भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मत्स्य विभाग के डायरेक्टर और सहायक निदेशक को रिश्वत लेते रंगे हाथो दबोचा है। आईएएस सहित दो अधिकारी शामिल है। मत्स्य विभाग के निदेशक आईएएस प्रेमसुख विश्नोई 35 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे पकड़ा गया है। साथ ही सहायक निदेशक राकेश देव को भी गिरफ्तार कर लिया। मछली पकड़ने का लाइसेंस देने की एवज में ठेकेदार से 1 लाख रुपए की रिश्वत राशि मांगी थी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी के मुताबिक एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर नगर तृतीय इकाई ने मत्स्य विभाग के निदेशक आईएएस प्रेमसुख विश्नोई और मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक राकेश देव को परिवादी से 35 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी में परिवादी की शिकायत दी थी कि अन्नपूर्णा तालाब टोंक में मछली पकडने और परिवहन का लाईसेंस देने की एवज में मत्स्य विभाग के निदेशक आईएएस प्रेमसुख विश्नोई और मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक राकेश देव जयपुर की ओर से 1 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है।
शिकायत पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस डॉ. रवि के सुपरवीजन में एसीबी जयपुर नगर तृतीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुलदीप के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया गया। उप अधीक्षक पुलिस सुरेश स्वामी ने टीम के साथ ट्रेप कार्यवाही को अंजाम दिया है। मत्स्य विभाग के निदेशक आईएएस प्रेमसुख विश्नोई और मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक राकेश देव को परिवादी से 35 हजार रूपये की रिश्वत राशि लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी ली गई। एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान शुरू किया गया।
रिश्वत मांगे तो तत्काल करें शिकायत
एसीबी के एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नंबर 1064 व्हाट्सप्प हैल्पलाईन नंबर 9413502834 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी।