नगर परिषद राजसमंद के नए बोर्ड गठन के बाद कोरोना व उपचुनाव के चलते लम्बित चल रही साधारण सभा की बैठक बुधवार को परिषद के इतिहास में पहली बार वर्चुअल रूप में आयोजित की गई। इसमें पार्षद, सभापति सहित सभी ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाई।

बैठक में वर्ष 2021-22 का 1 अरब 54 करोड़ 50 लाख 64 हजार रुपए का बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके साथ ही शहर को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने, राजसमंद झील में विभिन्न स्थानों पर वॉटर स्पॉट्र्स गतिविधियों सहित कई विकास कार्यों के भी प्रस्ताव लिए गए। साधारण सभा की वर्चुअल बैठक सभापति अशोक टांक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें विधायक दीप्ति माहेश्वरी, सांसद दीया कुमारी के प्रतिनिधि, सभी पार्षद एवं आयुक्त जनार्दन शर्मा आदि ने ऑनलाइन ही उपस्थिति दर्ज करवाई। बैठक में सर्वप्रथम सभापति टांक के द्वारा वर्ष 2021-22 का वार्षिक बजट प्रस्ताव पेश किया गया। इसमें राजस्व के विभिन्न मदों में कुल 89 करोड़, 60 लाख, 53 हजार रुपए, पूंजीगत के विभिन्न मदों में 52 करोड़ 61 लाख 20 हजार रुपए, आय में पूर्व का बैलेंस 12 करोड़ 28 लाख 91 हजार रुपए मिलाते हुए कुल बजट आय 1 अरब 54 करोड़ 50 लाख 64 हजार रुपए का आय बजट पेश किया गया।

इसी तरह राजस्व व्यय के विभिन्न मदों में 41 करोड़ 50 लाख 63 हजार रुपए, पूंजीगत व्यय के विभिन्न मदों में 89 करोड़ 29 लाख 10 हजार रुपए सहित कुल व्यय बजट 1 अरब 30 करोड़ 79 लाख 73 हजार रुपए पेश किया गया। इस पर विधायक माहेश्वरी व नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत के द्वारा शहर के विकास में सहयोग देने का आश्वासन देते हुए विचार-विमर्श करते हुए संपूर्ण सदन के द्वारा सर्वसम्मति से बजट को पारित किया गया। बैठक में पार्षद मांगीलाल टांक के द्वारा सदन को अवगत करवाया गया कि राज्य सरकार द्वारा 290 करोड़ रुपए सीवरेज एवं पेयजल आपूर्ति की डीपीआर के लिए स्वीकृत किए गए हैं। इसका सभी सदस्यों ने ध्वनी मत से स्वागत करते हुए बधाई दी। सभापति टांक ने राजसमंद झील में वाटर स्पोट्र्स गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सदन से विचार-विमर्श किया गया।

इस पर उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली व पार्षद राजकुमारी पालीवाल, नरेन्द्र पालीवाल, तरूणा कुमावत द्वारा सदन को अवगत कराया गया कि नौ चौकी पाल की तर्ज पर द्वारिकाधीश मंदिर के पास स्थित जलघरा घाट पर एवं एरिगेशन पाल पर वाटर स्पोट्र्स गतिविधियां संचालित की जा सकती है। इस पर सभापति ने सदन को  वाटर स्पोट्र्स गतिविधियों के संचालन की विस्तृत जानकारी दी गई। इसमें सुरक्षा उपकरणों, वाहन फिटनेस, वाहनों में एनआईडब्ल्यूएस द्वारा प्रशिक्षित जीवन सुरक्षा गार्ड उपलब्ध करवाने, राजस्थान बोटिंग विनियमों की पालना करने की शर्त पर संचालन किए जाने की जानकारी दी गई। इस मुद्दे पर भी सदन में सदन ने गहन विचार-विमर्श करने के बाद सदस्यों द्वारा दिए गए सुझाव के अनुसार  वाटर स्पोट्र्स गतिविधियों को बढ़ाने की सर्वसम्मति प्रदान की। सभापति ने 3 अनुकंपा नियुक्तियों के प्रकरण सदन के सामने प्रस्तुत किए गए। इस पर पार्षद टांक ने इन प्रकरणों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।

इसके बाद हुई चर्चा के बाद सदस्यों ने सर्वसम्मति से तीनों मामलों में अनुकंपा नियुक्तियां प्रदान करने पर सहमति जताई। पार्षद राजकुमारी, मोहन कुमावत शहर की साफ-सफाई एवं बेसहारा पशुओं का मामला और समस्याएं सदन के सामने रखी गई। इस पर सभापति ने बताया कि बेसहारा पशुओं के लिए शहर के मोही रोड पर 50 लाख रुपए की लागत से गोशाला एवं राजनगर क्षेत्र में भी एक गोशाला बनाया जाना प्रस्तावित है। इन्हें किसी संस्था, फर्म या एजेंसी के माध्यम से संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही सभापति ने बताया कि शहर का स्मार्ट सिटी में चयन नहीं होने के बावजूद उसी की तर्ज पर विकास एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा, जिसके लिए 4 करोड़ रुपए प्रस्तावित है। इसी तरह नौ चौकी विकास व सौंदर्यीकरण का एक करोड़ रुपए का प्रावधान यथावत रखा गया है। वहीं, जनसुविधा संपतियों के रखरखाव के लिए 15 करोड़ 66 लाख रुपए का प्रावधान रखा गया है। इसी प्रकार केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा प्राप्त अनुदान को विकास कार्यों में खर्च करने के लिए बढ़ोतरी की गई है। बैठक में पार्षद हेमंत रजक, बंशीलाल, नारायण गायरी, हिमानी नंदवाना, हेमंत गुर्जर, जेबा शाईन, रूबीना बी, रुबना, चंपालाल माली, सुमित्रा नंदवान, दीपक सोनी, पुष्पा पोरवाल, रोहित मीणा, हिम्मत कीर, फुलेश खत्री, मोनिका खटीक, शालिनी कच्छावा एवं प्रमोद रेगर सहित सभी पार्षदों ने वर्चुअल भाग लिया। अंत में धन्यवाद सभापति टांक ने दिया।