कुंभलगढ़ में टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve in Kumbhalgarh) को बहुत ही जल्द मुहर लगाने की संभावना है। इसे मंजूरी मिलते ही कुंभलगढ़ (Kumbhalgarh) क्षेत्र में पर्यटकों के साथ रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। 1966 के बाद कुंभलगढ़ अभ्यारण्य (Kumbhalgarh Sanctuary) में जल्द ही टाइगर (Tiger) की दहाड़ सुनाई देगी। टाइगर रिवर्जन (Tiger Reserve) को लेेकर जंगल का सर्वे भी हो चुका है अब बस मंजूरी मिलने का इंतजार है।
राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ में टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) को जल्द मुहर लगने की संभावना है। कुछ दिन पहले सर्वे करने आई टीम ने कुंभलगढ़ को टाइगर के लिए परफेक्ट (Perfect) माना था। टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) से मेवाड़ में पर्यटक बढ़ने की संभावना है। अब तक केवल ऐतिहासिक स्थल के कारण पर्यटक आते थे। अब जल्द 1966 के बाद कुंभलगढ़ अभ्यारण (Kumbhalgarh Sanctuary) में टाइगर की दहाड़ सुनाई देने लगेगी।
जल्द योजना जनता को समर्पित करेंगे
सांसद दीया कुमारी (MP Diya Kumari) ने कहा कि कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) से क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में आमूलचूल परिवर्तन होने की संभावना है। योजना के जमीनी स्तर पर उतरते ही रोजगार और पर्यटन के क्षेत्र को विकास के पंख लगेंगे। क्षेत्र के विकास के लिए एक पुख्ता योजना बनाकर केंद्र की मोदी सरकार को भेजी थी। जल्द ही यह योजना जनता को समर्पित करेंगे।
राजसमंद सांसद दीया कुमारी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority) की सदस्य है। सदस्य बनने के बाद कुम्भलगढ़ टाइगर रिजर्व बनाने की कवायद शुरू कर दी थी। दीया कुमारी ने पहली बार राजसमंद से लोकसभा चुनाव लड़ा। चुनाव के समय जनता से किए वादे अनुसार काम करवाए गए। आने वाले समय में यह क्षेत्रवासियों के लिए बेहतरीन सौगात साबित होंगे। कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व प्रदेश के चार जिलों उदयपुर, राजसमंद, पाली और सिरोही में फैला है।