फिर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के पास राजसमंद पहुंची। एसपी के समक्ष नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस के प्रति असंतोष जताते हुए पीडि़ता फफक पड़ी। इस पर एसपी चौधरी ने तसल्ली से उसकी बात सुनी और जल्द प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पूरी घटना यह है कि 11 अप्रैल 2021 को वह खेत से लौट रही थी, तभी मास्क पहने दो युवकों ने मुंह दबाकर उसे नीचे गिरा दिया और आरोपियों ने उसके साथ बलात्कार किया और उसके मुंह में मिट्टी भर दी। इस कारण पीडि़ता चीख भी नहीं पाई। फिर उसे बदहवास हालत में छोडक़र बदमाश फरार हो गए। घटना के बाद उसके पिता बाइक लेकर आए और उसे आमेट अस्पताल ले गए, जहां 5 माह का गर्भ होने पर आवश्यक दवाइयों के साथ उपचार शुुरू कर दिया। अस्पताल से लौटने के बाद 16 अप्रैल को कुंवारिया थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी। फिर कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लागू हो गया और पुलिस अन्य कार्यों में व्यस्त हो गई, जिससे 2 माह तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।
इससे आहत पीडि़ता मंगलवार को राजसमंद पहुंची और एसपी को ज्ञापन देकर कुंवारिया थाने में दर्ज प्रकरण में जल्द जांच करवाकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में उल्लाई, सहाड़ा भीलवाड़ा निवासी मुकेश गाडरी व गिरडिय़ा, सहाड़ा भीलवाड़ा निवासी लक्ष्मणलाल गाडरी पर बलात्कार करने का आरोप है और पीडि़ता के गांव के हीरालाल गाडरी पर सहयोग करने का आरोप है।
पीडि़ता ने ज्ञापन में बताया कि कथित तौर पर आरोपी एक युवक उसकी छोटी बहन से नाता विवाह करना चाहता है, जो लंबे समय से उसके परिवार को प्रताडि़त कर रहा है। इस तरह पीडि़ता ने पूरा घटनाक्रम बताते हुए न्याय की गुहार लगाई। इस पर एसपी ने प्रकरण की जल्द जांच करवाने का आश्वासन दिया। साथ ही आरोपियों द्वारा धमकियां देने के आरोप पर एसपी ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही दोनों आरोपियों को संबंधित थाना पुलिस द्वारा पाबंद कर दिया जाएगा।