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Snake Bite : नागिन का बदला, एक ही परिवार पर बरसाया जहर का तीर: पिता-पुत्र की मौत, देखिए क्या है सच

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Snake Bite : पिछले तीन दिनों में एक ही परिवार के पांच सदस्यों सहित कुल छह लोगों को सांप ने डस लिया। इस घटना में पिता-पुत्र की मौत हो गई, जबकि अन्य चार लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। लगातार हो रही इन घटनाओं से गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने इस सांप को ढूंढ कर मार डाला। घटना करौली के मांची गांव की है।

करौली जिले के मांची गांव में सांप के लगातार हमलों से दहशत का माहौल है। 14 अक्टूबर को गांव निवासी पुष्पेंद्र सिंह (32) और उनके चार वर्षीय बेटे गर्वित को नींद में सांप ने डस लिया था। गंभीर हालत में दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां गर्वित ने दम तोड़ दिया और पुष्पेंद्र भी इलाज के दौरान दम तोड़ गए। इस घटना के दो दिन बाद, 16 अक्टूबर को देवी सिंह के छोटे भाई बाबू सिंह, उनके बेटा दीपेंद्र (18) और भतीजा नागेंद्र (31) भी सांप के शिकार हो गए। बाबू सिंह ने खुद को रेंगते हुए सांप को महसूस किया और उसे बाहर निकाल फेंका। उसी दिन सांप ने दीपेंद्र और पड़ोसी महिला अंकिता (30) को भी डस लिया। हालांकि, इन सभी का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। करौली अस्पताल के पीएमओ डॉ. रामकेश मीणा ने बताया कि इन मामलों में जहर का असर कम था।

Snake Biting In a Family : सांप को लेकर हो रही ये बातें

Snake Biting In a Family : गांव में हुए लगातार सांप के हमलों को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह सांप किसी परिवार से बदला ले रहा है। कुछ का कहना है कि नाग-नागिन के जोड़े में नाग की मौत हो गई थी और नागिन अपने साथी की मौत का बदला लेने के लिए इस परिवार को निशाना बना रही है। इस घटना ने गांव में दहशत फैला दी है और लोग सांपों की याददाश्त और बदले की भावना को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं।

Snake Bite In Karoli : हमले के पीछे कॉमन करेत सांप

Snake Bite In Karoli : सांप के हमलों के पीछे कॉमन करेत नामक एक बेहद जहरीले सांप का हाथ होने का खुलासा हुआ है। गांव में सांपों को पकड़ने आए रवि मीणा के अनुसार, जो सांप ने लोगों को डसा है, वह कॉमन करेत है, जिसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। यह सांप बेहद खतरनाक है और अक्सर सोते हुए लोगों को निशाना बनाता है। मीणा ने बताया कि कॉमन करेत के दांत इतने बारीक होते हैं कि व्यक्ति को डसे जाने का एहसास तक नहीं होता। यह सांप सोते हुए व्यक्ति के पास आकर धीरे से डस लेता है। 14 और 17 अक्टूबर को हुई घटनाओं में भी कॉमन करेत ही जिम्मेदार था। हालांकि, इन मामलों में सांप ने इतनी गहराई तक दांत नहीं गड़े थे कि जहर शरीर में पूरी तरह फैल पाए। ग्रामीणों ने इस खतरनाक सांप को मार भी दिया है।

Five People Bite Snake : सांप की याददाश्त और बदला लेने की क्षमता

Five People Bite Snake : सांपों के बारे में अक्सर यह धारणा होती है कि वे अपने दुश्मनों को पहचानते हैं और उनसे बदला लेते हैं। लेकिन क्या यह सच है? सांपों में निश्चित रूप से दिमाग होता है, लेकिन यह इंसानों या कुत्तों-बिल्लियों जितना विकसित नहीं होता। सांप का दिमाग उसके शरीर का सिर्फ 1% हिस्सा होता है। वे कुत्तों की तरह इशारों को नहीं समझ सकते। हालांकि, वे खतरे को भांप लेते हैं और अपनी रक्षा के लिए हमला कर सकते हैं। नर सांप मादा को और मादा नर को पहचान सकते हैं। लेकिन क्या सांप किसी व्यक्ति को पहचान कर उससे बदला ले सकते हैं? इसका जवाब है – नहीं। सांपों की याददाश्त बहुत ही सीमित होती है। वे कुछ पलों के बाद ही किसी घटना को भूल जाते हैं। इसलिए यह मानना कि सांप अपने दुश्मन को पहचान कर उससे बदला लेते हैं, वैज्ञानिक तौर पर सही नहीं है।

