Ravindra Singh Bhati news https://jaivardhannews.com/ravindra-singh-bhati-surrounded-sp-office/

बाड़मेर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्रसिंह भाटी बालोतरा में एसपी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। भाटी का कहना है कि कल 26 अप्रैल को जो चुनाव हुए उसमें गड़बड़ी हुई है व उन्होंने अपने समर्थकाें के साथ मारपीट का आरोप लगाया है। हालांकि सुबह Ravindra Singh Bhati ने एक्स पर ट्वीट कर कहा था कि वो आज बालोतरा में एसपी ऑफिस का घेराव करेंगें।

दोपहर 1.20 बजे भाटी के समर्थक बड़ी संख्या में एसपी कार्यालय पहुंचे। जैसे ही भाटी वहां पहुंचे, उनके समर्थकों का हुजुम उमड़ पड़ा। वे एसपी ऑफिस के पास आए और भाटी ने उनसे शांत रहने की अपील की। इसके बाद भाटी और उनके समर्थक एसपी ऑफिस के बाहर धरना देकर बैठ गए। इस दौरान, बालोतरा एसपी कार्यालय के बाहर सैकड़ों की संख्या में आरएसी और पुलिस बल तैनात कर दिया गया। Ravindra Singh Bhati ने अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बालोतरा- बाड़मेर हाइवे NH- 12 को जाम न करें। सभी पूर्णतया शांति बनाए रखें। साथ ही भाटी ने कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक हम धरने पर ही बैठे रहेंगें।

26 अप्रैल को मतदान के वक्त हुआ था हंगामा

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26 अप्रैल को बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा में दोपहर 3 बजे किसी बात को लेकर निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्रसिंह भाटी व उम्मेदाराम बेनीवाल के समर्थक आपस में भिड़ गए। प्रत्याशियों के समर्थकों के झगड़े के कारण वोटिंग पर भी असर पड़ा, जिससे आधे घंटे के लिए वोटिंग थम गई थी। Ravindra Singh bhati ने प्रशासन पर आरोप जड़ा कि उनके पोलिंग एजेंट को बायतू विधानसभा के बूथ से बाहर कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि ईवीएम पर उनके नाम के ऊपर पट्टी लगा दी गई ताकि कोई भी वोट न दे सके मुझे। साथ ही मुझे जो वोट देने आ रहे प्रवासियों कि गाड़िया रोकी गई।

प्रशासन की द्वैषपूर्ण तरीके से कार्रवाई- Bhati

Ravindra Singh Bhati ने कहा कल चुनाव के दौरान मेरे कार्यकताओं को बालोतरा जिले में हर बूथ पर परेशान किया गया। लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं कि प्रशासन मौन अवस्था में बैठा रहा। उन्होंने कहा कि कल ऐसी कई घटनाएं हुई जिनकी बालोतरा थाने में FIR भी दी। मगर पुलिस प्रशासन ने अभी तक मुकदमा तक दर्ज नहीं किया। भाटी ने कहा कि जब वीडियों में सब कुछ दिखाई दे रहा था तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार क्यों नही किया। यह प्रशासन की द्वैषपूर्ण कार्रवाई है। जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक धरना जारी रहेगा।