राजस्थान के अलावा बिहार, आंध प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पंजाब में पहलीे से 12वीं तक के स्कूल खुल चुके है। लेकिन राजस्थान में तीसरी लहर की आशंका को लेकर पहली से आठवीं तक स्कूल बंद है। ये फिलहार दीपावली तक नहीं खुलेंगे। कोरोना की आशंका को लेकर छोटे बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा रहा है।
राजस्थान के पड़ोसी राज्य पंजाब और उत्तर प्रदेश सहित 5 स्टेट में पहली से 12वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं। जबकि राजस्थान में 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले गए हैं। राज्य के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में 6 से 8वीं तक की ऑफलाइन क्लासेज फिलहाल शुरू होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। तीसरी लहर की आशंका में छोटे बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा रहा है। सरकार अब दिवाली के बाद ही इन क्लासेज को ऑफलाइन की छूट दे सकती है। दरअसल, अन्य राज्यों की स्थिति का फीडबैक लेने के बाद शिक्षा विभाग ने राज्य में पहली से आठवीं तक के स्कूल खोलने के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे हैं। इन प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने के बाद शिक्षा विभाग पहली से आठवीं तक के स्कूल खोलने की गाइडलाइन जारी करेगा। फिलहाल राज्य सरकार ने इन प्रस्तावों को हरी झंडी नहीं दी है।
सितंबर माह में राज्य में अनेक एजेंसियों की ओर से प्रतियोगी परीक्षाएं करवाई जा रही है। पीटीईटी, डीएलएड सहित एसआई की प्रतियोगी परीक्षाएं हो चुकी है। जबकि आरपीवीटी, कृषि पर्यवेक्षक, कॉलेज लेक्चरर सहित राज्य की सबसे बड़ी परीक्षा रीट अभी होनी बाकी है। रीट में राज्यभर से करीब 25 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। ऐसे में सितंबर माह में छठी से 8वीं तक के स्कूल खुलने की संभावना नजर नहीं आ रही है। वहीं वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि पहली से पांचवी तक के स्कूल भी दीपावली के बाद ही खुलेंगे।
18 महीनों से बंद है पहली से 5वीं तक के स्कूल
पहली से 5वीं तक के बच्चों के लिए राज्य में स्कूल को बंद हुए 18 महीने हो चुके हैं। पिछले सत्र में 10 महीने बाद 18 जनवरी को 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले गए थे। स्थितियां सामान्य होने पर 8 फरवरी को छठी से 8वीं तक के स्कूल भी खोले गए। लेकिन मार्च में कोरोना के केस बढ़ने के कारण छठी से 12वीं के स्कूलों को वापस बंद कर दिया गया था। 16 मार्च, 2020 के बाद से अब तक पहली से 5वीं तक के बच्चों को एक बार भी स्कूल नहीं बुलाया गया है।