Havoc of common krait snake : सांपों की दृष्टि और श्रवण क्षमता

Havoc of common krait snake : सांपों की दृष्टि और श्रवण क्षमता इंसानों की तुलना में काफी भिन्न होती है। जहां तक दृष्टि की बात है, तो अधिकांश सांप धुंधला देख पाते हैं, कुछ ही प्रजातियां स्पष्ट रूप से देख पाती हैं। सांपों के कान नहीं होते हैं, इसलिए वे ध्वनि को उसी तरह नहीं सुन पाते जैसे हम सुनते हैं। वे जमीन के कंपन को अपनी जीभ और शरीर के अन्य अंगों से महसूस करते हैं। जब कोई जानवर चलता है तो जमीन में कंपन होता है और सांप इस कंपन को महसूस कर लेता है। बीन बजाने पर जो कंपन होता है, उसे भी सांप महसूस करता है और अपनी सुरक्षा के लिए फन फैलाता है। यह ऐसा नहीं है कि सांप बीन की धुन पर नाच रहा है।

सांप का एक ही घर में बार-बार आना: एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण

सांपों का एक ही घर में बार-बार आना, विशेषकर जहां पहले किसी सांप को मारा गया हो, अक्सर लोगों को डराता है। यह आम धारणा है कि सांप बदला लेने के लिए आते हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो इसके पीछे एक अलग कारण है। सांप अपनी त्वचा पर और अपने मल-मूत्र के माध्यम से एक विशिष्ट प्रकार की गंध छोड़ते हैं, जिसे फेरोमोन कहते हैं। ये फेरोमोन अन्य सांपों के लिए संकेत का काम करते हैं। सांपों की सूंघने की क्षमता इंसानों की तुलना में कई गुना अधिक होती है, वे इन सूक्ष्म गंधों को बहुत आसानी से पहचान लेते हैं। नर और मादा सांप एक-दूसरे को खोजने के लिए इन्हीं फेरोमोन का उपयोग करते हैं। जब कोई सांप किसी घर में आता है और उसे मार दिया जाता है, तो उसकी गंध उस जगह पर रह जाती है। यह गंध इतनी सूक्ष्म होती है कि सामान्य सफाई से भी पूरी तरह से नहीं जाती। अन्य सांप इस गंध को सूंघकर उस जगह पर आ जाते हैं। यह ऐसा ही है जैसे कोई जानवर अपने क्षेत्र को चिह्नित करता है। इसलिए, जब कोई सांप किसी घर में बार-बार आता है, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि वह बदला लेने आया है, बल्कि इसका मतलब यह होता है कि उस जगह पर पहले से ही किसी सांप की गंध है और नए सांप उस गंध का अनुसरण करते हुए वहां पहुंच रहे हैं।

How to know whether a snake is poisonous or not : सांप के काटने पर कैसे पहचाने कि वह जहरीला है या नहीं?

How to know whether a snake is poisonous or not : सांप के काटने की घटनाओं से लोग अक्सर घबरा जाते हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि सभी सांप जहरीले नहीं होते हैं। सांप के काटने के निशान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सांप जहरीला था या नहीं। यदि काटने की जगह पर दो स्पष्ट दांत के निशान और आसपास नीला घेरा हो तो यह संकेत है कि सांप जहरीला था। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाना आवश्यक है। वहीं, यदि काटने के निशान छोटे-छोटे और चंद्राकार हों तो यह संभावना है कि सांप जहरीला नहीं था। हालांकि, सावधानी बरतते हुए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

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