शराब कारोबारियों ने की गारंटी माफ करने की मांग
राजसमंद. जिले के शराब कारोबारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला आबकारी अधिकारी विवेकानंद शर्मा को ज्ञापन देकर वार्षिक गारंटी व अन्य शुल्क माफ करने या छूट प्रदान करने की मांग की है। साथ ही एक नोटिस देकर चेताया कि सरकार द्वारा लॉकडाउन लागू कर आबकारी अधिनियम की पालना नहीं हो रही है और तय समय में दुकानें नहीं खुल रही है, तो दुकानदार वार्षिक गारंटी व अन्य शुल्क कहां से दे। इसलिए सरकार आबकारी एक्ट में संशोधन कर शराब कारोबारियों को राहत प्रदान करें। कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार द्वारा लॉकडाउन में सुबह ११ बजे ही शराब की दुकानें खुल रही हैं और उसमें भी बहुत कम बिक्री हो रही है। इसलिए वार्षिक गारंटी राशि शराब बिक्री पर ही ली जाए। आबकारी नियमों के तहत पांच दिन के अलावा वर्षभर सुबह दस बजे से शाम ८ बजे दुकानें खुली रखने का प्रावधान है। अगर राज्य सरकार द्वारा ही दुकानें नहीं खोलने दी जा रही है, तो वार्षिक गारंटी में भी छूट मिलनी चाहिए।
१५ अप्रैल के बाद शराब दुकानें तय समय पर नहीं खुली। ऐसे में सरकार वार्षिक गारंटी व सुरक्षा राशि सहित समग्र शुल्क ३ दिन में वापस कर दें। शराब कारोबारियों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा तय गारंटी व सुरक्षा शर्तों में कोई भी दुकान नहीं चल सकती। क्योंकि आय ही नहीं है, तो दुकानों संचालन कैसे करें और वार्षिक गारंटी कहां का भुगतान कहां से करें। शराब कारोबारियों ने जरिये एडवोकेट के आबकारी विभाग को नोटिस दिया है कि आबकारी अधिनियम की सरकार द्वारा ही पालना नहीं करते हुए दुकानें बंद करवा दी गई, तो फिर वार्षिक गारंटी व अन्य शुल्क के लिए भी दुकानदार बाध्यकारी नहीं रहेंगे। ३ दिन में समाधान करने की मांग की है। इस दौरान बंशीलाल कलाल, विनोद मेवाड़ा, दिनेश टांक, प्रियंका मेवाड़ा, प्रमोद शर्मा, निखिल मेवाड़ा, देवीलाल कलाल, मुकेश शर्मा, पे्रमशंकर, शेषमल, हुकमसिंह राठौड़, विक्रमसिंह चुंडावत, कल्याणसिंह, शिवसिंह सोलेंकी, निहालसिंह, दीपक शर्मा आदि मौजूद थे।