केलवाड़ा से कुभलगढ़ दुर्ग सड़क के किनारे 15 दिन पहले बनी सुरक्षा दीवार केवल तीन घंटे की बारिश में ढह गई। गनीमत रही कि जिस वक्त दीवार ढही, तब दुर्ग जाने वाला काेई भी पर्यटक दीवार के पास नहीं था, बाकी बड़ा हादसा हाे सकता था। एक घंटे पहले ही यहां से कुछ पर्यटक फाेटाे खिंचवा कर निकल चुके थे। पीडब्ल्यूडी ने निर्माण में ठेकेदार की लापरवाही काे जिम्मेदार माना है, वहीं ठेकेदार ने बारिश काे जिम्मेदार बताया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 4 कराेड़ 34 लाख रुपए में सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क और किनारे सुरक्षा दीवार पीडब्ल्यूडी की देखरेख में बनाई जा रही है। शनिवार सुबह 9 बजे से ही क्षेत्र में हल्की फुहार के साथ दिनभर बारिश का दौर रहा। घटिया निर्माण के कारण इतनी सी बारिश में ही दीवार का हिस्सा ढह गया, वहीं दीवार का बाकी का हिस्सा भी कभी भी ढह सकता है। क्योंकि आधी से ज्यादा जगह दरारें आ चुकी है। टेंडर के अनुसार 5 किमी. सड़क का काम 24 नवंबर 2021 तक पूरा करना है। यहां बन रही सड़क का काम पहले से ही धीमी गति से चल रहा है। इससे पर्यटकों को धूल के गुबार से होकर निकलना पड़ता है।
जहां सुरक्षा दीवार व सड़क धंसी, वहीं पर है सेल्फी प्वाइंट
कुंभलगढ़ मार्ग पर जिस जगह यह दीवार ढही, वहां पर्यटकाें का सेल्फी पाइंट भी है। कुंभलगढ़ जाते समय सुबह से ही लोग यहां पर फोटोग्राफी करवाने रूक रहे थे। लेकिन बारिश शुरू हाे जाने से लाेग यहां से निकल गए थे। तभी यह दीवार ढहकर मलबे में तब्दील हो गई। गनीमत रही की कोई पर्यटक यहां खड़ा नहीं था।
सुरक्षा दीवार का काम ठेकेदार ने 15 दिन पहले ही किया था। उसमें ठेकेदार ने भराव में ध्यान नहीं दिया। इससे दीवार ढह गई। अभी क्षतिग्रस्त दीवार के यहां बैरिकेट लगाएंगे। ठेकेदार को कोई भुगतान नहीं किया गया है, फिर से दीवार बनाएगा।
विमलकुमार, जेईएन, पीडब्ल्यूडी
सड़क अंदर धंस गई है। सड़क का काम घटिया हाेने पर तकनीकी अधिकारियाें से जांच करवाकर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 5 साल की अवधि की वारंटी है। सड़क जल्द ठीक करवाई जाएगी, ताकि पर्यटकाें काे परेशानी नहीं हो। संबंधित ठेकेदार से वसूली करते हुए जुर्माना लगाया जाएगा।
-जयपालसिंह राठौड़, एसडीएम, कुंभलगढ़
क्षेत्र में लगातार बारिश हाे रही है। प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा दीवार धंसी है। घटिया निर्माण हाे रहा था ताे अधिकारी क्या कर कर रहे थे, उन्हाेंने भी निरीक्षण किया था।
–ओमप्रकाश चाैधरी, ठेकेदार
ठेकेदार ने सरकार की स्वीकृत राशि से कम रेट पर ठेका लेने से इस सुरक्षा दीवार के काम में लापरवाही की है। इससे दीवार टूट गई। गनीमत रही कि दीवार टूटते समय वहां काेई नहीं था। वरना बड़ा हादसा हाे सकता था।
-बिशन सिंह राणावत, सरपंच, गवार