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Video… चमत्कारिक भैरवधाम के जागरण में रातभर कतार में लगकर किए दर्शन, प्रत्यक्ष राहत के उदाहरण

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जन जन की आस्था का केन्द्र राजसमंद व अजमेर जिले की सरहद पर स्थित टॉडगढ़ में काल भैरवधाम पर शनिवार को जागरण में देश के विभिन्न अंचलों से सैकड़ों की तादाद में दीन दु:खी, बीमार लोग पहुंचे, जो जिन्होंने रातभर कतार में लगकर भैरूनाथ के दर्शन कर शुभाशीष लिया। मंदिर परिसर में रातभर मेले सा माहौल रहा। चमत्कारिक भैरूजी मंदिर में कैंसर सरीखी गंभीर बीमारियों से भी लोगों को राहत मिल रही है। ऐसे कई व लगातार प्रत्यक्ष उदाहरण भी मंदिर में देखने को मिल रहे हैं, जिनके गृह क्लेश की बात हो या नि:संतान, शादी नहीं होने की समस्या लेकर आने वाले लोगों के भी तत्काल समाधान मिला और बीमारी से राहत मिल रही है।

मंदिर के सेवक दीपक पडियार ने बताया कि टॉडगढ़ भैरवधाम पर शनिवार को सुबह से ही दर्शन के लिए श्रद्धालु आने लग गए। खास तौर से मंदिर में दर्शन के बाद जिन लोगों के बीमारी ठीक होने या घर- परिवार की अन्य परेशानी को लेकर भैरूनाथ के समक्ष मन्नत रखी है, उन श्रद्धालुओं को टोकन लेना अनिवार्य है। इसके तहत सुबह से ही मंदिर के सुरक्षा गार्ड द्वारा श्रद्धालुओं को टोकन वितरित कर दिए गए। फिर शाम करीब छह बजे से भोजनशाला में श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद वितरण शुरू हो गया, जहां सभी लोगों को कतारबद्ध बिठाकर मंदिर के सेवादारों द्वारा भोजन कराया गया। उसके बाद ठीक आठ बजे मंदिर में जागरण के तहत मंदिर में विशेष पूजा अर्चना शुरू हो गई। इस तरह मंदिर में राजसमंद, अजमेर, जयपुर ही नहीं, बल्कि चेन्नई, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, बैंगलरू, गुजरात, महाराष्ट्र से भी बड़ी तादाद में लोग आए और भैरूजी के दर्शन किए। कार्यकर्ता राजकुमार दक ने बताया कि भैरव दरबार में कैंसर रोगियों को अत्यधिक लाभ प्राप्त होने से लोगों में आस्था दिनों दिन बढ़ती जा रही है। निर्माण समिति कोषाध्यक्ष रमेश बोहरा ने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है एवं शीघ्र जातरूओं के लिए भोजनशाला एवं अतिथि गृह का निर्माण कार्य प्रारम्भ होगा।

ढोल नगाड़े के साथ ही भैरूजी की महाआरती

सांयकालीन आरती से पहले मंदिर परिसर में उपासक विद्याप्रकाश पडियार, रतनलाल सेन एवं कपिल पडियार द्वारा भैरूजी की प्रतिमा का विशेष शृंगार किया। वहीं विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की गई। इसके बाद महाआरती शुरू हुई तो वहां उपस्थित सभी श्रद्धालु उत्साह से सराबोर हो उठे। श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ भैरव भजनों का संगान करते हुए आनंद की अनुभूति की। महाआरती उपरांत एक तरफ जहां कई श्रद्धालुओं ने गादी के सम्मुख जाकर अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर धोक लगाई तो किसी ने अपनी मन्नत को लेकर माथा टेकते हुए भावना प्रकट की तथा उपासक विद्या प्रकाश पडियार, रतन लाल सेन एवं कपिल पडियार से आशीर्वाद एवं समाधान प्राप्त किया।

व्यवस्थाओं में जुटे रहे कई सेवक

भैरवधाम पर मंदिर प्रबंधन से जुड़े कार्य से लेकर श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कई सेवक रातभर सेवा में जुटे रहे। वरिष्ठ कार्यकर्ता विनोद पडियार, पिंटू पितलिया, दीपचंद दक, रमेश सोनी, दीपक पडियार, राजेंद्र सेठिया, राजकुमार दक, रमेश बोहरा, भावेश, जयेश पडियार, लोकेश गर्ग, पवन लोढा, बुद्धिप्रकाश पडियार, गोपाल सोनी, महेंद्र प्रसाद पडियार, अशोक सेन, संजय रांका, सुरेंद्र सिंह सांखला आदि ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया। भोजनशाला की व्यवस्था में बाबूलाल भाटी, रमेश कुमार देसरला, पुरुषोत्तम पडियार, मंजू देसरला, सागर मांडोत, योगिता पडियार सेवा में रहे।

