Report By बाबूलाल कीर
हंसते- खेलते परिवार में माता- पिता के साथ रह रहे 26 वर्षीय युवक ने अपने ही घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इकलौती बेटे की मौत होने के बाद परिवार भी सदमे आ गया। सवाल यह भी उठ रहा है कि ऐसा क्या हो गया, जिसकी वजह से उसे फंदे पर लटकना पड़ा। आत्महत्या के कारण फिलहाल रहस्यमयी बने हैं। पोस्टमार्टम के बाद शव का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटना के बाद उसके पिता बेसुध से हो गए। इस पर उन्हें तत्काल आरके जिला अस्पताल में पहुंचाकर उपचार करवाया गया।
यह मामला है राजस्थान में राजसमंद जिले के कांकरोली थाना क्षेत्र में माेही गांव। मोही में आचार्य निरंजन नाथ चौराहे के पास स्थित मकान में गुरुवार को 26 वर्षीय हिमांशु टांक पुत्र लक्ष्मीलाल टांक ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर कांकरोली थाने से उप निरीक्षक रामसिंह मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए। मकान पर कमरे में पंखे से गमछे का फंदा बनाकर युवक लटका मिला। फिर पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को फंदे से नीचे उतरवाया। पुलिस ने मौका पर्चा रिपोर्ट तैयार करते हुए शव को राजसमंद के आरक जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां पर डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस ने आत्महत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए शव परिजनों को सौंप दिया गया। उसके बाद हिमांशु के शव को वापस पैतृक गांव मोही लाया गया, जहां से शवयात्रा निकाल कर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दूसरी तरफ Rajsamand Police द्वारा गहन जांच की जा रही है। जवान बेटे की मौत को पिता लक्ष्मीलाल टांक सहन नहीं कर पाए और बेसुध भी हालत हो गई। इस पर उन्हें आरके राजकीय जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उनका उपचार किया गया।
इकलौते बेटे की मौत पर बदहवास माता- पिता
26 वर्षीय बेटे हिमांशु की मौत से परिजनों के साथ पूरा गांव ही स्तब्ध है। बस स्टैंड पर उसके किराणा व पेय पदार्थ की दुकान है। साथ ही गांव में भी उसका व्यवहार अच्छा है, जिसके अचानक इस तरह का कदम उठाना कोई समझ नहीं पा रहा है कि आखिर ऐसी क्या स्थिति बन गई। इतना तनाव किस बात का था, जिससे आत्महत्या करनी पड़े। आर्थिक दृष्टि से भी कोई ज्यादा परेशानी नहीं थी। परिवार में वह अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। बेटे की अर्थी को कंधा देते वक्त उसके पिता लक्ष्मीलाल टांक फफक कर रो पड़े, तो अन्य ग्रामीणों की आंखे भी नम हो गई।
एक दिन पहले नाना के निधन पर अंतेष्टी में गया
हिमांशु टांक के नाना का जूणदा गांव में निधन होने से वह उसके पिता लक्ष्मीलाल टांक व मां के साथ गया। अंतिम संस्कार के बाद वह शाम को ही वापस मोही घर लौट आया, जबकि उसकी मां व पिता जूणदा में रहे। दूसरे दिन जब उसके पिता लक्ष्मीलाल टांक मोही गांव में अपने घर पहुंचे, तो बेटे को कमरे में फंदे पर लटका देखकर चीख पड़े। इस पर इस दौरान यादवेन्द्रसिंह भाटी सहित कई ग्रामीण दौड़ आए। फिर सूचना पर कांकरोली थाने से पुलिस भी पहुंच गई।
एक साल में 4 युवकों ने की आत्महत्या
मोही गांव में पिछले एक साल में चार युवकों ने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। बताया कि दस दिन पहले ही मोही निवासी दीपक पुत्र रामचंद्र खटीक ने भी फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि चारों की आत्महत्या युवा उम्र की थी, मगर कारण स्पष्ट नहीं हो पाए।