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School Accident : स्कूल छत का प्लास्टर गिरा, चार छात्राएं घायल, 2 साल पहले करवाई थी मरम्मत, कई स्कूलों के कक्षा कक्ष जर्जर

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School Accident : राजसमंद शहर के सबसे पुराने राजनगर राउमावि इंग्लिश मीडियम स्कूल में शनिवार दिन में हॉल की छत का प्लास्टर गिरने से चार छात्राएं घायल हो गईं। चारों को राजनगर पीएचसी लेकर गए, जहां एक छात्रा के हाथ में फ्रैक्चर होने की आशंका पर आरके अस्पताल रेफर किया। जांच के बाद चारों छात्राओं को छुट्टी दे दी।

Rajsamand news today : प्रिंसिपल कमलेश काहल्या ने बताया कि हॉल में नियमित छात्र-छात्राओं का बैठना होता है। जिले का बड़ा स्कूल होने से जिला स्तरीय कई कार्यक्रम भी इसी हॉल में होते हैं। हॉल 25 साल पुराना होने से दो साल पूर्व ही नगर परिषद के सार्वजनिक भवन मरम्मत के माध्यम से हॉल की मरम्मत करवाई। हॉल की छत पर कंक्रीट व वाटरप्रूफिंग करवाई गई। हॉल की अंदर से छत का पैचवर्क किया गया। हॉल का रंगरोगन भी करवाया, लेकिन इस बार बारिश में थोड़ी सीलन में ही छत का प्लास्टर उखड़ गया। सूचना मिलने पर सीडीईओ वींद्र तोमर, एडीपीसी घनश्याम लाल गौड़, राजसमंद सीबीईओ नरोत्तम दाधीच, पटवारी व नगर परिषद के अधिकारी आदि मौके पर पहुंचे।

Education System : करीब सवा सौ छात्र- छात्राएं बैठे थे हॉल में

Education System : सीबीईओ दाधीच ने बताया कि छत पर कहीं भी पानी नहीं भरा था। पानी निकासी का उचित प्रबंध है। जानकारी के अनुसार स्कूल में शनिवार को नो बैग डे होने से हॉल में कक्षा नौवी से 12वीं के करीब सवा सौ छात्र – छात्राओं को एक साथ बैठा कर कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान छत का प्लास्टर का बड़ा टुकड़ा छात्राओं के ऊपर गिर गया। इससे अफरा-तफरी मच गई। सभी छात्र-छात्राओं को तुरंत बाहर निकाला गया। इसमें 11वीं की छात्रा निकिता पुत्री हरिराम सेन, भाविका पुत्री जालाराम सेन, कक्षा नौवी की अक्षिता पुत्री मंगल सिंह व राजनंदिनी पुत्री पुष्कर सिंह पर प्लास्टर गिरा। दो छात्राओं के सिर से खून बहने लगा। चारों छात्राओं को राजनगर पीएचसी ले गए, जहां निकिता के हाथ में फ्रैक्चर की आशंका पर आरके जिला अस्पताल रेफर किया। राजनंदिनी व अक्षिता के सिर में चोट आने पर टांके लिए गए। निकिता के भी जांच करवाने पर फ्रैक्चर नहीं आया। चारों छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई।

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School roof collapsed : कई स्कूलों के कक्षा कक्ष जर्जर, तेज बारिश में बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है

School roof collapsed : जिले के सांगठकला व पुठोल ग्राम पंचायत की स्कूलों को क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन हालात अभी मिडिल स्कूलों जैसे हैं। राउमावि सांगठकला में इस साल साढ़े चार सौ से अधिक बच्चे हो गए, लेकिन 12 कक्षाओं के लिए मात्र 9 कक्षा कक्ष ही उपलब्ध हैं। इनमें से भी चार कक्षा कक्ष पुराने व जर्जर होने से उनमें बच्चों को बैठाना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में स्कूल प्रशासन छठी से आठवीं कक्षा को बरामदे में बैठाकर पढ़ाई करवाता है। कक्षा नौवी व 10वीं तथा 11वीं व 12वीं को अलग-अलग बैठाया जाता है। स्कूल के अध्यापक ने बताया कि बारिश के दिनों में हालात बहुत खराब हो जाते हैं। पुरानी व जर्जर कक्षा कक्ष की दीवारों से पानी टपकता है। चार कमरों में बहुत ज्यादा पानी टपकने से ऐसा लगता है, यह कभी गिर सकते हैं। ऐसे में तेज बारिश होने पर कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों को छुट्टी करनी पड़ती है।

School Accident in rajsamand : पुठोल प्रार्थना स्थल मंच की छत में आरपार छेद, सरिया भी निकले

School Accident in rajsamand : राजसमंद शहर के पास ही कुंभलगढ़ मार्ग पर राउमावि पुठोल का प्रार्थना स्थल का मंच पूरी तरह से जर्जर है। मंच की छत पर एक बड़ा छेद हो गया। छत का प्लास्टर पूरी तरह से उखड़ गया। छत के सरिया भी निकलकर लटक गए। संस्था प्रधान ने बताया कि प्रार्थना स्थल मंच को कंडम घोषित करने के लिए विभाग को कई बार लिखा गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में अब खुले मैदान में प्रार्थना करवाई जाती है। बारिश आने पर बरामदे में बच्चों को खड़ा करके प्रार्थना करवाई जाती है। बच्चों को जर्जर मंच की ओर नहीं जाने से रोजाना हिदायत देनी पड़ती है। खासकर छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

Student Injured in rajsamand : बालकृष्ण स्कूल को पीडब्ल्यूडी ने जर्जर घोषित कर रखा है, फिर भी स्कूल चल रही

Student Injured in rajsamand : कांकरोली की आजादी से पहले से बना श्री बालकृष्ण विद्या भवन राउमावि को पीडब्ल्यूडी ने वर्ष 2022 में भौतिक सत्यापन में अयोग्य घोषित कर दिया था। पीडब्ल्यूडी ने रिपोर्ट में लिखा- स्कूल को मरम्मत के बजाए गिराकर पुनःनिर्माण करवाना ही उचित होगा। इसका भी बड़ा हॉल अनुपयोगी हो गया, क्योंकि बारिश के दिनों में या नमी होने के बाद उसमें से चूना गिरता है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका है।

इनका कहना है

जिले का डीएमएफटी फंड शिक्षा पर खर्च किया जाता है, लेकिन उसकी भी एक लिमिट होती है। फिर भी हम जिले की जर्जर स्कूलों के प्रस्ताव मांगवाएंगे। डीएमएफटी फंड के माध्यम से इनकी मरम्मत या नया भवन बनाया जाएगा।

डॉ. भंवर लाल, कलेक्टर, राजसमंद

हमने मानसून से पहले ही 25 मई को एक पत्र सभी स्कूलों को भेज दिया। जिस भवन, कक्षा कक्ष में बारिश के दिनों में पानी टपकता है या जर्जर है। उसमें बच्चों को नहीं बैठाएं। एक लेटर और जारी कर सख्त चेतावनी दी जाएगी। जहां तक राजनगर स्कूल के हॉल का प्लास्टर गिरने की बात है, यहां की छत साफ थी, सीलन भी नहीं आ रही थी। इसके बावजूद प्लास्टर गिर गया। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण है। चारों बच्चियां ठीक हैं।

रवींद्र कुमार तोमर, सीडीईओ, राजसमंद
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