चमत्कारिक स्थल टॉडगढ़ का भैरवधाम

राजस्थान में अजमेर जिले के अंतर्गत टॉडगढ़ में काल भैरव धाम का एक अद्भुत मंदिर है, जहां पर देशभर से हजारों की संख्या में लोग अपनी समस्या, बीमारी या मनोकामना लेकर पहुंच रहे हैं और लगभग हर पीड़ित को राहत मिल रही है और लोगों की मनोकामना भी पूरी होने के कई प्रत्यक्ष उदाहरण और चमत्कार सामने आ रहे हैं। काल भैरवधाम मंदिर में हर शनिवार शाम करीब आठ बजे से पूजा अर्चना के बाद उपासक भैरूजी के समक्ष गादी पर बैठकर आम लोगों से रूबरू होते हैं और उनकी समस्या, बीमारी का समाधान करते हैं। इसके लिए तय समयावधि में लोगों की समस्या का समाधान भी हो रहा है। इसके कई चमत्कार देखने को मिल रहे हैं। जिन लोगों के संतान नहीं है, उनकी गोद भरी जा रही है, तो जिनके नौकरी में रूकावट हो या बिजनेस में ग्रोथ नहीं हो रही है, तो भैरव बाबा के आशिर्वाद से तरक्की के रास्ते खुल रहे हैं। इस तरह का अद्भुद स्थल है टॉडगढ़ का काल भैरवधाम। इस स्थान पर शनिवार शाम को मंदिर में जितने भी लोग आते हैं, उन सभी लोगों से उपासक रूबरू होते हैं और उनकी पीड़ा या परेशानी सुनते हैं और उसके बाद तय समयावधि में भैरूजी के आशिर्वाद से समस्या का समाधान भी हो रहा है। राजसमंद के समाजसेवी राजकुमार दक ने बताया कि यह स्थल वाकई चमत्कारिक है, जहां कोई अंधविश्वास नहीं है और न ही पीड़ित व्यक्ति से कोई 1 रुपया लिया जाता है। यहां केवल शनिवार शाम को आने के बाद रातभर मंदिर के जागरण होता है और जागरण के दिन जितने भी लोग होते हैं, सभी लोग भैरूजी के समक्ष अपनी मनोकामना या परेशानी रख सकते हैं। इसके लिए इस मंदिर में जो भी भक्तजन या श्रद्धालु आते हैं, उन्हें सबसे पहले अपने घर पर पांच मुठी गेहूं लेकर एक लाल या सफेद कपड़े में रखकर पूजा स्थल पर नियमित पूजा करनी चाहिए। उसके बाद वह गेहूं की मुठ्ठी लेकर काल भैरव धाम के दरबार आना होता है, जहां शनिवार को उसी गेहूं की मुठ्‌ठी से पीड़ित की समस्या का समाधान खोजने का प्रयास किया जाता है।

मंदिर में ठहरने व भोजन की खास व्यवस्था

टॉडगढ़ भैरवधाम पर अब देशभर के विभिन्न अंचलों से सैकड़ों लोग प्रत्येक शनिवार को यहां आते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर मंदिर प्रबंधन द्वारा ही ठहरने व भोजन की विशेष व्यवस्था कर रखी है। प्रत्येक शनिवार की शाम को मंदिर प्रबंधन द्वारा भोजन बनवाया जाता है और सभी श्रद्धालुओं को एक जगह बिठाकर भोजन प्रसाद कराया जाता है। साथ ही सभी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भी तेरापंथ सभा भवन में ठहरने के लिए विशेष व्यवस्था है, जहां फर्श व पलंग के साब बिस्तर, शौचालय व बाथरूम तक की सारी सुविधाएं उपलब्ध है।

Kaal Bhairavdham Todgarh a miraculous place

There is a wonderful temple of Kal Bhairav Dham in Todgarh under Ajmer district in Rajasthan, where thousands of people from all over the country are reaching with their problems, diseases or wishes and almost every victim is getting relief and wishes of the people. Many visible examples and miracles of fulfillment are coming to the fore. Every Saturday in the Kaal Bhairavdham temple, after offering prayers from eight o’clock in the evening, the worshipers sit on the throne in front of Bhairuji and face the common people and solve their problems and diseases. todgarh bhairav dham

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