दो युवकों ने मानसिक परेशानी के चलते आत्महत्या कर ली। एक ने घर में फंदा लगाकर तो दूसरे ने खेत पर एक पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रथम दृष्टया यहीं सामने आया है कि दोनों ने मानसिक परेशानी में आकर खुदकुुशी कर ली।
जाेधपुर जिले के बोरानाडा और लूणी थाना क्षेत्र में दो युवकों ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने कार्रवाई के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बोरानाडा थानाधिकारी किशनलाल ने बताया कि मूलत: बाड़मेर में बीजराड स्थित गुमानों का तला हाल अभिषेक गार्डन के पीछे एक फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिक हुकमाराम (19) पुत्र मोतीराम मेघवाल ने खेजड़ी के पेड़ पर फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।
वह अपनी घरेलू समस्या से परेशान था। परेशानी के चलते वह कई बार घर पर भी फोन कर हालात बताता था। फंदा लगाने से पहले भी उसने अपने अहमदाबाद में रहने वाले भाई से बात की। फोन पर उसने यह भी बताया कि वो मरने वाला है। तब उसके भाई ने यहां रहने वाले चचेरे भाई को फोन कर उसके पास जाने को कहा, लेकिन वो पहुंचा तो वो फंदे से लटका मिला। वह यहां पर अपने चाचा और भाई के साथ फैक्ट्री में ही रहता था। शव को कार्रवाई के बाद परिजन को सौंप दिया गया।
इसी प्रकार लूणी थानाधिकारी परमेश्वरी ने बताया कि भटिंडा निवासी अशोक पुत्र भंवरलाल गर्ग ने मर्ग की रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि उसके 38 साल के भाई नरेश ने मानसिक परेशानी के चलते फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। उसने बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया। फिर घर के बाहर लगी बड़ी जालीवाले गेट पर फंदे लगाया। आत्महत्या का कारण सामने नहीं आया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।