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रोंगटे खड़े कर देगी दर्दभरी कहानी… उजड़ा बोरज सरपंच का सुहाग, पति की मौत से घर में मचा कोहराम

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लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद

कुदरत भी लोगों के साथ अजब खेल खेलता है। सुख- दु:ख का चक्र भी आज तक कोई समझ नहीं पाया। तभी तो एक भरा पूरा परिवार खुशियों से लबरेज था। डिम्पल जब मदनसिंह के साथ शादी के गठजोड़ में बंधी, तब सरपंच का ख्वाब भी नहीं देखा था। शादी के कुछ ही महीनों बाद नई नवेली विवाहिता डिम्पल कुंवर को ग्रामीणों ने अपार स्नेह दिया और उसे सरपंच चुन लिया। इस तरह परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। फिर संयुक्त परिवार में एक बेटी का जन्म हुआ तो परिवार में खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। दो भाई, दो बहू, वृद्ध मां, पत्नी के साथ देवीसिंह ऊठड़ के परिवार में खुशियां परवान पर थी, मगर एक ऐसी मनहूस घड़ी आई और मदनसिंह को छीन लिया व सरपंच डिम्पल कुंवर का सुहाग उजड़ गया। हंसते- खिलखिलाते परिवार में कोहराम मच गया। पति की असमय व असहज मौत ने डिम्पल कुंवर को झकझोर दिया। लगातार करुण क्रंदन से आंखें पथरा सी गई, आंसू सुख गए, मगर वह एक पत्थर सी हो गई। खाना तो दूर की बात, एक घुंट पानी तक गले नहीं उतर रहा। इस तरह परिवार में दु:खों का पहाड़ टूट गया।

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मदनसिंह का अपने बड़े भाई बसंतसिंह के साथ का फोटो

बोरज गांव में किया अंतिम संस्कार

मार्बल व्यवसायी देवीसिंह ऊठड़ के पुत्र मदनसिंह 7 सितंबर शाम को सियाणा से कार लेकर निकला था, जो घर नहीं लौटा। गुरुवार सुबह उसकी कार पीपरड़ा के पास वन विभाग की नर्सरी बगल में सडक़ किनारे खड़ी थी। इस पर पुलिस द्वारा तलाश करने पर कार से करीब आधा किलोमीटर आगे खारी फीडर में मदनसिंह का शव मिल गया। शव को आरके जिला अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। साथ ही शाम करीब साढ़े पांच छह बजे बोरज गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

यह है देवीसिंह का परिवार

देवीसिंह के दो भाई है, मांगूसिंह व सोहनसिंह और उनका भी अलग मार्बल व्यवसाय है। देवीसिंह के दो पुत्र है, बड़ा बेटा बसंतसिंह है और छोटा बेटा मदनसिंह था। उनकी वृद्ध मां झमकूबाई है, जो कभी उनके साथ राजसमंद में रहती है, तो कभी बोरज के सार्दुल खेड़ा में मांगूसिंह के साथ। छोटे बेटे मदनसिंह की पुत्रवधू डिम्पल को परिवार ने सरपंच बनाया। डिम्पल की जेठानी भी उनकी सगी बहन है।

डिम्पल कुंवर और उनके पति मदनसिंह।

सरपंच डिम्पल का 2018 में हुआ था विवाह

बोरज सरपंच डिम्पल कुंवर की मार्च 2018 में मदनसिंह से शादी हुई थी। डिम्पल का पीहर फरारा के मादड़ा में है। खास बात यह है कि देवीसिंह के दोनों पुत्र बसंत व मदन की शादी मादड़ा में दोनों सगी बहनों से हुई थी और एक साथ शादी हुई थी।

परिवार में सदस्यों की नहीं थम रही रूलाई

मदनसिंह की मौत के बाद पत्नी डिम्पल कुंवर का रो- रो कर बुरा हाल है। साथ ही बेटे की मौत से माता-पिता भी फफक फफक कर रो रहे हैं, मगर सबको रोता देख अपने आंसू पौंछकर सबको नहीं रोने का दिलासा भी दे रहे हैं। ऐसा ही हाल मदन के बड़े भाई बसंत का है, तो सरपंच डिम्पल की बड़ी बहन की रूलाई भी नहीं रूक रही।

हर कोई ईश्वर को कोस रहा

मदनसिंह की मौत के बाद घर- परिवार को दिलासा देने पहुंच रहे सभी लोग ईश्वर को कोस रहे हैं। इस तरह युवा उम्र में मदनसिंह की मौत के बाद खास तौर से पत्नी डिम्पल अब किसके सहारे जिएगी, यही यक्ष प्रश्न हर किसी के जेहन में है।

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