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राजपूती कल्चर संरक्षण के लिए महिलाओं की पहल, बच्चों को संस्कृति और संस्कार सिखाने की कवायद

01 9 https://jaivardhannews.com/womens-initiative-to-preserve-rajputi-culture-an-exercise-to-teach-culture-and-rituals-to-children/

राजसमंद जिले में राजपूत समाज की महिलाओं ने अपनी संस्कृति और संस्कार को सहेजने और उन्हें बच्चों को देने के लिए एक अनूठी पहल की है। इससे ना सिर्फ संस्कृति बचाने की कवायद की जा रही है बल्कि महिलाएं समय के साथ कदम ताल मिलाकर भी चल रही है।

आमतौर पर लोगों में धारणा है कि राजपूत महिलाएं घुंघट में और पर्दे के पीछे रहती है, जो चारदीवारी से बाहर नहीं आ पाती है लेकिन इस मिथक को तोड़ते हुए राजसमंद जिले के नाथद्वारा उपखंड की राजपूत महिलाओं ने अपनी संस्कृति और संस्कार बचाने के लिए एक नई पहल की है। राजपूत महिलाओं ने अपनी संस्कृति और कल्चर सहेजने के लिए रॉयल राजपूताना नाम से एक महिला ग्रुप का गठन किया है। इसके बैनर तले रावली घूमर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नाथद्वारा की द मारुतिनंदन ग्रैंड होटल में आयोजित समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली समाज की बालिकाओं और महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस समारोह की मुख्य अतिथि संगीता कुमारी चौहान और समाजसेवी रेखा चौहान थी। कार्यक्रम का संचालक दीपशिखा शक्तावत और उषा रामावत ने किया।

 बताया कि रॉयल राजपूताना संगठन का गठन समाज की महिलाओं को आपस में जोड़ने और महिला उत्थान के लिए किया गया है इस संगठन में 18 महिलाएं हैं जो सकरी रूप से कार्य रहते हैं रावली घूमर कार्यक्रम में समाज बालिकाओं और महिलाओं का सम्मान किया गया। जिन्होंने समाज के लिए अपना विशिष्ट योगदान दिया है। आज आधुनिक समय में राजपूत समाज की महिलाओं को कदमताल भुलाने के लिए यह संगठन कार्य करता है इसके जरिए प्राचीन संस्कार और संस्कृति नवीन पीढ़ी को देने की कोशिश की जाती है जिससे कि समाज की परंपराओं को जीवित रखा जा सके। इस अवसर पर बात हो समाज की महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य घूमर भी किया।

नृत्य प्रतियोगिता में पायल प्रथम और तमन्ना दूसरे स्थान पर रही

प्रतियोगिता की शुरुआत गणपति वंदना से हुई। प्रतियोगिता में राजपूती परिधान पहनी महिलाओं ने भाग लिया। जिसमें एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य, खेल ओर वाद विवाद प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता के भाभीसा ग्रुप में प्रथम पायल भाटी, दूसरे स्थान पर तमन्ना कंवर व हीना राणावत रही। बाईसा ग्रुप में प्रथम खुशबू, द्वितीय प्रिया और तृतीय अनिशा रही। एनसीसी में नंदनी सिंह खारण्डिया, चिकित्सा क्षेत्र में अन्नू बाईसा, कोरोना काल मे भोजन पैकेट वितरण में रूपल नाथावत, कोरोना काल मे फिजियोथेरेपी में नीलम शक्तावत, महिलाओं को सेनेट्री पेड़ वितरण करने में मेघा राठौड़ को सम्मानित किया।

आयोजनकर्ता मधु मेड़तिया, दीपशिखा खारण्डिया, शालिनी देवड़ा, पंकज हाड़ा, निर्मलकंवर, शकुंतलाकंवर, उमरावकंवर, शिला चौहान, दीपिका चौहान, मीनाकंवर, नीतू चौहान, हुकमकंवर, विनोदकंवर, कुमोदिनी राठौड़ थे। कार्यक्रम का संचालन दीपशिखा चन्द्रावत, उमा राणावत, प्रीतिकंवर, रूपल नाथावत ने किया।

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