Tubewell Fire Incident : राजस्थान के जोधपुर-नागौर रोड स्थित एक खेत में एक पुराने बोरवेल से अचानक आग निकलने की घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। अन्नाराम देवड़ा के दो बीघा खेत में स्थित इस बोरवेल से 26 साल बाद एक अजीब घटनाक्रम सामने आया है, जिससे आसपास के इलाके में चर्चा का विषय बन गया है। बोरवेल से गैस की बदबू आने के बाद जब ग्रामीणों ने माचिस की तीली लगाई, तो उसमें अचानक आग पकड़ गई। यह घटना 28 दिसंबर 2024 से शुरू होकर 31 दिसंबर 2024 तक जारी रही।इस अनोखी घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बोरवेल से निकलने वाली गैस और आग के कारणों का पता लगाने की कोशिश की। इस दौरान बोरवेल से निकलने वाली गैस को लेकर अलग-अलग दावे किए गए, लेकिन अभी तक स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है।
Jodhpur Tubewell Fire : गैस की रहस्यमयी गंध और आग के कारणों का खुलासा
Jodhpur Tubewell Fire : घटना की शुरुआत 28 दिसंबर 2024 को हुई जब अन्नाराम देवड़ा ने अपने पुराने बोरवेल को फिर से चालू करने के लिए सफाई का काम शुरू किया। अचानक बोरवेल से तेज़ गंध आनी लगी और कुछ ही देर बाद बोरवेल के पास माचिस की तीली जलाने पर आग लग गई। आग के साथ पानी में उबाल जैसी आवाजें आ रही थीं और बोरवेल से गैस का दबाव भी महसूस हो रहा था।
मौके पर पहुंचे विशेषज्ञों ने जब बोरवेल में वॉटरप्रूफ कैमरा उतारा, तो देखा कि बोरवेल के भीतर पानी उबल रहा था, और इसके साथ ही गैस के बुलबुले भी उठ रहे थे। इसके बाद बोरवेल को और गहरे करने का विचार किया गया, लेकिन अचानक गैस की गंध और आग ने इस विचार को बदल दिया।
Jodhpur Borewell news : विशेषज्ञों की राय और गैस का रहस्य
Jodhpur Borewell news : इस घटनाक्रम को समझने के लिए जोधपुर एमबीएम यूनिवर्सिटी के रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. सुशील सारस्वत को मौके पर बुलाया गया। डॉ. सारस्वत ने बोरवेल से निकलने वाली गैस की आग को देखकर दावा किया कि इसमें मीथेन और हाइड्रोजन गैस के मिश्रण के अंश हो सकते हैं। इन गैसों के मिश्रण से नीली रंग की लौ निकल रही थी, जो सामान्यत: हाइड्रोजन और मीथेन गैस के संयोजन में देखने को मिलती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में मीथेन या हाइड्रोकार्बन गैस के बड़े भंडार हो सकते हैं, जो बोरवेल के नीचे दबे हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जमीन से गैस के निकलने का संकेत यह है कि आसपास के इलाके में बड़ी मात्रा में गैस का भंडार हो सकता है। हालांकि, गैस के प्रकार की पुष्टि जांच के बाद ही की जा सकती है।
Jodhpur Borewell Update : जलते हुए बोरवेल से उठती आग और सुरक्षा का खतरा
Jodhpur Borewell Update : बोरवेल से निकलने वाली आग का रंग और उसका प्रेशर यह संकेत देते हैं कि यदि इसके दबाव को नियंत्रित नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। डॉ. सारस्वत ने कहा कि वर्तमान में गैस का दबाव सामान्य है, लेकिन अगर इसे और गहरे किया गया, तो इसका प्रेशर बढ़ सकता है और इससे कोई अनहोनी हो सकती है।
एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर बोरवेल को पूरी तरह से ढकवा दिया और आसपास के इलाके में लोगों की आवाजाही को रोक दिया। इसके बाद भू-गर्भ वैज्ञानिकों और ऑयल इंडिया के विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची और पानी के सैंपल लिए। हालांकि, गैस के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह गैस किस प्रकार की है और इसकी मात्रा का पता सैंपलिंग के बाद ही चल सकेगा।
Why is fire borewell in Jodhpur? : क्या पश्चिमी राजस्थान में छिपे हैं गैस के भंडार?
Why is fire borewell in Jodhpur? : यह मामला अब इलाके के लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। इस घटना ने सवाल खड़ा किया है कि क्या पश्चिमी राजस्थान की जमीन में गैस के बड़े भंडार छिपे हुए हैं? क्या यह घटना किसी बड़े प्राकृतिक संसाधन की खोज का संकेत है, जो आने वाले समय में क्षेत्रीय विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है? गैस के स्रोत का पता लगाने के लिए और भी गहरी जांच की आवश्यकता है। फिलहाल, प्रशासन ने मौके पर सुरक्षा कड़ी कर दी है और सभी प्रकार की संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है।