राजसमंद असंगठित कामकारी का डाटा बेस तैयार करने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से ई-श्रम कार्ड बनवाए जा रहे हैं। इसके तहत जिले में अब तक दो लाख से अधिक कामगारों ने पंजीयन करा लिया है, इसके बावजूद अब भी एक लाख से अधिक श्रमिक इससे अछूते हैं। श्रमिक अज्ञानता एवं जानकारी के अभाव में ई- श्रम कार्ड नहीं बनवा रहे हैं।
श्रम विभाग की ओर से असंगठित कामगारों के लिए ई- श्रम पोर्टल पर पंजीयन जारी है। जिले में अब तक 2,12,105 श्रमिकों ने अपना पंजीयन करवा लिया है। इसके बावजूद एक अनुमान के अनुसार एक लाख से अधिक श्रमिक इससे अछूते बताए जा रहे हैं। ऐसे में श्रम विभाग की ओर से इनके अधिक से अधिक पंजीयन करवाने के लिए पंचायत समिति स्तर पर शिविर लगाए गए। विभाग ने अब 44 हजार के करीब श्रमिकों के पंजीयन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके बदले अभी तक 3500 के करीब श्रमिकों के पंजीयन हो सके हैं। आमजन को जागरुक करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना के समय असंगठित कामगारों का सरकार के पास डाटा नहीं होने के कारण उन्हें सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा पा रहे थे। ऐसे में सरकार ने डाटा एकत्र करने के उद्धेश्य से ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयनnकरवाया जा रहा है। आगामी समय में सरकार की ओर से इन्हें ध्यान में रखकर योजना आदि तैयार की जाएगी। इससे इन्हें सीधे लाभ मिल सकेगा।
पंजीयन के लिए यह है पात्रता
ई-श्रम कार्ड ई-मित्रों पर निःशुल्क बनाए जा रहे हैं। इसके लिए असंगठित श्रमिक कोई भी असंगठित श्रमिक जैसे धोबी, मोची, ईट भट्टे पर कार्य करने वाले श्रमिक स्ट्रीट वेंडर, घरेलू श्रमिक, कुली, रिक्शा चालक, ऑटो चालक भूमिहीन श्रमिक, मनरेगा श्रमिक, मिड-डे-मील श्रमिक, ऑनलाइन कम्पनी, कॉरियर से जुड़े श्रमिक एवं इसी प्रकार अन्य कार्य करने वाले श्रमिक इसके पात्र है। इसके लिए आयु 16 से 59 वर्ष है। ईएसआई, ईपीएफए, एनपीएस योजना का सदस्य नहीं होना चाहिए।
यह हैं फायदे
■ ई-श्रम कार्ड पूरे भारत में स्वीकार्य होगा
■ पीएमएसबीवाई के तहत दुर्घटना बीमा कवरेज
■ दुर्घटना में मृत्यु एवं दिव्यांग होने पर 2 व एक लाख का अनुदान ■ सामाजिक सुरक्षा लाभों का वितरण ई श्रम के द्वारा होगा ■ आपदा या महामारी में सरकार की मदद देने में आसानी
अधिकाधिक पंजीयन का कर रहे प्रयास
जिले में अधिकाधिक श्रमिकों के ई श्रम कार्ड बनवाने के लिए विभाग की ओर से नियमित प्रयास किए जा रहे हैं। गत दिनों पंचायत समिति स्तर पर शिविर लगाए गए। जिले में अब तक करीब सवा दो लाख से अधिक श्रमिकों का पंजीयन हो चुका है। शेष श्रमिकों को कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
सुरेश कुमार, श्रम कल्याण अधिकारी, राजसमंद