Shri Sanwaliya Seth : मेवाड़ के चार धाम में शामिल चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित भगवान श्री सांवलिया सेठ अब किसी भक्त के घर पावणे नहीं पधारेंगे। इस पर मंदिर मंडल सीईओ द्वारा तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि काफी समय से श्री सांवलिया मंदिर के कुछ पुजारी द्वारा सामाजिक, धार्मिक और व्यावसायिक कार्यक्रमों में सांवरा सेठ की प्रतिमूर्ति ले जाया जा रहा था। बदले में रुपए मांग के आरोप लगे तो मंदिर मंडल द्वारा यह बड़ा निर्णय लिया गया है। कुछ भक्तों की शिकायत के बाद मंदिर मंडल सदस्यों ने आपात बैठक बुलाते हुए यह निर्णय लेते हुए पुजारियों को भी पाबंद किया गया है।
Sanwariya Seth Temple News : चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं श्री सांवलिया जी मंदिर मंडल सीईओ प्रभा गौतम ने एक आदेश जारी कर श्री सांवलिया सेठ की प्रतिमूर्ति को अन्य किसी भी कार्यक्रम में जाने पर रोक लगा दी हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर पुजारियों की प्रतिमूर्ति के साथ कई फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर हुए हैं। उदयपुर से आया एक भक्त श्री सांवलिया सेठ के दरबार पहुंचा और खुद के घर सांवरा सेठ के आने की बात कही। जब मंदिर मंडल के सदस्यों को इसकी जानकारी थी, तो उन्होंने इस संबंध में पूछताछ की। भक्त ने बताया कि उनके घर के प्रोग्राम में सांवलिया सेठ पांवणा बनकर आए थे। इसके लिए उन्होंने पुजारी को रुपए भी दिए थे। उसके बाद ऐसा एक नहीं बल्कि कई मामले सामने आते गए और ज्यादातर भक्त उदयपुर जिले के ही थे। इस बात का खुलासा होते ही श्री सांवलिया सेठ मंदिर मंडल के सदस्यों के होश उड़ गए। उल्लेखनीय है कि पहले शालिग्राम जी को तुलसी विवाह के दौरान पांवणा बनाकर ले जाया जाता था, लेकिन उस पर भी कई वर्षों पहले इस पर भी रोक लगा दी गई थी। अब सांवलिया सेठ की प्रतिमूर्ति मंडफिया मंदिर से बाहर नहीं जाएगी।
Sanwariya Seth mandir : सीईओ ने कार्रवाई की चेतावनी भी दी
Sanwariya Seth mandir : अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं मंदिर मंडल सीईओ प्रभा गौतम ने सांवलियाजी के पावणे पधारने की व्यवस्था पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही पुजारियों को नसीहत दी गई है कि अब वे किसी भी जगह श्री सांवलिया सेठ को पावणे के रूप में नहीं ले जाएंगे। सांवलियाजी की प्रतिमूर्ति अब किसी भी निजी सामाजिक, धार्मिक और व्यावसायिक प्रोग्राम्स में में नहीं ले जाई जा सकेगभ्। इसके लिए सभी पुजारियों को खास तौर से निर्देश देकर पाबंद किया गया है। साथ ही चेतावनी जारी की गई है कि अगर किसी भी जगह यह सूचना आती है या सांवलियाजी की प्रतिमूर्ति को पावणा ले जाया जाता है, तो संबंधित पुजारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
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Sanwariya Seth mandir New Rule : अब पुजारी सीधे कोई पोशाक नहीं बदल सकेंगे।
Sanwariya Seth mandir New Rule : मंदिर मंडल सीईओ ने बताया कि मंदिर मंडल की ओर से श्री सांवलिया सेठ के लिए रोजाना पोशाक पुजारियों को दी जाती है, लेकिन कई बार भक्तों द्वारा भेंट की गई पोशाक लेकर सीधे ही पुजारी दूसरी पोशाक पहना देते थे। अब भक्तजन कोई भी अगर ठाकुरजी की पोशाक या शृंगार सामग्री लाते हैं, तो मंदिर मंडल में ही संपर्क करना होगा। मंदिर मंडल द्वारा पुजारियों को भगवान श्री सांवलिया सेठ की छवि में किसी भी तरह का अलग शृंगार नहीं करने की हिदायत दी गई है। भगवान की पोशाक मंदिर मण्डल के सदस्य हर रोज उपलब्ध करवाएंगे। मंदिर पुजारी खुद किसी भी यात्री से अपने स्तर पर पोशाक लेकर ठाकुर जी धारण नहीं करवा सकते।
Sanwariya Seth mandir Board Meeting : मंदिर मंडल की बैठक में ये थे मौजूद
Sanwariya Seth mandir Board Meeting : श्री सांवलियाजी मंदिर की व्यवस्था को लेकर सांवलियाजी मंदिर बोर्ड अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर की अध्यक्षता में बैठक हुई। साथ ही मंदिर की विभिन्न व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई। इस दौरान सदस्य श्री लाल पाटीदार, ममतेश शर्मा, अशोक शर्मा, शंभू सुथार, संजय मंडोवरा, प्रमुख पुजारी द्वारका दास, शिवशंकर पारीक प्रशासनिक अधिकारी-प्रथम, नंदकिशोर टेलर प्रशासनिक अधिकारी-द्वितीय सहित कई कार्मिक मौजूद थे।