रात में बाड़े से भैंसे चुराकर अन्य जिलों में बेचने वाले एक शातिर चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए केलवा पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। मांडावाड़ा से भैंस चोरी की त्वरित जांच करते हुए पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया। अब अन्य भैंस चोरी की वारदातें खुलने की भी उम्मीद है। इसी आधार पर पुलिस द्वारा अग्रिम पूछताछ की जा रही है।
केलवा थाना प्रभारी लालसिंह शक्तावत ने बताया कि मांडावाड़ा निवासी महेंद्रसिंह पुत्र हीरसिंह ने 11 जुलाई को थाने में रिपोर्ट दी थी कि उसकी भैंस चोरी हो गई। इस पर केलवा थाने के सहायक उप निरीक्षक खेमराज के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने क्षेत्र में भैंस खरीद फरोख्त करने वालों के बारे में जानकारी जुटाई, जिसमें कनावदा निवासी नरेंद्रसिंह पुत्र भंवरसिंह राव पर शक हुआ। पुलिस उसे हिरासत में लेकर केलवा थाने पहुंची, जहां उससे चोरी के बारे में पूछताछ करने पर पहले तो वह टालमटोल करता, मगर बाद में जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो उसने महेन्द्रसिंह के घर से भैंस चोरी करना कबूल कर लिया। चोरी की वारदात में शामिल बजाजनगर, सीमेंट फैक्ट्री उदयपुर निवासी परसराम पुत्र गब्बा बंजारा व अमरा पुत्र आशु बंजारा को पुलिस ने मावली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने मांडावाड़ा से तीन भैंसे व एक बछड़ा चुराना कबूल किया। पुलिस को उम्मीद है कि क्षेत्र में भैंस चोरी के अन्य मामले भी हो सकते हैं, जिसमें कुछ लोग थाने ही नहीं आए हो। इसको लेकर भी पुलिस द्वारा गहनता से पूछताछ की जा रही है।
यह थी पुलिस टीम
शातिर भैंस चोर गिरोह को पकडऩे में एएसआई खेमराज के नेतृत्व में कांस्टेबल विनोद कुमार, अशोक कुमार व सुरेश कुमार द्वारा गहन जांच की गई। पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई से पीडि़त महेंद्रसिह के साथ ही क्षेत्रीय ग्रामीणों में भी हर्ष की लहर है।