राजसमंद जिले में बीती रात को भीषण सड़क हादसे में ट्रेवल्स बस चालक, खलासी सहित तीन लोगों की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई, जबिक दस यात्री घायल हो गए। हादसे में गंभीर घायल दो लोगों को नाथद्वारा अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर कर दिया गया। बस अहमदाबाद से चुरू जा रही थी, तभी हाइवे आठ पर नाथद्वारा थाना क्षेत्र में राबचा के पास फोरलेन किनारे बने यात्री प्रतिक्षालय से बेकाबू ट्रेवल्स बस टकरा गई। हादसे के बाद राजसमंद पुलिस उप अधीक्षक के साथ तीन थानों से पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंच गया और राहत कार्य शुरू किए गए।
पुलिस उप अधीक्षक बेनीप्रसाद मीणा ने बताया कि अहमदाबाद से चुरू जा रही ट्रेवल्स बस के नाथद्वारा थाना क्षेत्र में राबचा के पास पहुंचने पर अचानक पिकअप सामने आ गई, जिसे बचाने के प्रयास में ट्रेवल्स बस बेकाबू हो गई। बस की रफ्तार भी काफी तेज थी और अचानक पिकअप के आने से ट्रेवल्स बस नहीं रूकी। फिर बस फोरलेन किनारे बने यात्री प्रतिक्षालय से टकरा गई। हादसे में बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से पिचक गया। दुर्घटना में बस चालक सारस, सरदारशहर जिला चुरू निवासी 38 वर्षीय रणवीर पुत्र भोजुराम मेघवाल, खलासी बीजासर, डूंगरगढ़ जिला बीकानेर निवासी 26 वर्षीय बाबूलाल पुत्र भंवरलाल गोदारा और बीजासर, जिला बीकानेर निवासी आनंद कुमार पिता कुंदनमल की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा बस में सवार दस यात्री घायल हो गए। हादसे में गंभीर घायल चुरू निवासी 21 वर्षीय प्रमोद पुत्र परथाराम और लाडनूं, नागौर निवासी 32 वर्षीय रामकिशन पुत्र छोटूलाल जांगीड़ गंभीर घायल हो गए, जिन्हें नाथद्वारा अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर कर दिया गया।
पुलिस- प्रशासन हो गया अलर्ट
राबचा के पास हाइवे पर भीषण सड़क हादसे की सूचना के बाद पुलिस, प्रशासन व चिकित्सा महकमा भी तत्काल अलर्ट हो गया। राजसमंद पुलिस उप अधीक्षक बेनीप्रसाद मीणा के साथ नाथद्वारा, देलवाड़ा व खमनोर थाना प्रभारी सहित भारी पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंच गया और 108 एम्बुलेंस के अलावा नाथद्वारा अस्पताल से भी एम्बुलेंस मंगवा ली। बस में फंसे शव और घायलों को पुलिस जवानों ने लोगों की मदद से बाहर निकाला व गोवर्धन राजकीय जिला चिकित्सालय नाथद्वारा पहुंचाया गया, जहां वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल जाट के निर्देशन में चिकित्सा टीम द्वारा उपचार शुरू कर दिया गया।
पिकअप भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त
सड़क हादसे में ट्रेवल्स बस की टक्कर के बाद पिकअप भी सड़क किनारे दूर जाकर बिजली के पोल से टकराकर रूक गई। दुर्घटना में पिकअप भी बुरी तरह से पिचक गई और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस तरह ट्रेवल्स बस व पिकअप दोनों ही वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए, जो अभी हाइवे किनारे ही पड़े हुए हैं। बस के खलासी की तरफ की साइड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है।
बिजली पोल नहीं गिरा, वरना होता और बड़ा हादसा
बेकाबू ट्रेवल्स बस की टक्कर के बाद पिकअप सड़क किनारे बिजली के ट्रांसफार्मर पोल से टकराकर रूक गई। अगर बिजली का पोल नीचे गिर जाता या बिजली का तार टूट जाता, तो बड़ा हादसा हो सकता था। कई लोग इस हादसे के बाद करंट की चपेट में आने से झुलस जाते हैं और कई लोगों की मौत भी हो सकती है। इसलिए यह तो गनीमत रही कि पोल सलामत रहा, जिससे कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, वरना करंट की चपेट से कई लोगों की जान पर बन आती।
दुर्घटना में ये लोग हो गए थे घायल
- प्रमोद पुत्र परथाराम, 21 वर्ष, निवासी चुरू
- रामकिशन पुत्र छोटूलाल जांगीड़, 32 वर्ष, निवासी लाडनू, जिला नागौर
- डूंगरराम पुत्र जसाराम, निवासी बीजासर, डूंगरगढ़ जिला बीकानेर
- कंवरी पत्नी सोहनलाल चोधरी, 60 वर्ष, छोटा चिलोड़ा, घनश्यामनगर, अहमदाबाद
- जाबरमल पुत्र मूलचंद खांची, 24 वर्ष, दयालपुरा, जिला नागौर
- जितेंद्रसिंह पुत्र मनोहरसिंह 25 वर्ष, बटूता कला, जिला झुंझुनूं
- ताराचंद पुत्र मनोज कुमार पुनिया, निवासी सोसासी, जिला चुरू
- गिरधारी पुत्र गंगाराम राम 35 वर्ष, निवासी गंगासार, जिला चुरू
- महेंद्रसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपूत, वयस्क, माल का गुड़ा, नाथद्वारा पिकअप चालक
- कैलाशचंद्र पुत्र देवकिशन ब्राह्मण, धांयला, नाथद्वारा
मच गया हाहाकार, मदद के लिए दौड़ आए लोग
हाइवे आठ पर राबचा के पास जैसे ही तेज धमाके के साथ हादसा हुआ, तो राबचा व आस पास के क्षेत्र से कई लोग मौके पर मदद के लिए दौड़ आए। हादसा होते ही एक बारगी भी हाहाकार मच गया और चौतरफा चीख, पुकार व बचाव के लिए लोग चिल्ला उठे। इस पर हाइवे किनारे होटल, ढाबे व क्रेसर प्लांट में कार्य करने वाले लोग भी दौड़ आए।
ट्रेवल्स बसों की रफ्तार भी नियंत्रण नहीं, इसीलिए बढ़ रहे हादसे
हाइवे आठ पर ज्यादातर हादसों में वाहनों की तेज रफ्तार ही दुर्घटना का मुख्य कारण सामने आ रहा है। बीती रात को राबचा में जो हादसा हुआ, उसमें भी ट्रेवल्स बस की रफ्तार बेकाबू होने की वजह से ही यह हादसा होने प्रतीत हो रहा है। हाइवे पर बेरोकटोक ट्रेवल्स बसों के तेज रफ्तार में चलना भी कहीं न कहीं पुलिस व परिवहन विभाग की व्यवस्था की पोल भी खोलता है। आखिर पुलिस व प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।