Tag: व्यंग्य बाण

व्यंग्य तीखी मिर्ची : नकली फूलों के मोह में मुरझाते रिश्ते

दीपावली के दिन सुबह गांव से फूलों की गाड़ी लेकर शहर जाने वाला माली शाम को जब गांव लौटा तो उसका मुंह लटका हुआ था। कारण पूछा तो बोला- तीन…