राजनगर थाना क्षेत्र के साकरोदा गांव के पास तारोट के एक खंडहर नुमा मकान में पैंथर के दो शावक नजर आए। गांव वालों ने दोनों शावकों को देखा जिसके बाद वन विभाग को इसकी सूचना दी। वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर दोनों शावकों को अपनी निगरानी में उसी मकान में रखा है। अधिकारियों की माने तो दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वन विभाग ने उस आसपास सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं, जिससे दोनों शावकों की निगरानी की जा रही है। राजसमंद वन विभाग के एसीएफ विनोद कुमार रॉय ने बताया कि पैंथर के शावकों की आंख करीब तीन सप्ताह में खुलती है। उस हिसाब से शावकों की उम्र करीब 1 महीने है। मकान के आसपास वन कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है। इसके साथ ही उनकी मां के आने का इंतजार भी किया जा रहा है।
शिकार की तलाश में गई है मां
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बच्चों को छोड़कर मां शिकार की तलाश में गई होगी। जिसके लौटने का हम इंतजार कर रहे हैं। बच्चों के खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की जा रही है।
आम लोगों को किया अलर्ट
वन विभाग का कहना है कि मादा पैंथर अपने शावकों के पास लौटने के दौरान गांव वालों पर भी हमला कर सकती है, इसलिए सभी को वहां से हटा दिया गया है। साथ ही सतर्क रहने को भी कहा गया है। मौके पर ग्रामीणों को आने-जाने से पूरी तरह रोका गया है। एसीएफ के निर्देश अनुसार वन विभाग की टीम काम कर रही है।
बकरी उठा ले गई मादा पैंथर
गांव में ही शाम करीब 5 बजे एक बकरी मरी हुई मिली है। ऐसा माना जा रहा है कि उसी मादा पैंथर ने उसका शिकार किया होगा। गांव वालों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है। जिसके बाद उसे पैरों के निशान से भी मूवमेंट पर नजर रखने की कोशिश की जा रहा है।