प्रदेश में जिस तरह सत्तारुढ़ कांगे्रस के साथ बीजेपी में चल रही खींचतान के बीच राजसमंद भाजपा में बड़ा राजनीतिक ड्रामा हो गया। भीम प्रधान वीरमसिंह रावत ने 3 जुलाई को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम भेजे पत्र की प्रति और पूर्व विधायक हरिसिंह रावत ने 27 लाख रुपए लेकर प्रधान बनाने का वीडियो वायरल किया। इस घटनाक्रम के तीसरे ही दिन प्रधान वीरमसिंह मीडिया के सामने आकर बोले कि उन्हें भीम बीडीओ डॉ. रमेशचंद्र मीणा द्वारा जहरीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर अगवा कर लिया और दो दिन बेहोशी के दौरान उसके लेटर पेड पर बीडीओ ने ही पूर्व विधायक हरिसिंह रावत द्वारा 27 लाख रुपए लेकर प्रधान बनाने के आरोप का पत्र वायरल किया और खुद के द्वारा बोलकर जो आरोप लगाए गए हैं, उसे भी झूठा बताया है। मीडिया के पास भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को भेजे गए पत्र व प्रधान का वीडियो उन्हीं के मोबाइल से मीडिया के पास पहुंचाया, मगर प्रधान बोले कि उन्हें पता नहीं, क्योंकि उनका मोबाइल ही वे चला रहे थे, जिन्होंने उसे अगवा किया।
भीम प्रधान वीरमसिंह ने मीडिया के हर सवाल का दिया अधूरा जवाब
सवाल : क्या आपने प्रधान बनने के लिए पूर्व विधायक हरिसिंह रावत को 27 लाख रुपए दिए ?
जवाब : नहीं, मैंने नहीं दिए। मुझसे जो बुलवाया, जो झूठा है और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को भेजा पत्र भी झूठा है।
सवाल : आपने खुद बोलकर वीडियो भेजा, पत्र भेजा और वह भी आप ही के मोबाइल से, फिर आप कैसे झूठ बोल रहे हो ?
जवाब : मुझे बीडीओ साहब डॉ. रमेशचंद्र मीणा गाड़ी में बिठाकर ले गए और रास्ते में बिस्कीट व चाय पिलाई, उसमें कुछ मिलाकर पिला दिया। फिर मुझे कोई होश नहीं था। इसी का फायदा उठाकर तीन अन्य लोगों से यह वीडियो बनवा दिया व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम पत्र भी लिखाया, जिसमें पूर्व विधायक हरिसिंह रावत पर 27 लाख रुपए का आरोप है, वह भी झूठा व निराधार है।
सवाल : आपको अगवा करके कहां ले गए ?
जवाब : बीडीओ साहब के अलावा तीन और कोई लोग थे, जिनको मैं नहीं जानता। मुझे 5 जुलाई दिन में होश आया, तो मैं जयपुर की एक होटल में था। मैं कुछ समझ भी नहीं पा रहा था। मोबाइल चालू कर घर पर बात की, तो ये सारा घटनाक्रम पता चला। तब तक मीडिया वालों के फोन आने लग गए, तो मैं काफी घबरा गया। वहां से मैं बस में बैठकर सीधे शाम को ब्यावर पहुंच गया और आज सीधे राजसमंद मीडिया को बताने के लिए आया हूं।
सवाल : अब आप किसके दबाव में बोल रहे हो, क्या पहले झूठ बोले थे या अब झूठ बोल रहे हो?
जवाब : अभी मैं होश में हूं और किसी के दबाव में नहीं हूू और जो भी बता रहा हूं, वह सही है। ब्यावर व भीम से भाजपा के कार्यकर्ता मेरे साथ राजसमंद आए है।
सवाल : हरिसिंह रावत पर जो आरोप लगाए, क्या वे सभी झूठे हैं ?
जवाब : हां, पूर्व एमएलए हरिसिंह रावत बहुत नेक इंसान है। उन पर अनजाने में जो भी आरोप लगाए, उसके लिए मैं क्षमा मांग रहा हूं।
सवाल : आप मौजूदा विधायक सुदर्शनसिंह रावत के लिए क्या बोलना चाहेंगे, क्या आप उनके दबाव में थे?
जवाब : नहीं, उनके बारे में तो क्या बोलूं।
सवाल : हरिसिंह रावत बोल रहे थे कि आप विधायक सुदर्शन सिंह रावत के दबाव में हो ?
जवाब : नहीं, मैं तो भीम बीडीओ रमेशचंद्र मीणा के दबाव में था। वे गाड़ी नहीं दे रहे थे, मेरा डिजिटल हस्ताक्षर नहीं करवा रहे थे। कोई काम नहीं करने दे रहे थे। बार बार यह दबाव बना रहे थे कि आप ब्यावर सुदर्शन सिंह जी के पास चलो, सभी समस्या सॉल्व हो जाएगी।
सवाल : क्या अब बीडीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे।
जवाब : हां, बीडीओ के खिलाफ सख्त से सख्त जो भी कानूनी कार्रवाई होगी, करुंगा। क्योंकि मुझे बेवजह परेशान किया और बदनाम किया है।
भीम बीडीओ बोले- प्रधान झूठ बोल रहे
भीम पंचायत समिति के विकास अधिकारी डॉ. रमेशचंद्र मीणा ने बताया कि प्रधान वीरमसिंह द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे है। उनके डिजिटल हस्ताक्षर बन गए हैं और साधारण सभा की बैठक से लेकर हर भुगतान पर उनके हस्ताक्षर हो रहे हैं। नोटशीट पर भी हस्ताक्षर है। मैं तो भीम छोडक़र कहीं गया ही नहीं। मैंने प्रधान साहब को अगवा नहीं किया। मैं भीम मुख्यालय पर हूं और इसकी लोकेशन भी जांच करवा सकते हैं। साथ ही जिला परिषद सीईओ व जिला कलक्टर महोदय के भी संपर्क में रहा हूं।