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टीपी बंद करने की मांग को लेकर कारोबारियों ने की हड़ताल, डेढ़ सौ से ज्यादा मिनरल प्लांट बंद, हजारों लोग बेरोजगार

01 14 https://jaivardhannews.com/traders-strike-to-demand-closure-of-tp-more-than-one-hundred-and-fifty-mineral-plants-closed-thousands-of-people-unemployed/

राजसमंद. क्वार्टज- फेल्सपार पर टीपी शुल्क के विरोध में मिनरल कारोबारी हड़ताल पर उतर गए हैं। इस तरह डेढ़ सौ से ज्यादा प्लांटों में स्टॉक ओवर होने पर उत्पपादन ही बंद हो गया है। सभी प्लांटों में क्वाट्र्स- फेल्सपार आगमन व निर्गमन बंद कर दिया है। इस कारण फैक्ट्री से जुड़े करीब दो हजार से ज्यादा श्रमिक बेरोजगार हो गए है, तो परिवहन बंद होने से ट्रक, ट्रेक्टर संचालक, चालक व लोडिंग श्रमिक सहित हजारों लोगों की रोजी पर संकट खड़ा हो गया है। इधर, मिनरल कारोबारियों ने स्पष्ट चेतावनी दे दी है कि जब तक सरकार टीपी शुल्क को बंद नहीं करेगी, तब तक वे उत्पादन, परिवहन नहीं करेंगे।
मिनरल एसोसिएशन अध्यक्ष गोवर्धनलाल राठौड़ ने बताया कि क्वाट्र्स फेल्सपार के पाउडर को गुजरात के मोरबी में बहुत कम रेट मिल रही है। इस कारण कारोबारियों को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है। माल की दर बढ़ाने के लिए राजस्थान के खनिज विभाग और गुजरात के खनिज विभाग से भी संपर्क किया तथा वहां के प्लांट एसोसिएशन से भी संपर्क किया, मगर दर नहीं बढ़ाई गई। इस कारण मंदी के चलते अब मिनरल कारोबार करना मुश्किल हो गया है।

फैक्ट फाइल
350 से ज्यादा मिनरल प्लांट
150 प्लांट हो गए बंद
4 हजार श्रमिक प्लांटों पर कार्यरत
2 हजार से ज्यादा लोडिंग श्रमिक, चालक
300 ट्रक प्रतिदिन जाती थी गुजरात, जो बंद
करोड़ो का कारोबार प्रतिदिन प्रभावित

टीपी पहले लागू, मगर वसूली अब
करीब तीन साल पहले वसुंधरा सरकार द्वारा क्वाट्र्स फेल्सपार पर टीपी लागू कर दी, जिसका विरोध हुआ। तब गहलोत सरकार द्वारा कोरोना काल को देखते हुए अस्थायी तौर पर रोक लगा दी। अब फिर 3 जनवरी 2022 को खान एवं भू विज्ञान विभाग द्वारा 25 हजार रुपए वार्षिक शुल्क व 10 रुपए प्रति टीपी शुल्क वसूलने के आदेश जारी कर दिए हैं। मिनरल व्यवसाय न तो खान विभाग से संबंधित है और न ही किसी भी दृष्टि से टीपी अनुचित है।

अवैध खनन रोकने के लिए उठाया कदम
क्वाट्र्स व फेल्सपार के अवैध खनन को रोकने के लिए खान एवं भू विज्ञान विभाग द्वारा यह टीपी का नियम लागू कर दिया है। इससे प्रत्येक प्लांट से निकलने वाले वाहन पर टीपी वसूली जाती है। कोई बिना टीपी के वाहन जाता है, तो खान विभाग द्वारा बहुत ज्यादा जुर्माना वसूल किया जाता है। ऐसे में मिनरल कारोबारी के साथ वाहन चालकों के लिए भी बड़ी मुसीबत बन गया है। अवैध खनन रोकने के लिए खान विभाग द्वारा निगरानी बढ़ाने या अवैध खनन पर जुर्माना 10 गुना करने की बजाय टीपी वसूली का नियम लागू कर दिया।

अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान
मिनरल एसोसिएशन अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि अब जब तक टीपी शुल्क बंद नहीं होगा और मोरबी में उचित दर नहीं मिलेगी, तब तब तक माल के परिवहन को बंद ही रखा जाएगा। फिलहाल सभी प्लांटों में माल परिवहन पर बंद है। कुछ जगह पाउडर रखने की जगह है, उन प्लांटों में उत्पादन का कार्य चल रहा है, ताकि एकाएक सभी मजदूर एक साथ बेरोजगार नहीं हो पाए।

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