उदयपुर में कन्हैयालाल साहू की हत्या करने वाले आतंकी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद की काॅल डिटेल में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। दोनों आतंकियों की पाकिस्तान के 18 नंबरों पर लंबी बातचीत होती थी। इन्हीं नंबरों से देश के 25 राज्यों के 300 लोग लगातार संपर्क में हैं। ये नंबर दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े लोगों के हैं। अब तक की जांच में दोनों आतंकियों की संपर्क हिस्ट्री में कई बदमाश सामने आए हैं।
इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े सूत्रों के अनुसार ,एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाॅड (ATS) ने तह तक जाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को लिखा है। कॉल डिटेल का एनालिसिस भी भेजा है। IB ने इनमें से ज्यादातर को ट्रेस किया है। NIA जांच रही है कि इन लोगों की देश में उदयपुर जैसे हमले सिलसिलेवार करने की साजिश तो नहीं थी? जांच में इसके पुख्ता संकेत मिले हैं।
IB-NIA ने उन 25 राज्यों को भी चौकन्ना किया है, जहां के ये 300 लोग हैं। इनमें 250 UP, महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगाल, MP, बिहार, गुजरात व केरल के हैं। पाक के 18 नंबरों से देश के जिन 300 लोगों से बात होती है, उनमें अजमेर दरगाह का खादिम गौहर चिश्ती भी हैं। इसने 17 जून काे भड़काऊ नारे लगाए थे और अभी फरार है।
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सलमान चिश्ती की हरकतों पर पर्दा
सलमान चिश्ती की हरकतों पर पर्दा करने के लिए पुलिस ने उसका सिर ढककर कोर्ट तक पहुंचाया। ताकि वह फिर काेई आपत्तिजनक नारेबाजी न करे। दरअसल, वह पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में धार्मिक नारेबाजी और शेरो-शायरी कर रहा है। गुरुवार काे भी वह नारे लगाने लगा था। सलमान चिश्ती धार्मिक यूट्यूब चैनल पर कई वीडियो वायरल कर चुका, विवाद के बाद चैनल प्राइवेट किया। नूपुर शर्मा का सिर कलम करने की धमकी देने वाले अजमेर दरगाह के खादिम और हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती यूट्यूब पर धार्मिक चैनल पर पहले भी कई वीडियो वायरल कर चुका है। विवाद के बाद उसने इसे प्राइवेट कर दिया। उसका मोबाइल डाटा के लिए फॉरेंसिक विभाग को भेजा गया है। गिरफ्तारी से पहले उसने डाटा और वीडियो डिलीट कर दिए थे। साइबर सेल जांच में जुटी है। शुक्रवार काे उसे दो और दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।
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फंडिंग की तह तक पहुंचने में जुटी एजेंसी
देश में दावत-ए-इस्लामी के इतने बड़े नेटवर्क से केंद्रीय एजेंसी सकते में हैं। NIA इसके काम करने के पूरे मॉडल को खंगाल रही है। फिलहाल ज्यादा ध्यान संगठन की फंडिंग का पैटर्न पता करने पर है। यह जांच की जा रही है कि किस तरह से फंड जुटाया जाता है, कहां से कितनी रकम इकट्ठा होती है। यह खर्च किस तरह से होती है। जिन 300 लोगों के नाम कॉल डिटेल में सामने आए हैं, उनके बैंक खातों और रहन-सहन के तरीके की पड़ताल भी की जा रही है।
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