एक पैंथर का शावक अपनी मां से बिछड़ गया और पसूंद नहर में गिर गया। सुबह जब मार्बल व्यापारी ने भीड़ देखी तो रुक गए और शावक को कीचड़ से निकाला। इसके बाद पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। जिस पर वन विभाग की टीम व पुलिस मौके पर पहुंची और शावक को ले गए।
जिले में झाड़ियां, नहर और मार्बल माइन्स होने के कारण यहां पैंथर मिलना आम बात है। नहर से बरामद शावक के नाक से खून निकल रहा था। वन विभाग व पुलिस सूचना देने के बाद गोपाल शावक को अपने फैक्ट्री के ऑफिस ले आए। शावक ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। व्यापारी ने उसे टॉवल में लपेट कर सोफे पर सुलाया तो वह गहरी नींद में सो गया।
केलवा क्षेत्र के कोरना का बाड़ा निवासी मार्बल व्यवसायी गोपाल गुर्जर ने बताया कि सुबह वे पसुंद नहर के पास होते हुए कार से घर जा रहे थे। नहर में शावक को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई थी। वहां भीड़ और शोर-शराबे के कारण शावक घबरा रहा था। शावक को वह अपनी कार की अगली सीट पर बैठाया और उसे श्रीदोवड़ा माताजी मार्बल गैंगसा पर ले गए। सोफे पर कुछ देर शावक सोया। इसके बाद राजसमंद वन विभाग और केलवा पुलिस की टीम व्यवसायी के ऑफिस पहुंची और बेबी लेपर्ड को बरामद किया। वन विभाग की टीम ने बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कर प्राथमिक उपचार किया। बेबी शावक 3 महीने का है। वन विभाग की टीम शावक को पिंजरे वाली गाड़ी में बैठाकर नर्सरी ले गई।