Road Bus charbhuja https://jaivardhannews.com/villagers-angry-for-roadways-bus-in-charbhuja/

Villagers Angry for Roadways Bus : मेवाड़ से मारवाड़ यानि राजसमंद व पाली जिले के रूट पर संचालित होने वाली रोडवेज बसों के चारभुजा कस्बे में आने की बजाय मोराणा चौराहा से बाइपास से गुजर जाती है। इस कारण यात्रियों को चारभुजा कस्बे से करीब डेढ़ किमी. दूर उतार दिया जाता है, जिन्हें पैदल आना पड़ता है और क्षेत्रीय लोगों को रोडवेज बस की सुविधा भी नहीं मिल पाती है। इसलिए सभी रोडवेज बसों का संचालन पहले की तरह बाइपास की बजाय चारभुजा कस्बे से होकर करने की मांग उठाई। इसके लिए आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल के नाम तहसीलदार गढ़बोर को ज्ञापन दिया गया।

Charbhujanath Garhbor : ज्ञापन में बताया कि चारभुजा गढ़बोर धार्मिक एवं दार्शनिक स्थल होने से प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं। तहसील क्षेत्र के गांवों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं उदयपुर, राजसमंद, फालना, आमेट, देसूरी, घाणेराव, जोधपुर प्रतिदिन आना-जाना रहता है। इतना ही नहीं स्थानीय लोगों को राजसमंद, उदयपुर, जोधपुर सहित शहरों में आने-जाने के लिए राजस्थान पथ परिवहन निगम की बसों या निजी बसों से परिवहन करने के लिए एक से डेढ़ किमी दूर बाइपास आना-जाना पड़ता है। रात के समय कोई अकेली महिला, छात्र या अन्य लोगों को जान जोखिम में डालना पड़ता है। पूर्व में सभी बसें कस्बे के अंदर बस स्टैंड पर रुक कर जाती थी, जहां पर राजस्थान पथ परिवहन निगम की टिकट खिड़की भी थी, मगर बसों का बाहर से ही निकल जाने से टिकट खिड़की भी बंद कर दी गई। ग्रामीणों ने कई बार निगम प्रबंधक को पत्र लिखकर अवगत कराया मगर समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

Roadways Bus : ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि पूर्व में फालना, चित्तौड़, उदयपुर, बीकानेर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, फलोदी, राजसमंद डिपो की बसें कस्बे के अंदर से होकर जाती थी, जो धीरे-धीरे बंद कर दी गई। पेंशनर को उदयपुर-कांकरोली दवाई लेने के लिए जाना-आना पड़ता रहता है। ऐसे में उनको एक से डेढ़ किमी दूर बाइपास पर जाकर बस पकड़नी पड़ती है।

ज्ञापन में बसों का संचालन कस्बे के अंदर होकर शुरू करवाने की मांग उठाई है। ज्ञापन देने वालों में तहसील की सभी पंचायत के सरपंच के अलावा लक्ष्मण गुर्जर, गोपीलाल भील, महेंद्रकुमार, जसवंतकुमार, प्रवीण टेलर, रेखा वैष्णव, जुगराज, मदनलाल सेन, गणेशाराम, चंद्रेश सेन, रामलाल, भारत गुर्जर, प्रहलाद, रतनलाल, धर्मचंद, भेरूलाल डाकोत, शांतिलाल, घीसूलाल, सीताराम, सत्यनारायण वैष्णव, किशनसिंह, तनसुख पालीवाल, दिनेश पालीवाल, मुकेश प्रकाश टेलर, केशव पालीवाल मौजूद थे।