रिपोर्ट से परिवारजनों के नाम निकलवाने की एवज में डेढ लाख की रिश्वत लेते थानाधिकारी और रीडर दोनों को ACB की टीम ने रंगों हाथों गरफ्तार कर लिया। अलवर ACB ने भरतपुर जिले के गोपालगढ़ थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह और उसकी रीडर सोनिया को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार किया। थानाधिकारी सुरेंद्र ने परिवादी से किसी मामले में उसके परिजनों के नाम निकलवाने के लिए रिश्वत मांगी थी।
एसीबी लगातार 5 दिनों से सत्यापन करवाने में लगी हुई थी। सत्यापन के समय पहले परिवादी से 10 लाख रुपए की मांगे। उसके बाद 5 लाख की डिमांड की गई। उसके बाद एक लाख 50 हज़ार रुपए में पूरा मामला तय किया गया। इस दौरान एसीबी ने 3 बार घूसखोर पुलिस कर्मियों का सत्यापन कराया। एसएचओ की रीडर सोनिया परिवादी से 5 लाख रुपए लेने पर अड़ी रही। परिवादी और पुलिसकर्मियो में डेढ़ लाख रुपए में सौदा तय हुआ। परिवादी सोमवार को डेढ़ लाख रुपए लेकर गोपालगढ़ थाने पहुंचा और एसीबी ने दोनों पुलिसकर्मियो को घूस लेते पकड़ लिया। SHO सुरेंद्र ने अपनी मौजूदगी में रीडर सोनिया को रिश्वत की राशि दिलाई थी।
अलवर एसीबी के एडिशनल एसपी विजय सिंह ने सोमवार को गोपालगढ़ थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह और उसकी रीडर सोनिया को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। परिवादी ने बताया की उसके और उसके परिवार के खिलाफ गोपालगढ़ थाने में एक मामला दर्ज है। इसमें SHO उसके परिजनों के नाम निकालने के लिए 10 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है।दूसरी तरफ परिवादी ने अपना नाम गुप्त रखने का अनुरोध किया है। एडिशनल एसपी का कहना है की जब भी सत्यापन करवाया गया तो घूसखोर पुलिसकर्मियों ने पैसे की डिमांड रखी, लेकिन परिवादी एक साथ पैसे देने की बात कह कर उन्हें टहलाता रहा।