गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वराय
गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः
Teachers Day Special : यह श्लोक सदियों से गुरु की महिमा का प्रतीक रहा है। गुरु को ईश्वर से भी ऊपर माना गया है, क्योंकि वे अपने शिष्यों को ज्ञान का प्रकाश प्रदान करते हैं, जो उनके जीवन को दीपक की तरह रोशन करता है। राजसमंद जिले में ऐसा ही एक गुरु हमें मिलते हैं, जो अपने विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ संस्कार, सामान्य ज्ञान, जीवदया, पर्यावरण और मानव सेवा का ज्ञान भी दे रहे हैं। खमनोर पंचायत समिति के भोपा की भागल उच्च प्राथमिक स्कूल में कार्यरत यह शिक्षक पिछले 24 वर्षों से निरंतर इस पवित्र कार्य में लगे हुए हैं। उनकी समर्पण भावना देखकर ऐसा लगता है कि वे गुरु और गोविंद का साक्षात स्वरूप हैं। वे अपने विद्यार्थियों को सिर्फ पढ़ाई ही नहीं सिखाते, बल्कि उन्हें एक अच्छा इंसान बनाने की भी प्रेरणा देते हैं। यह शिक्षक राजस्थान में ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी इस अद्भुत पहल से न केवल बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा। ऐसे गुरुओं के कारण ही हमारा देश आगे बढ़ रहा है और हमारी संस्कृति जीवित है।
Teacher’s Day 2024 : ऐसे प्रकृति प्रेमी गुरु है राजसमंद जिले के खमनौर पंचायत समिति अंतर्गत भोपा की भागल उच्च प्राथमिक स्कूल के अध्यापक नाथद्वारा निवासी कृष्ण भक्त कृष्ण गोपाल गुर्जर जो पिछले 24 वर्षों से पर्यावरण प्रकृति जीवदया और मानव सेवा का बीड़ा उठाकर चल रहे हैं । इनसे ही प्रेरित होकर राजसमंद के पद्मश्री श्याम सुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गांव में पर्यावरण बचाने के लिए मुहिम शुरू की जो आज पूरी दुनिया में पिपलांत्री मॉडल के नाम से विख्यात है। शिक्षक कृष्ण गोपाल गुर्जर को पर्यावरण और जीव दया बचाने निरंतर काम करने लिए उन्हें सरकार द्वारा राज्य स्तरीय सम्मान के साथ पर्यावरण के लिए काम करने वाले निजी संस्थाओ सम्मान कर चुकी है ।
What is special about Teachers Day? : 24 वर्षो की मेहनत से तैयार हो गई पर्यावरण बचाने की पौधशाला
What is special about Teachers Day? : शिक्षक कृष्ण गोपाल गुर्जर ने अपनी 24 वर्षों की कड़ी मेहनत और तपस्या से ज्ञान की पाठशाला में प्रकृति पर्यावरण व जीवदया को बचाने का तड़का लगा दिया। जिसकी खुशबू राजसमंद जिले मे ही नहीं अपितु समस्त राजस्थान में फैल रही है। शिक्षक कृष्ण गोपाल ने बताया कि वर्ष 2001 में अस्थाई तौर पर शिक्षक के रूप में मेरी नियुक्ति खमनोर पंचायत समिति के छोटे से गांव भोपा की भागल मे हुई। मेरा परिवार भगवान श्रीनाथजी की सेवा में होने के कारण बचपन से मेरा गौ माता के साथ जीवदया से काफी लगाव था। जब मैं इस स्कूल में आया तब ख्याल आया कि प्रकृति से विलुप्त होती गौरया चिड़िया और पर्यावरण को बचाने के लिए मुझे अपने स्तर पर कुछ करना चाहिए। इस मिशन मेरा साथ दिया श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन करने वाले आने वाले मेरे बचपन के दोस्तों ने वह लोग पर्दे के पीछे रहकर हर संभव मेरी मदद की। उनकी मदद और मेरी मेहनत से शुरू हुआ पर्यावरण को बचाने की मुहिम जो कई उतार चढ़ाव की बाधाए पार करते हुए हम आज की तारीख में मेरे इस ज्ञान की पाठशाला के 14 बीघा जमीन पर 163 प्रजाति के सैकडो पौधे लगा चुका हूं। इन पौधो के साथ 66 प्रजाति के पक्षियों को हमने पाला है हर शाम को हजारो पक्षी अपने घोसले मे आते हैं जिसमें मुख्य रूप से हमारा उद्देश्य गौरैया चिड़िया को बचाना है गौरैया चिड़िया को बचाने के लिए 20 मार्च को हम ग्रामीणों के साथ मिलकर गौरया दिवस मानते हैं ।
Struggling teacher Story : ज्ञान का भंडार है यहा पढ़ने वाले विद्यार्थी गुरु के साथ मिलकर करते है प्रकृति को बचाने के काम
Struggling teacher Story : राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल भोपा के भागल में पढ़ने वाले कक्षा एक से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थी ज्ञान का भंडार है इन बच्चों की शिक्षा के स्तर के सामने प्राइवेट स्कूल बच्चों का स्तर फेल है। इन बच्चों में पढ़ाई के साथ जनरल नॉलेज का इतना ज्ञान है कि कहीं से भी कोई भी सवाल का जवाब पल भर में दे देते हैं इन बच्चों की पढ़ाई के स्तर को देखकर हर कोई अचंभित हो जाता है । यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी पढ़ाई के स्तर के साथ स्कूल में पेड़ पौधे लगाना उनकी देखभाल करना पक्षियों के लिए घोसले तैयार करना ऐसे छोटे-छोटे हर काम में अपना 100% योगदान देते हैं। शिक्षक कृष्ण गोपाल गुर्जर और इन बच्चों ने अपने हाथों से तैयार किए हुए पक्षियों के लिए परिंडे घोसले और हजारों पौधे स्कूलों गांवो मे वितरित कर दिए है। इन सब का हिसाब बच्चे अपनी डायरी में रखते हैं।
Teacher protecting environment : स्कूल के साथ घर व खेत पर पौधे लगाने वाले विद्यार्थियों की होने लगी इनकम
Teacher protecting environment : शिक्षक कृष्ण गोपाल गुर्जर की स्कूल में पर्यावरण बचाने की मुहिम का असर से बच्चो ने पर्यावरण से इतना प्रेम हो गया कि हर बच्चे ने अपने घरो खेत पर फलदार पौधे लगा दिए। बच्चों द्वारा कुछ वर्षों पहले लगाए फलदार पौधों से इन बच्चों मे से कुछ बच्चों की सालाना इनकम शुरू हो गई है यह मुहिम आने वाले समय में इन बच्चों की काफी मदद करेगा।
Inspirational teacher story : मनमोहन सिंह उपमुख्यमंत्री मंत्री विधानसभा अध्यक्ष शासन सचिव के साथ 70 अधिकारी कर चुके हैं दौरा
Inspirational teacher story : शिक्षक कृष्ण गोपाल गुर्जर ने बताया कि वर्ष 2002 में नेता प्रतिपक्ष मनमोहन सिंह उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी पुर्व सरकार में शासन सचिव के साथ से भी ज्यादा प्रदेश के जो अधिकारी स्कूल का दौरा कर यहां हो रहे काम की सराहना कर चुके हैं । उन्होंने यह भी कहा कि हमारे द्वारा किए जा रहे हैं इन कामों के लिए हम स्पेशल किसी को नहीं बुलाते हैं वाया मीडिया पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से बडे नेता अधिकारी यहां पहुंच जाते हैं।