लक्ष्मण सिंह राठौड़ @ राजसमंद
राजसमंद शहर में हाइवे आठ पर राजनगर के पास ओवरब्रिज से बस के गिरकर आग लगने व दस लोगों की मौत होने की सूचना के बाद हडक़ंप मच गया। घटना के बाद पुलिस, प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया, मगर बार- बार कॉल करने के बाद भी आधे घंटे बाद आरके जिला चिकित्सालय से एम्बुलेंस व डॉक्टर की टीम मौके पर पहुंची। जिला अस्पताल, चिकित्सा विभाग, जिला परिषद व नगरपरिषद के अधिकारी, कार्मिक पौन घंटे बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे। इस तरह ज्यादातर कार्मिक व अधिकारी अलर्ट दिखे, जबकि कई कार्मिक व अफसर गंभीर लापरवाह भी नजर आए।
घटना, दुर्घटना व आपदा से तत्काल राहत को लेकर अधिकारी, कार्मिक कितने गंभीर है। यह परखने के लिए जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना व एसपी सुधीर चौधरी ने हादसे की सूचना देकर मॉकड्रील रखी। 1.34 बजे जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष राजसमंद को सूचना दी, जहां से कलक्टर- एसपी सहित तमाम अधिकारियों को सूचना दे दी गई। इस पर सूचना मिलते ही सबसे पहले पुलिस की चेतक, कंट्रोल रिजर्व टीम 1.41 बजे मौके पर पहुंच गई। फिर सिग्मा की टीमे और 1.42 बजे कलक्टर नीलाभ सक्सेना, एसपी सुधरी चौधरी, सीआईडी व डीएसबी टीम भी पहुंच गई। 1.43 बजे राजनगर थाने की टीम, 1.45 बजे फायर ब्रिगेड पहुंच गई। फिर 1.45 बजे डीएसपी बेनीप्रसाद मीणा, 1.48 बजे राजसमंद एसडीएम डॉ. दिनेश राय सापेला, तहसीलदार राजेंद्र भारद्वाज व एससी, एसटी सेल प्रभारी पहुंचे। 1.55 बजे विद्युत निगम की टीम आई, जबकि 2.01 बजे सिविल डिफेंस के जवान, 2.02 बजे एनएचएआई पेट्रोलिंग टीम, 2.02 बजे जिला परिवहन अधिकारी, 2.03 बजे हाइवे मांडावाड़ा टोल एम्बुलेंस व टीम पहुंची और मादड़ी- कुंवारिया से 108 एम्बुलेंस भी आ गई। 2.10 बजे वन विभाग की टीम पहुंंची। इस तरह हादसे के बाद जिस टीम की सबसे पहले जरूरत रहती है, वह चिकित्सा टीम आरके जिला चिकित्सालय से डॉ. संघर्ष जैन के नेतृत्व में सबके बाद 2.11 बजे पहुंची।
सूचना के बाद भी नहीं आए
राजसमंद शहर में ट्रेवल्स बस पलटने, आग में दस लोगों की मौत की सूचना के बाद भी कुछ अधिकारी तो पौन घंटे बाद भी मौके पर पहुंचे। सीएमएचओ डॉ. प्रकाश चंद्र शर्मा, नगरपरिषद अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। इसके अलावा कोई जनप्रतिनिधि भी मॉकड्रिल के दौरान मौके पर नहीं पहुंचे, जो उनकी भूमिका पर बड़ा सवाल कर रहा है।
चिकित्सा टीम के प्रति नाराज दिखे कलक्टर
बस पलटने, आग से दस लोगों की मौत होने के भीषण हादसे की सूचना जिला चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित व सीएमएचओ डॉ. प्रकाशचंद्र शर्मा को दी गई। फिर भी तत्काल जिला अस्पताल की एम्बुलेंस व चिकित्सा टीम नहीं पहुंची, जबकि कंट्रोल रूम से भी बार बार कॉल किए गए। पुलिस चौकी द्वारा भी जिला अस्पताल प्रशासन को सूचना दी गई। देरी से जिला अस्पताल की टीम के पहुंचने पर एसडीएम डॉ. दिनेश राय सापेला ने भी जवाब मांगा, तो डॉ. संघर्ष जैन ने सूचना का समय बताते हुए अपना पक्ष रखा।
कौन कितनी देर में पहुंचा, कलक्टर करेंगे समीक्षा
सड़क हादसे की सूचना देकर मॉकड्रिल के जरिए सभी विभागीय अधिकारी व कार्मिकों की सतर्कता व सजगता परखी गई। 1.30 बजे हादसे का समय बताया। उसके बाद 1.41 बजे से 2.11 बजे तक पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, कार्मिक आते रहें। राजसमंद शहर की 108 एम्बुलेंस भी यहां नहीं थी, जिससे कुंवारिया की एम्बुलेंस देरी से पहुंची। सूचना देने के बाद कौन अधिकारी व कार्मिक कितनी देर में पहुंचे और कौन नहीं पहुंचे। इसको लेकर अब जिला कलक्टर द्वारा समीक्षा की जाएगी।