भीलवाड़ा के काछोला थाना क्षेत्र के धामनिया गांव में राखी के दिन खाखला व्यापारी देवी सिंह की निर्मम हत्या के मामले में गिरफ्तार की गई उसकी पत्नी पिंकी कवर पुलिस रिमांड पर है। पूछताछ के दौरान उसने कई खुलासे किया। पिंकी का कहा कि ‘अगर मैं उसे नहीं मरवाती तो वह कभी भी मेरी हत्या करवा देता। उसका किसी और महिला से अवैध संबंध चल रहा था। पिछले 4 सालों से जिंदगी नर्क हो चुकी थी। किसी न किसी बात पर आपस में झगड़े बढ़ रहे थे।
पिंकी ने बताया कि अन्य महिला के साथ पति पर संबंधों के शक और 4 सालों से लगातार किए जा रहे झगड़ों से वह इतनी परेशान हो गई थी, इसलिए उसने अपने पति की हत्या करने का प्लान बना दिया। पिंकी ने पुलिस को यह भी बताया कि उसका पति भी उसे मरवाने की कोशिश कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि पिंकी के कहने पर कुलदीप और उसके दो दोस्तों ने देवी सिंह की हत्या की थी। पिंकी ने कुलदीप की शादी अपनी भांजी से कराई थी। शादी के बदले में उसने देवी सिंह की हत्या करने को कहा था। पुलिस ने बताया कि कुलदीप आपराधिक प्रवृत्ति का था। उसकी शादी नहीं हो रही थी। पिंकी ने अपनी भांजी की शादी कुलदीप से कराई थी। शादी के 1 महीने तक भांजी और कुलदीप को अपने घर में ही रखा था। कुलदीप इसी बात का पिंकी से एहसान मानता था। उसी के कहने पर जमाई कुलदीप ने इस वारदात को अंजाम दिया।
कोई शक न करे इसलिए चुना राखी का दिन
पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि पिंकी और कुलदीप द्वारा इस वारदात को अंजाम देने के लिए 15 दिन पहले ही प्लान बना दिया गया था। इस प्लान के तहत राखी के दिन ही देवी सिंह की हत्या करने की ठानी गई थी। उन्होंने सोचा कि त्योहार का समय होने से लोग इधर-उधर होंगे। पिंकी भी अपने घर त्योहार मना रही होगी तो पुलिस का शक इन पर नहीं जाएगा।
कुलदीप ओर उसके दोस्तों की तलाश
पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड मामले को लेकर कुलदीप और उसके दोनों दोस्तों की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस की ओर से कुलदीप के गांव चित्तौड़, भीलवाड़ा शहर के लेबर कॉलोनी व जवाहर नगर क्षेत्र के कई ठिकानों पर दबिश दी गई है। जहां कुलदीप के अलग-अलग छिपने के ठिकाने थे। हालांकि यह तीनों अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।
ये है मामला
22 अगस्त की दोपहर को बालापुर गांव में देवी सिंह पुत्र शंभू सिंह अपने घर सो रहा था। इस दौरान बाइक पर सवार तीन युवक उसके घर में घुसे और उसकी गला रेतकर व गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।