दो दोस्तों ने पहले साथ में शराब पी फिर एक दोस्त ने दूसरे दोस्त के सामने प्यार का इकरार किया तो गुस्से में आकर दोस्त पर पत्थर पटक-पटक कर मार डाला। पुलिस ने मामले की तलाश करने हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दोस्ती में दगाबाजी और अय्याशी ने दो दोस्तों की किस्तम में मौत और जेल लिख दी। लक्ष्मण प्रजापत और लक्ष्मण मेघवाल एक दूसरे को अच्छे से जानते थे और यारी दोस्ती में शराब पार्टी भी किया करते थे। 30 जनवरी की सुबह लक्ष्मण प्रजापत की लाश खेत में पत्थर से कुचली हुई हालत में मिली। पुलिस ने हत्या से पर्दा उठाया तो दोस्त ही बेनकाब हो गया। लक्ष्मण प्रजापत की हत्या उसी के दोस्त लक्ष्मण मेघवाल ने की थी। खेत में पत्थर और लाठी-डंडों से कुचली हुई लाश मिलने की वारदात का चारभुजा पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
तीन शादियां फिर एकतरफा प्यार
अमरतिया में 30 जनवरी को यह लाश मिली थी। पुलिस ने जब हत्या की वजह का खुलासा किया तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। लक्ष्मण प्रजापति अय्याश किस्म का व्यक्ति था। उसकी तीन शादियां हुई थी। लेकिन उसकी गलत हरकतों और आदतों के कारण कोई भी पत्नी उसके साथ नहीं रही। इसके बावजूद लक्ष्मण प्रजापति की हरकतें सुधर नहीं रही थी। माइनिंग में मजदूरी का काम करने वाला लक्ष्मण प्रजापति का दोस्त था लक्ष्मण मेघवाल।
लक्ष्मण मेघवाल माइनिंग एरिया में ट्रेलर पर ड्राइवरी करता था। दोनों दोस्त थे और कई बार साथ बैठकर शराब पिया करते थे। वारदात की रात भी दोनों साथ थे, दोनों ने शराब पी और उसके बाद लक्ष्मण मेघवाल ने लक्ष्मण प्रजापति को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। चारभुजा पुलिस ने मर्डर का खुलासा मंगलवार को किया। आरोपी लक्ष्मण मेघवाल को गिरफ्तार कर पुलिस ने 3 दिन के रिमांड पर लिया है। लक्ष्मण प्रजापति अपने ही दोस्त लक्ष्मण मेघवाल की भतीजी पर नजर रखता था। वह उससे एक तरफा प्यार करता था। वह इसके चलते लड़की को परेशान कर रहा था। शराब के झौंक में उसने यह बात अपने दोस्त के सामने जाहिर कर दी। लक्ष्मण मेघवाल यह बात सुनकर सन्न रह गया। वह जानता था कि लक्ष्मण अय्याश है। उसने तीन बार शादी की, लेकिन कोई महिला उसके साथ रह नहीं सकी। चारभुजा थाना इंचार्ज भवानीशंकर ने बताया कि अमरतिया में 30 जनवरी को हुई हत्या के आरोप में गुडलिया निवासी लक्ष्मण लाल मेघवाल (23) पुत्र मन्नालाल मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। अब तक जो खुलासे हुए उनके मुताबिक पुलिस हत्या करने के लिए इस्तेमाल की गई लाठी बरामद करने की कोशिश कर रही है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
30 जनवरी की सुबह पुलिस को अमरतिया से गुडलिया जाने वाले रास्ते के एक खेत में एक युवक की लाश मिली थी। लाश को पत्थर से ढंक रखा था। लाश की पहचान केलवा थाना क्षेत्र के मादडी देवस्थान निवासी लक्ष्मण लाल प्रजापत (30) पुत्र भैरुलाल प्रजापत के रूप में हुई। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पहली नजर में ही पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए जांच शुरू की। पुलिस ने बताया कि मृतक लक्ष्मण प्रजापत और आरोपी लक्ष्मण मेघवाल में काफी समय से जान पहचान थी। घटना से पहले लक्ष्मण प्रजापत कई बार लांबोडी और गोमती के आस-पास लोटन बाबा की यात्रा के दौरान एक लडकी से प्रेम प्रसंग के चलते मिलने के लिए गया था। 29 जनवरी को लक्ष्मण प्रजापत गुडलिया आकर लक्ष्मण मेघवाल से मिला और मेघवाल के बाड़े पर बने कमरे में दोनों ने साथ में शराबी पी।
उस दौरान लक्ष्मण प्रजापत ने लक्ष्मण मेघवाल को उसके परिवार की लड़की से प्रेम प्रसंग की बात कही। मेघवाल प्रेम प्रसंग वाली बात से प्रजापत से नाराज हो गया। लड़की रिश्ते में उसकी भतीजी लगती थी। ऐसे में लड़की का नाम सुनते ही वह भीतर ही भीतर सुलग गया। उसने प्रजापत को मारने का इरादा बना लिया। रात 1 बजे लक्ष्मण मेघवाल और लक्ष्मण प्रजापत एक ही बाइक से अमरतिया की तरफ निकले। प्रजापत बाइक चला रहा था। मेघवाल ने बाइक रोकने के लिए कहा तो उसने बाइक रोक दी। इससे पहले लक्ष्मण कुछ समझ पाता, मेघवाल ने पत्थर से लक्ष्मण प्रजापत पर हमला कर दिया। उसने उसे तब तक मारा जब तक लक्ष्मण की जान नहीं निकल गई। वारदात को अंजाम देने के बाद लक्ष्मण मेघवाल ने मृतक के शव को पत्थरों से ढंक दिया और बाइक लेकर वहां से फरार हो गया।