Murder Rajsamand https://jaivardhannews.com/women-murder-in-rajsamand/

लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद

कहते हैं प्यार अंधा होता है और अंधा में भी इतना कि जो भी युवक- युवती प्यार में डूब जाए, तो एक दूजे के लिए मर मिटने को तैयार हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही एक तरफा प्यार एक युवती को राजसमंद में मजदूरी करते हुए बाड़मेर के युवक से हो गया। वे दोनों एक दूजे को इतना चाहने लग गए कि बगैर शादी लिव इन रिलेशनशिप में साथ रहने लग गए। प्रेम प्रसंग में दोनों ही युवक- युवती साथ में मजदूरी करते और खूब मौज मस्ती भी कर रहे थे, मगर जब युवती ने शादी के लिए कहा, तो युवक को इतना नागवार गुजरा कि उसने पे्रमिका को मौत के घाट ही उतार डाला।

पे्रम प्रसंग का यह मामला राजस्थान में राजसमंद जिले के खमनोर थाना क्षेत्र में शिशोदा गांव का है। शिशोदा में विद्यालय भवन का निर्माण चल रहा है, जहां पर मुखनानियों की ढाणी, भीमड़ा, थाना बायतु जिला बाड़मेर निवासी गोविंदराम पुत्र हनुमानाराम जाट को साथ में मजदूरी करने वाली बेहड़ली, जिला झाबुला, मध्यप्रदेश निवासी रमा उर्फ रामबाई पुत्री तेरसिंह वास्केला से आंख लड़ गई। नाथद्वारा डीएसपी छगन राजपुरोहित ने बताया कि मजदूरी के दौरान गोविंदराम जाट व रमा के बीच शरू हुई जान पहचान बाद में पे्रम प्रसंग में बदल गई और दोनों ही उस विद्यालय के एक ही कमरे में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लग गए। करीब 7-8 माह से साथ रह रहे थे।

दीपावली पर सभी मजदूर चले गए घर

स्कूल भवन निर्माणकर्ता ठेकेदार सवाईराम ने दीपावली के पर्व पर सभी मजदूरों को रुपए व बोनस देकर घर के लिए रवाना कर दिया। दीपावली का पैसा होने के बाद भी गोविंदराम जाट व रमा घर नहीं गए और स्कूल के ही एक कमरे में रूक गए और साथ रहने लगे।

जंगल में मिला था सड़ा गला शव

शिशोदा के निर्माणाधीन विद्यालय भवन के पीछे 5 नवंबर 2022 को सड़ा गला शव पत्थर के नीचे मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर खमनोर थाना प्रभारी नवलकिशोर के बाद नाथद्वारा डीएसपी छगन पुरोहित भी पहुंच गए। बाद में शव की बेहडली जिला झाबुला मध्यप्रदेश निवासी रमा उर्फ रामबाई पुत्री तेरसिंह वास्केला के रूप में पहचान हुई, जो शिशोदा में ही विद्यालय भवन निर्माण में मजदूरी का कार्य करती थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करने के बाद जांच शुरू कर दी।

रमा साथ रहने पर अड़ी, तो दबा दिया गला

दीपावली पर सवाईराम द्वारा पैसा देने के बाद सभी मजदूर अपने अपने पैतृक गांव लौट गए, मगर रमा उर्फ रामबाई की जिद के चलते गोविंदराम जाट भी अपने गांव बाड़मेर नहीं गया। रमा की जाति अलग होने से गोविंदराम उससे शादी नहीं करना चाहता था, मगर रमा शादी का दबाव बनाने लगी। फिर रमा भी गोविंदराम के गांव बाड़मेर साथ जाने की जिद करने लगी, तो दोनों आपस में झगड़ गए। इस पर आवेश में 25 अक्टूबर 2022 को गोविंदराम ने रमा का गला दबाकर हत्या कर दी। उसके शव को विद्यालय भवन के पीछे की तरफ जंगल में पत्थरों के तले डालकर भाग गया। उसके बाद 5 नवम्बर को गांव के लोगों को शव दिखाई दिया, तो पुलिस को सूचना दी गई।