01 88 https://jaivardhannews.com/the-young-man-served-the-destitute-old-man-like-a-father/

लोग खुद मे इतने व्यस्त है कि उन्हे अपने इस कर्तव्य का जरा सा भी ध्यान नहीं है जबकि उनका सबसे बड़ा कर्म है कि वह अपने माता-पिता तथा अपने बुजुर्गो की सेवा करना। कुछ लोग हर समय अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ गलत व्यवहार करते है, वे ये नहीं जानते की उन्हे भी इस उम्र का सामना करना पड़ेगा। अपने बच्चों की वजह से कुछ लोग वृद्धाश्राम का सहारा लेते है जो की हमारे लिए बड़े ही दुख की बात है की जिस माँ बाप ने हमे जन्म दिया हमारे लिए जाने कितना कुछ किया खुद भूके रहे पर हमे खिलाया हमारी रक्षा के लिए जाने कितने जप तप किये आज वही मां बाप हमसे दुखी है यह बहुत गलत है सबसे बड़ा अधर्म है।

आज कई लोग ऐसे भी है जो बुढ़ाते में बेसहारा लोगों का सहारा बनकर उनकी पिता की तरह सेवा कर रहे है। एक ऐसा ही उदाहरण उदयपुर में देखने को मिला। जी जहां उदयपुर के प्रतीक ने एक बेसहारा पिता का सहारा बन फादर्स डे मनाया। जो अब उदयपुर में चर्चा का विषय बन गया है। उदयपुर के प्रतीक सिंह देवड़ा सड़क पर मिले एक अनजान मानसिक विक्षिप्त बुजुर्ग को पिता तुल्य मानकर ना सिर्फ उनका इलाज कराया, बल्कि उन्हें आश्रय दिला कर एक बेटे की तरह अपना फर्ज निभाया। प्रतीक को 3 दिन पहले एक बुजुर्ग सड़क किनारे बेहद गंभीर हालत में मिले। जिसके बाद उन्होंने कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिल बुजुर्ग को एमबी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां विशेषज्ञों की देखरेख में बुजुर्ग का उपचार किया गया। इसके बाद रविवार को जब बुजुर्ग को छुट्टी दे दी गई। तो प्रतीक ने न सिर्फ बुजुर्ग को आश्रय स्थल दिलवाया। बल्कि एक बेटे की तरह बुजुर्ग की देखभाल भी करते नजर आए।

02 28 https://jaivardhannews.com/the-young-man-served-the-destitute-old-man-like-a-father/



वहीं जब बुजुर्ग को अस्पताल से छुट्टी मिली तब भी प्रतीक ने उनका साथ नहीं छोड़ा। और बेसहारा बुजुर्गों की लाठी बन उन्हें आश्रय स्थल भी दिलाया। जहां वह आम इंसान की तरह रहकर बेसहारा बुजुर्ग अपनी जिंदगी गुजर बसर कर पाएंगे। प्रतीक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बुजुर्ग उदयपुर की सड़कों पर दर दर की ठोकर खाने को मजबूर थे। ऐसे में अपने कुछ साथियों के साथ मिल हमने आम जनता की मदद के लिए सिर्फ एक छोटा सा कदम बढ़ाया है। जिसे अगर समाज का हर व्यक्ति निभाए तो कोई भी आदमी बेसहारा नहीं रहेगा।