उदयपुर रेंज आईजी हिंगलाजदान ने राजसमंद दौरे के दूसरे दिन बुधवार को पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि पदस्थापन के बाद राजसमंद आना नहीं हुआ, इसलिए पहले दिन पुलिस स्टेशन नाथद्वारा, सीओ ऑफिस नाथद्वारा, राजनगर सिटी कोतवाली, पुलिस लाइन और मैस का विजिट किया। जवानों से संपर्क सभा के अलावा कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रोएक्टिव काम करते हुए पुलिस प्रजेंस को बढ़ाना है, ताकि असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगे। एनडीपीएस तस्करी की रोकथाम के लिए नाकाबंदी कर अधिक से अधिक कार्रवाई करने, लंबित प्रकरणों के समय पर निस्तारण, थानों में आने वाले परिवादी के मामलों की त्वरित जांच करने के निर्देश दिए। महिला अत्याचार प्रकरण के निस्तारण, नाबालिग बच्चों की टीम बनाकर बरामद करना, संपत्ति संबंधित अपराध के चालान अधिक पेश करते हुए चोरियों, लूट व डकैती पर अंकुश लगाए। गंभीर प्रवृति के अपराधों में विशेष अनुसंधान करते हुए जांच अधिकारी चालान पेश करें।
बैठक में राजनगर सीआई डॉ. हनुवंत सिंह, चारभुजा थानाधिकारी भवानीशंकर, आमेट थानाधिकारी प्रेमसिंह, खमनोर थानाधिकारी नवलकिशोर की अच्छे कार्यों के लिए प्रशंसा की गई। इस दौरान एसपी सुधीर चौधरी, एएसपी शिवलाल, डीएसपी बैनीप्रसाद मीणा, नाथद्वारा डीएसपी जितेंद्र आंचलिया, नरपतसिंह, हेमंत कुमार, नोपाराम, थानाधिकारी कोतवाली डॉ. हनुवंतसिंह, नाथद्वारा के पूरणसिंह राजपुरोहित, रेलमगरा भरत योगी, संचित निरीक्षक श्याराजसिंह, यातायात शाखा प्रभारी सुरेश पालीवाल, केलवाड़ा के शैतानसिंह नाथावत, भीम के गजेंद्रसिंह, बार के दलपतसिंह, आमेट के प्रेमसिंह, खमनोर के नवलकिशोर, देलवाड़ा के उदयलाल भील, दिवेर के दिलीपसिंह सहित जिले के वृत्त व थानाधिकारी मौजूद थे।
परिवादियाें से शिष्ठाचार से पेश आए
उदयपुर रैंज आईजी हिंगलाजदान ने क्राइम मीटिंग में बताया कि थानाें में आने वाले परिवादियाें से पुलिस शिष्ठाचार से पेश आए और परिवादियाें काे गंभीरता से सुनकर कार्रवाही करते हुए परिवाद का त्वरित निस्तारण करें। जिले में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाते हुए अवैध हथियाराें के खिलाफ अभियान चलाकर प्रभावी कार्रवाही करें ताकि अपराधियाें में पुलिस का खाैफ बना रहे।