राजसमंद जिले में खमनोर थाना क्षेत्र के सांयो का खेडा में वागा की वेर में दो जुड़वा भाइयों की हत्या के मामले में आखिर मौत के चौथे दिन रविवार को एक ही अर्थी पर अंतिम संस्कार किया गया। इधर, हत्या को लेकर कुछ अपने ही लोग शंका के दायरे में आ गए हैं, जिनकी पुलिस ने गहनता से तहकीकात शुरू कर दी है। इधर, ग्रामीण अड़ गए थे कि जब तक आरोपी नहीं पकड़े जाएंगे, तब तक शव नहीं ले जाएंगे। आखिर में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने फोन पर ग्रामीणों से समझाइश की आश्वस्त किया कि 24 घंटे की समयावधि में हत्या के आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा, तब लोग शांत हुए।

जानकारी के अनुसार 2 सितंबर को दोपहर बाद वागा की वेर से दो जुड़वा बच्चे लापता हो गए, जिनके शव तीसरे दिन 3 सितंबर को घर से एक किमी. दूर कुएं में मिले। पुलिस ने प्रथम दृष्टया मामला हत्या का मानते हुए जांच शुरू कर दी। इस बीच पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को खमनोर अस्पताल ले गए, जहां पोस्टमार्टम भी करवा दिया, लेकिन ग्रामीण शव ले जाने पर सहमत नहीं हुए। सभी ग्रामीण खमनोर पुलिस थाने के बाहर जाजम लगाकर धरने पर बैठ गए। रविवार अल सुबह से ही सैकड़ों की तादाद में लोग थाने पर पहुंचने लग गए। बाद में राजसमंद से अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक शिवपाल बैरवा, नाथद्वारा पुलिस उप अधीक्षक जितेंद्र आंचलिया भी पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों से काफी देर तक समझाइश की, मगर ग्रामीण शांत नहीं हुए। आखिर में फिर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने मोबाइल पर ग्रामीणों से बातचीत की, जिसमें डॉ. जोशी ने जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़वाने की बात कही। तब लोग शांत हुए। फिर ग्रामीण दोनों बच्चों के शव को सायों का खेड़ा के वागा की वेर ले गए, जहां रविवार देर शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।


दो डीएसपी, आधा दर्जन थानेदार कर रहे जांच

वागा की वेर में बालूसिंह खरवड़ के 7 वर्षीय जुड़वा पुत्र तंवर व भूपेंद्र की हत्या के मामले की जांच के लिए दो डीएसपी के साथ आधा दर्जन थानेदार जुट गए हैं। इसकी प्रत्यक्ष मॉनिटरिंग अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक शिवपाल बैरवा द्वारा की जा रही है। प्रथम दृष्टया पुलिस की शक सुई कतिपय नजदीकी परिजनों पर है, जिनके बारे में पुलिस गहन तहकीकात में जुटी हुई है। जिन पर शक है, उनके बारे में पता किया जा रहा है कि आखिर घटना के दिन वे कहां थे और किन किन लोगों से मिले।

यह है मामला

ग्राम पंचायत सांयो का खेड़ा के वागा की वेर निवासी बालू सिंह के दो जुड़वां सात साल के बेटे तंवर और भूपेंद्र 2 सितंबद दोपहर बाद लापता हो गए थे। मां चांदनी बाई ने आसपास तलाश के बाद खमनोर थाने में अपहरण का मामला दर्ज करवाया। बच्चों के नहीं मिलने से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश पनप गया। पुलिस ने डॉग स्क्वायड की सहायता से बच्चों की तलाश शुरू की, तो 3 सितंबर को वागा की वेर में घर से 3 किमी. दूर कुएं में दोनों के शव मिले। फिर पुलिस ने हत्या का मामला मानते हुए जांच शुरू कर दी, मगर ग्रामीण तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने पर अड़ गए और शव को खमनोर अस्पताल से उठाया ही नहीं। आखिर रविवार को विधानसभा अध्यक्ष के आश्वासन के बाद ग्रामीण शव ले जाने पर सहमत हुए। फिर रविवार शाम को वागा की वेर में दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।