Road Accident : धौलपुर जिले में शनिवार रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। करौली रोड पर लाइन का पुरा गांव के पास एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से तीन मजदूरों की जान चली गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।
सदर थाना प्रभारी रामनरेश मीणा ने बताया कि रात करीब 8 बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि करौली रोड पर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई है। पचगांव चौकी प्रभारी राजेंद्र प्रसाद मीणा और हेड कॉन्स्टेबल अरुण शर्मा की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। ट्रैक्टर-ट्रॉली में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। सभी घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। तीसरे व्यक्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
Tractor Accident in Rajasthan : मृतकों की पहचान
Tractor Accident in Rajasthan : हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। उनकी पहचान इस प्रकार है:
- अर्जुन (32), पुत्र पप्पू जाटव, निवासी नेता का पुरा, थाना दिहौली।
- भूरी सिंह (50), पुत्र मोजीराम, निवासी भौडिया, थाना मनियां।
- मनोज (40), पुत्र हरविलास, निवासी भौडिया, थाना मनियां।
इनके शवों को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
Big Accident in Rajasthan : घायलों की हालत गंभीर
Big Accident in Rajasthan : हादसे में घायल हुए दो व्यक्तियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें:
- बिरखा (42), पुत्र रोशन लाल, निवासी जैरा का पूरा, थाना मनियां।
- कल्ला (32), पुत्र भूप सिंह, निवासी भौडिया, थाना मनियां।
कल्ला की हालत गंभीर होने के कारण उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
Three Workers Death : मजदूरी करते थे सभी पीड़ित
Three Workers Death : हादसे के बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार सभी लोग मजदूर थे। वे रोज की तरह लकड़ियां लेकर मनियां जा रहे थे। हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई, जिससे उनके परिवारों पर भारी संकट खड़ा हो गया है।
Big Tractor Accident in Dholpur : नई शादी, अधूरा सपना
Big Tractor Accident in Dholpur : नेता का पुरा गांव के अर्जुन की शादी छह महीने पहले ही आगरा, उत्तर प्रदेश में हुई थी। अर्जुन मजदूरी करके अपना और परिवार का पेट पालता था। हादसे के बाद परिवार में शोक की लहर है। अर्जुन का बड़ा भाई भी मजदूरी करता है और पूरा परिवार लकड़ियां काटकर जीवनयापन करता है।
मनोज के बच्चे हुए अनाथ
मनोज के परिवार पर इस हादसे ने सबसे बड़ा प्रहार किया है। मनोज के तीन बेटे और एक बेटी हैं। उनका जीवन लकड़ियां काटकर और मजदूरी से चलता था। मनोज की मौत के बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
भूरी सिंह का परिवार भी संकट में
हादसे में घायल भूरी सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। भूरी सिंह के परिवार में उसके दो बेटे हैं। उनमें से एक, रिंकू, शादीशुदा है। भूरी सिंह और उसके दोनों बेटे दिहाड़ी मजदूरी करते थे। उनकी मौत ने परिवार के लिए आर्थिक संकट खड़ा कर दिया है।
पुलिस और स्थानीय लोगों ने किया रेस्क्यू
हादसे के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने में काफी मेहनत की। ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे फंसे मजदूरों को निकालने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। प्रारंभिक जांच में हादसे की वजह ट्रैक्टर-ट्रॉली का अनियंत्रित होना बताया जा रहा है। खराब सड़कें और ट्रैक्टर-ट्रॉली का अत्यधिक भार भी हादसे का कारण हो सकते हैं। हालांकि, पुलिस ने हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
शोक में डूबा क्षेत्र
इस हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया है। तीनों मृतक परिवारों के लिए यह हादसा किसी त्रासदी से कम नहीं है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि दिहाड़ी मजदूरी से जीवनयापन करने वाले इन परिवारों के लिए आर्थिक सहायता जरूरी है।