इस बार देश में रामनवमीं के पर्व पर इंदौर में मंदिर कुएं में धंसने से 17 लोगों की मौत के बाद दूसरा बड़ा हादसा राजस्थान के कोटा जिले में हुआ है, जहां पर तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस दौरान मौके पर भगदड़ मच गई और चौतरफा हाहाकार मच गया। बाद में बिजली बंद करवाने के बाद झुलसे लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया।
राजस्थान के अंतर्गत कोटा जिले के सुल्तानपुर क्षेत्र में कोटडा दीप गांव में रामनवमी के मौके पर अखाड़े का करतब दिखाया जा रहा था, तभी करंट की चपेट में आने से 7 युवक झुलस गए और तीन युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा चार युवक गंभीर रूप से झुलस गए। अखाड़े के करतब दिखाते वक्त ही यह हादसाहो गया। बताया कि एक युवक के हाथ में पकड़ रखा चक्र ऊपर हाईटेंशन बिजली लाइन के तार में अटक गई, जिससे करंट की चपेट में आने से एक के बाद एक कर सात युवक झुलस गए। बाद में सभी झुलसे लोगों को सुल्तानपुर हॉस्पिटल ले जायागया, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। अस्पताल में तीन युवकों को मृत घोषित कर दिया गया।
झूल रहे थे तार, नहीं दिया ध्यान, इसीलिए हादसा
कोटड़ा दीप गांव क्षेत्र में कई जगह मकानों के ऊपर चार से पांच फीट की ऊंचाई से हाईटेंशन बिजली लाइन गुजर रही है। इसके अलावा भी कस्बे में कई जगह बिजली के तार लटक रहे हैं। रामनवमीं व त्यौहार को देखते हुए भी बिजली निगम द्वारा बिजली के तार खींचने के ठोस प्रयास नहीं किए, जिसकी वजह से हादसा हुआ है। हादसे से मौके पर भगदड़ मच गई और लोगों में डर व दहशत व्याप्त हो गई।
हादसे में इन की हुई थी मौत, ये हुए रेफर
करंट की चपेट में आने से बड़ोद निवासी महेंद्र यादव, अभिषेक नागर, ललित प्रजापति की मौके पर ही तड़प तड़प कर दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा करंट से झुलसे हिमांशु, राधेश्याम और अमित को सुल्तानपुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद कोटा चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। इसके अलावा एक झुलसा व्यक्ति अब भी सुल्तानपुर अस्पताल में ही उपचाररत है।